इज़्ज़त करने पर आऊं तो मुझ सा बाअदब कोई नही,
किसी बात पर डट जाऊं,,, तो बगावत मशहूर है मेरी...
आँशु का कोई वजह नही होता ,

लेकिन निकल जाने पर
मन हल्का हो जाता हैं !! 😔
याद आने की वज़ह बहुत अजीब है तुम्हारी,

तुम वो गैर थे जिसे मैंने एक पल में अपना माना...
मोहब्बत का कानून अलग है,

इसकी अदालत में वफादार सजा पाते हैं।।
जैसे - जैसे आप मैच्योर होते जाएंगे

खुशियां अपने आप कम होती जाएंगी !!
ब्याज भरती हैं उम्र भर आँखें

गलती ऐसा उधार होता है..!!
हर शख्स नही होता

अंदर से बाहर जैसा!
मेरी खामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता,

और शिकायत के दो लफ्ज़ कहूं तो चुभ जाते हैं।।
ना हक दो इतना की तकलीफ हो तुम्हें

ना वक्त दो इतना की गुरुर हो उन्हें..!!
इश्क़ उन्हें ही गुनाह लगता है,

जिनके इरादों में मिलावट होता है।।
एक तरफ़ा ही सही प्यार तो प्यार ही है...!!
उसे हो ना हो हमें तो बेशुमार ही है...!!!
ये...मोहब्बत भी आग जैसी है...

लग जाये तो बुझती नहीं और बुझ जाए तो जलन होती है!!
खुली किताब थे हम....☹️

अफ़सोस अनपढ़ के हाथ मे थे हम!!
अपने किरदार पर डालकर परदा,

हर कोई कह रहा है ज़माना खराब है..
तूफान में किश्तियां डूब जाती है,

अहंकार में हस्तियां डूब जाती है.!