Obtained_Mark_List_SFS_2024_Dated_27_06_2025.pdf
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STUDY WITH DILIP CHANDRAWANSHI (MPPSC)
, 28 June 2025 : readwhere https://epaper.jansatta.com/m5/4026801/Jansatta/28-June-2025#page/10/1
आज का आर्टिकल पढ़ना है और अच्छे पॉइंट Notes में लिख लेना हैं।
सिर्फ 9 विद्यार्थियों को और ₹449 में जोड़ा जाएगा। इसके बाद फीस बढ़ जाएगी।
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Target Prelims - 2026
मध्यप्रदेश साहित्य कला एवं संस्कृति से जुड़ी संस्थाएँ :
• मध्यप्रदेश कला परिषद - 1952,भोपाल
• मध्यप्रदेश साहित्य परिषद - 1954,भोपाल
• रविंद्र भवन - 1962, भोपाल ( बनकर तैयार 1959,शुभारंभ 1962 )
• मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी - 1969,भोपाल
• मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी - 1976,भोपाल ( उर्दू अकादमी द्वारा " तलाश -ए-जौहर " कार्यक्रम की शुरुआत की गई)
• मध्यप्रदेश कालिदास अकादमी - 1978,उज्जैन
• उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी - 1979, भोपाल
• अल्लाहमा इकबाल अकादमी - 1984, भोपाल
• भारत भवन - 13 फरवरी 1982 ,भोपाल ( उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था, वास्तुकार चार्ल्स कोरिया)
• मध्यप्रदेश सिंधी अकादमी - 1983,भोपाल
• मध्यप्रदेश संस्कृत अकादमी - 1985 , भोपाल
• मध्यप्रदेश तुलसी अकादमी - 1987, भोपाल
• तुलसी शोध संस्थान - 1987 , चित्रकूट
• भोजपुरी साहित्य अकादमी - 2013 , भोपाल
• पंजाबी साहित्य अकादमी - 2013 , भोपाल
• स्वराज संस्थान संचनालय - 1998 , भोपाल
• मराठी साहित्य अकादमी - 2010,भोपाल
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• मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी - 1976,भोपाल ( उर्दू अकादमी द्वारा " तलाश -ए-जौहर " कार्यक्रम की शुरुआत की गई)
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• अल्लाहमा इकबाल अकादमी - 1984, भोपाल
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MPPSC Aspirants
क्या आपने 2-3 बार प्रारंभिक परीक्षा दी है लेकिन सफलता नहीं मिली?
❌ रणनीति में कमी
❌ तैयारी में दिशा का अभाव
❌ बार-बार वही गलती
अब बदलाव का समय है! ✅
🟢 हमारा विशेष मार्गदर्शन कार्यक्रम
👉 उन्हीं छात्रों के लिए है जो मेहनत कर रहे हैं लेकिन सही दिशा नहीं मिल रही।
👉 यह आपको मिलेगा सटीक मार्गदर्शन, प्रभावी रणनीति और लगातार निगरानी।
🎯 इस बार सफलता आपकी होगी — बस शुरुआत सही होनी चाहिए।
📌 अभी जॉइन करें — समर्पण MPPSC - प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026
देर मत कीजिए!
Fee - ₹449 ( 1 जुलाई से फीस - ₹699 रहेगी)
संपर्क करें: 8085584506
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जिन विद्यार्थियों को ज्वाइन करना है वे जल्दी ज्वाइन करें।
₹449 में सिर्फ 2 विद्यार्थियों को और जोड़ा जाएगा इसके बाद फीस बढ़ जाएगी
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Target Prelims : 2026
Unit - 7
1) अंतरिक्ष में भेजा गया भारत का प्रथम उपग्रह कौन सा है - आर्यभट्ट (19 अप्रैल,1975 )
2) भारत का पहला रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट कहां से छोड़ा गया था - बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से( 17 मार्च 1988 को, रूस , कजाकिस्तान से)
3) प्रथम भारतीय संप्रेषण सैटेलाइट एप्पल कब छोड़ा गया था - 19 जून 1981 को ( कोरू, फ्रेंच गुयाना से)
4) चंद्रयान-2 को प्रक्षेपित किया गया था - 22 जुलाई ,2019 को, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से
5) CNES किस देश की अंतरिक्ष एजेंसी है - फ्रांस की
6) थुंबा रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र कहां अवस्थित है - तिरुवनंतपुरम ,केरल में
7) भारतीय उपग्रह GSAT-7 अनन्य रूप से किस हेतु बनाया गया है - सैन्य संचार हेतु
8) भारत की पहली स्वदेश निर्मित सशस्त्र परमाणु पनडुब्बी कौन-सी है - आई.एन.एस.अरिहंत
9) अंटार्कटिका में स्थित भारतीय शोध केंद्र है - दक्षिण गंगोत्री (1983- 84), मैत्री (1988- 89) तथा भारती (2012)
10 ) इंडआर्क ( IndARC) किसका नाम है - आर्कटिक क्षेत्र के वैज्ञानिक अध्ययन हेतु भारत की अंतर्जलीय वेधशाला
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1) अंतरिक्ष में भेजा गया भारत का प्रथम उपग्रह कौन सा है - आर्यभट्ट (19 अप्रैल,1975 )
2) भारत का पहला रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट कहां से छोड़ा गया था - बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से( 17 मार्च 1988 को, रूस , कजाकिस्तान से)
3) प्रथम भारतीय संप्रेषण सैटेलाइट एप्पल कब छोड़ा गया था - 19 जून 1981 को ( कोरू, फ्रेंच गुयाना से)
4) चंद्रयान-2 को प्रक्षेपित किया गया था - 22 जुलाई ,2019 को, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से
5) CNES किस देश की अंतरिक्ष एजेंसी है - फ्रांस की
6) थुंबा रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र कहां अवस्थित है - तिरुवनंतपुरम ,केरल में
7) भारतीय उपग्रह GSAT-7 अनन्य रूप से किस हेतु बनाया गया है - सैन्य संचार हेतु
8) भारत की पहली स्वदेश निर्मित सशस्त्र परमाणु पनडुब्बी कौन-सी है - आई.एन.एस.अरिहंत
9) अंटार्कटिका में स्थित भारतीय शोध केंद्र है - दक्षिण गंगोत्री (1983- 84), मैत्री (1988- 89) तथा भारती (2012)
10 ) इंडआर्क ( IndARC) किसका नाम है - आर्कटिक क्षेत्र के वैज्ञानिक अध्ययन हेतु भारत की अंतर्जलीय वेधशाला
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"सफर में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो, सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो।"
"सफ़र में धूप तो होगी"
इसका अर्थ है कि किसी भी यात्रा (चाहे वो जीवन की हो या सफलता की तलाश की) में कठिनाइयाँ, संघर्ष और परेशानियाँ (यहाँ "धूप") ज़रूर आएँगी।
जैसे दोपहर की धूप तेज होती है, वैसे ही जीवन का सफर भी हमेशा आसान नहीं होता।
"जो चल सको तो चलो"
यह एक प्रकार की चुनौती या प्रेरणा है — अगर तुममें हिम्मत है, तो आगे बढ़ो, मुश्किलों के बावजूद चलते रहो।
"सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो"
दुनिया में सब लोग अपनी-अपनी मंज़िल की तलाश में भीड़ का हिस्सा हैं। अगर तुममें कुछ अलग करने की क्षमता है, तो उस भीड़ से अलग निकलो और अपनी राह बनाओ।
भावार्थ:
जीवन में सफलता या लक्ष्य तक पहुँचने के लिए संघर्ष अपरिहार्य है। लेकिन जो लोग हिम्मत नहीं हारते और मेहनत करते हैं, वे ही इस भीड़ में अपनी पहचान बना पाते हैं।
"सफ़र में धूप तो होगी"
इसका अर्थ है कि किसी भी यात्रा (चाहे वो जीवन की हो या सफलता की तलाश की) में कठिनाइयाँ, संघर्ष और परेशानियाँ (यहाँ "धूप") ज़रूर आएँगी।
जैसे दोपहर की धूप तेज होती है, वैसे ही जीवन का सफर भी हमेशा आसान नहीं होता।
"जो चल सको तो चलो"
यह एक प्रकार की चुनौती या प्रेरणा है — अगर तुममें हिम्मत है, तो आगे बढ़ो, मुश्किलों के बावजूद चलते रहो।
"सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो"
दुनिया में सब लोग अपनी-अपनी मंज़िल की तलाश में भीड़ का हिस्सा हैं। अगर तुममें कुछ अलग करने की क्षमता है, तो उस भीड़ से अलग निकलो और अपनी राह बनाओ।
भावार्थ:
जीवन में सफलता या लक्ष्य तक पहुँचने के लिए संघर्ष अपरिहार्य है। लेकिन जो लोग हिम्मत नहीं हारते और मेहनत करते हैं, वे ही इस भीड़ में अपनी पहचान बना पाते हैं।
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