STUDY WITH DILIP CHANDRAWANSHI (MPPSC)
6.04K subscribers
3.04K photos
28 videos
785 files
1.44K links
SAMARPAN ACADEMY (समर्पण अकादमी)

"समर्पण से सफलता तक"

संपर्क करें — @dilmppsc
Download Telegram
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
निम्नलिखित में से किस उपकरण का प्रयोग सोलर रेडिएशन को नापने में किया जाता है
Anonymous Quiz
4%
ऐमीटर
75%
पाइरनोमीटर
11%
मेनोमीटर
10%
एनीमोमीटर
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
मानव आहार में पॉलिश किए हुए चावल के उपयोग से निम्नलिखित रोग हो जाता है
Anonymous Quiz
13%
सूखा रोग
36%
रक्ताल्पता
13%
घेंघा
39%
बेरी - बेरी
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
1
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
Forwarded from Dilip Chandrawanshi
दुग्ध प्रोटीन का पाचन करने वाला एंजाइम कहलाता है
Anonymous Quiz
24%
पेप्सिन
21%
ट्रिप्सिन
48%
रेनिन
6%
एरेप्सिन
2
समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

सफलता उन्हीं को मिलती है, जो पढ़ते हैं — और उसे दोहराते भी हैं।

पढ़ना आपकी तैयारी की पहली सीढ़ी है, लेकिन रिविजन वह मजबूती है जो आपको हर चुनौती के सामने अडिग बनाए रखती है।

समर्पण प्रोग्राम में सोमवार से शुक्रवार तक जो टॉपिक और कंटेंट दिए जाते हैं, वे आपकी तैयारी का मूल ढाँचा हैं।

अब समय है उस ढाँचे को मजबूत करने का — शनिवार और रविवार का समय विशेष रूप से रिविजन के लिए रखा गया है।
जिन विद्यार्थियों से सप्ताह के टॉपिक पूरे नहीं हो पाए हैं, वे इन दो दिनों में उन्हें अवश्य पूरा करें।

जिनके टॉपिक पूरे हो गये है, वे हर टॉपिक को दोहराएँ , मजबूत बनायें ।

क्योंकि...

रिविजन ही वह अभ्यास है, जो ज्ञान को स्थायी बनाता है।

• रिविजन वह हथियार है, जो परीक्षा में आत्मविश्वास देता है।

रिविजन से आप अपनी गलतियों को सुधारते हैं और अपनी तैयारी को परिपक्व बनाते हैं।


तो इस सप्ताहांत को केवल आराम का नहीं, अपने लक्ष्य के और निकट पहुँचने का साधन बनाइए।

समर्पण सिर्फ नाम नहीं, एक सोच है — निरंतर अभ्यास, निरंतर सुधार।
3👍2
MP AssProfessor Phase 2 Pepar1, 27 july 2025_250727_175840.pdf
2.6 MB
MP AssProfessor Phase 2 Pepar1, 27 july 2025_250727_175840.pdf
👍1
समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

Date -- 28/07/2025

Day -- 20

UNIT - 2 : मध्य प्रदेश का इतिहास संस्कृति एवं साहित्य

टॉपिक :

● बोलियाँ

● साहित्यकार एवं उनकी कृतियाँ
समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

Date -- 28/07/2025

Day -- 20

Lucent Target

इतिहास :

टॉपिक :

● बंगाल पर अंग्रेजों का आधिपत्य

● अंग्रेजों के मैसूर से संबंध

● सिख एवं अंग्रेज

● कंपनी के अधीन गवर्नर जनरल (रॉबर्ट क्लाइव से लॉर्ड कॉर्नवालिस तक)
2
प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों की साथ में तैयारी कैसे करें

1) मुख्य परीक्षा

पढ़ाई का एक प्रॉपर शेड्यूल आपके पास होना चाहिए।

• रोजाना 5 से 6 घंटे मुख्य परीक्षा का पढ़े  (कोशिश करना है कि इसे बढ़ाएं)

मुख्य परीक्षा के पहले कम से कम दो पेपर कंप्लीट करके रखें, जिसमें शॉर्ट नोट्स भी बने हुए होने चाहिए,,  तीन पेपर पूरे कर लिए जाए तो यह बहुत ही अच्छा रहेगा।

दो पेपर  Paper 2 या paper 4 कंप्लीट कर लिए जाए या आप अपनी सुविधा अनुसार ( P 1,2,3,4 में से) कोई भी दो पेपर पूरे करें।

• हिंदी शनिवार और रविवार को पढ़े।

• निबंध मुख्य परीक्षा के बाद शनिवार और रविवार को करेंगे तो पूरा हो जाएगा।

• 30 से 40 मिनट का एक  Slot ऐसा रखें जिसमें पेपर दो ( P 2,4) कंप्लीट करने के साथ किसी अन्य पेपर की यूनिट उठाकर उन्हें पूरा कर लिया जाए , जैसे - आप पेपर 2 और 4 पढ़ रहे हैं तो इस Slot में पेपर 3 ,Part B की यूनिट 3 या 4 पूरा करने की कोशिश करें लगातार आप ऐसा करेंगे तो कुछ अन्य यूनिट भी पूरी हो जाएगी।

• रोजाना कुछ प्रश्नों का लिखकर अभ्यास भी करें। चाहें आप 2 प्रश्न रोजाना लिखे लेकिन लिखने का अभ्यास जरूर करें।

2) प्रारंभिक परीक्षा

तीन से चार घंटे प्रारंभिक परीक्षा का पढ़ें..

पढ़ते समय मुख्य परीक्षा के लिए फैक्ट्स भी नोट करते चले।

प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों के जो कॉमन टॉपिक है उन्हें पूरा करते चले।

जैसे --  मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता आंदोलन, मध्यप्रदेश के जनजातीय व्यक्तित्व आदि टॉपिक प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों में है..


प्रारंभिक परीक्षा तभी निकलती है जब 'गहन और बारीक अध्ययन' किया जाए। 'बारीक अध्ययन' का अर्थ है कि हर एक तथ्य को ध्यान से देखना होगा,  जब आप किसी टॉपिक का कोई पैराग्राफ पढ़ते हैं तो आपको यह समझना है कि उसमें से कौन से प्रश्न पूछे जा सकते हैं , कौन से प्रश्न बन सकते हैं।

• प्रारंभिक परीक्षा को मुख्य परीक्षा से अलग न समझे।

Note --- प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में समय आप अपनी सुविधा अनुसार निकाले और जितनी क्षमता है उससे ज्यादा करने की कोशिश करें।
6👍2🔥2
राजा भर्तृहरि:

संस्कृत के महान नीतिशास्त्री, कवि और योगी माने जाते हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं:


शतकत्रयी (Shatakatrayi) – ये उनकी तीन प्रमुख काव्यात्मक रचनाएँ हैं, प्रत्येक में लगभग 100-100 श्लोक होते हैं:

1. नीति शतक – नीति, शिष्टाचार, सदाचार और जीवन व्यवहार पर आधारित श्लोक।

2. श्रृंगार शतक – प्रेम, सौंदर्य, स्त्री-पुरुष संबंधों और श्रृंगार रस पर आधारित।

3. वैराग्य शतक – संसार से विरक्ति, त्याग और साधु जीवन पर आधारित।
5