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समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

Date -- 28/07/2025

Day -- 20

UNIT - 2 : मध्य प्रदेश का इतिहास संस्कृति एवं साहित्य

टॉपिक :

● बोलियाँ

● साहित्यकार एवं उनकी कृतियाँ
समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

Date -- 28/07/2025

Day -- 20

Lucent Target

इतिहास :

टॉपिक :

● बंगाल पर अंग्रेजों का आधिपत्य

● अंग्रेजों के मैसूर से संबंध

● सिख एवं अंग्रेज

● कंपनी के अधीन गवर्नर जनरल (रॉबर्ट क्लाइव से लॉर्ड कॉर्नवालिस तक)
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प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों की साथ में तैयारी कैसे करें

1) मुख्य परीक्षा

पढ़ाई का एक प्रॉपर शेड्यूल आपके पास होना चाहिए।

• रोजाना 5 से 6 घंटे मुख्य परीक्षा का पढ़े  (कोशिश करना है कि इसे बढ़ाएं)

मुख्य परीक्षा के पहले कम से कम दो पेपर कंप्लीट करके रखें, जिसमें शॉर्ट नोट्स भी बने हुए होने चाहिए,,  तीन पेपर पूरे कर लिए जाए तो यह बहुत ही अच्छा रहेगा।

दो पेपर  Paper 2 या paper 4 कंप्लीट कर लिए जाए या आप अपनी सुविधा अनुसार ( P 1,2,3,4 में से) कोई भी दो पेपर पूरे करें।

• हिंदी शनिवार और रविवार को पढ़े।

• निबंध मुख्य परीक्षा के बाद शनिवार और रविवार को करेंगे तो पूरा हो जाएगा।

• 30 से 40 मिनट का एक  Slot ऐसा रखें जिसमें पेपर दो ( P 2,4) कंप्लीट करने के साथ किसी अन्य पेपर की यूनिट उठाकर उन्हें पूरा कर लिया जाए , जैसे - आप पेपर 2 और 4 पढ़ रहे हैं तो इस Slot में पेपर 3 ,Part B की यूनिट 3 या 4 पूरा करने की कोशिश करें लगातार आप ऐसा करेंगे तो कुछ अन्य यूनिट भी पूरी हो जाएगी।

• रोजाना कुछ प्रश्नों का लिखकर अभ्यास भी करें। चाहें आप 2 प्रश्न रोजाना लिखे लेकिन लिखने का अभ्यास जरूर करें।

2) प्रारंभिक परीक्षा

तीन से चार घंटे प्रारंभिक परीक्षा का पढ़ें..

पढ़ते समय मुख्य परीक्षा के लिए फैक्ट्स भी नोट करते चले।

प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों के जो कॉमन टॉपिक है उन्हें पूरा करते चले।

जैसे --  मध्यप्रदेश में स्वतंत्रता आंदोलन, मध्यप्रदेश के जनजातीय व्यक्तित्व आदि टॉपिक प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों में है..


प्रारंभिक परीक्षा तभी निकलती है जब 'गहन और बारीक अध्ययन' किया जाए। 'बारीक अध्ययन' का अर्थ है कि हर एक तथ्य को ध्यान से देखना होगा,  जब आप किसी टॉपिक का कोई पैराग्राफ पढ़ते हैं तो आपको यह समझना है कि उसमें से कौन से प्रश्न पूछे जा सकते हैं , कौन से प्रश्न बन सकते हैं।

• प्रारंभिक परीक्षा को मुख्य परीक्षा से अलग न समझे।

Note --- प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में समय आप अपनी सुविधा अनुसार निकाले और जितनी क्षमता है उससे ज्यादा करने की कोशिश करें।
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राजा भर्तृहरि:

संस्कृत के महान नीतिशास्त्री, कवि और योगी माने जाते हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं:


शतकत्रयी (Shatakatrayi) – ये उनकी तीन प्रमुख काव्यात्मक रचनाएँ हैं, प्रत्येक में लगभग 100-100 श्लोक होते हैं:

1. नीति शतक – नीति, शिष्टाचार, सदाचार और जीवन व्यवहार पर आधारित श्लोक।

2. श्रृंगार शतक – प्रेम, सौंदर्य, स्त्री-पुरुष संबंधों और श्रृंगार रस पर आधारित।

3. वैराग्य शतक – संसार से विरक्ति, त्याग और साधु जीवन पर आधारित।
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योजनाएँ_एवं_कार्यक्रम_2025.pdf
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समर्पण MPPSC प्रीलिम्स प्रोग्राम - 2026

Unit - 2 : मध्यप्रदेश का इतिहास, संस्कृति एवं साहित्य

28 जुलाई :

• बोलियाँ
• साहित्यकार एवं उनकी कृतियाँ

29 जुलाई :

• पर्यटन स्थल एवं स्थापत्य कला

30 जुलाई :

• जनजातीय व्यक्तित्व
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31 जुलाई से यूनिट - 4 शुरू हो रही है।

Unit -4 : मध्यप्रदेश का भूगोल

31 जुलाई :

• मध्यप्रदेश का सामान्य परिचय
• मध्यप्रदेश की भू-वैज्ञानिक संरचना

1 अगस्त:

• मध्यप्रदेश के प्रमुख भू आकृतिक (भौतिक) विभाग
• मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्वत

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देश के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक उज्जैन में महाकालेश्वर का प्रसिद्ध शिव मंदिर है। इसी मंदिर के द्वितीय तल पर नागचंद्रेश्वर का मंदिर भी है। इसके पट वर्ष में सिर्फ एक बार नागपंचमी के दिन खुलते हैं।
प्रमुख समाज / सभा की स्थापना :

➡️ ब्रह्म समाज- राजा राममोहन राय, 1828 में कलकत्ता में

➡️ सत्यशोधक समाज - ज्योतिबा फुले, 1873

➡️ आत्मीय सभा- राजा राममोहन राय, 1815  में कोलकाता में

➡️ रामकृष्ण मिशन- स्वामी  विवेकानंद ने 1 मई ,1897 को

➡️ सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी- गोपालकृष्ण गोखले, 1905

➡️ ब्रह्म समाज- राजा राममोहन राय, 1828 में कलकत्ता में

➡️ धर्म समाज- राधाकांत देव, 1829 में , कलकता में

➡️ आर्य समाज- दयानंद सरस्वती, 1875

➡️ एशियाटिक सोसाइटी- विलियम जोंस, 1784

➡️ तत्वबोधिनी सभा- देवेन्द्रनाथ, 6 अक्टूबर ,1839

➡️ वेद समाज- केशवचंद्र सेन, 1864

➡️ प्रार्थना सभा-- स्थापना आत्माराम पांडुरंग,महादेव गोविन्द रानाडे तथा इतिहासकार आर. जी. भंडारकर  बंबई में 31 मार्च 1867 को की।

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Main-2025 Value Addition

बाल श्रम पर संवैधानिक प्रावधान

अनुच्छेद 21(A) और 45: इनमें 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान किया गया है।

अनुच्छेद 23: यह मानव तस्करी और बलात श्रम पर प्रतिबंध लगाता है और इसे अपराध घोषित करता है

अनुच्छेद 24 :14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कारखानों, खदानों और खतरनाक रोजगार में नियोजित करने पर रोक लगाता है।

अनुच्छेद 39: यह अनुच्छेद राज्य को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देता है कि कामकाजी लोगों के स्वास्थ्य और क्षमता तथा बच्चों की नाजुक आयु का शोषण न हो।

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