Forwarded from Love Sayari Hindi Shayari हिंदी शायरी
इज़्ज़त करने पर आऊं तो मुझ सा बाअदब कोई नही,
किसी बात पर डट जाऊं,,, तो बगावत मशहूर है मेरी...
किसी बात पर डट जाऊं,,, तो बगावत मशहूर है मेरी...
याद आने की वज़ह बहुत अजीब है तुम्हारी,
तुम वो गैर थे जिसे मैंने एक पल में अपना माना...
तुम वो गैर थे जिसे मैंने एक पल में अपना माना...
मेरी खामोशी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता,
और शिकायत के दो लफ्ज़ कहूं तो चुभ जाते हैं।।
और शिकायत के दो लफ्ज़ कहूं तो चुभ जाते हैं।।
एक तरफ़ा ही सही प्यार तो प्यार ही है...!!
उसे हो ना हो हमें तो बेशुमार ही है...!!!
उसे हो ना हो हमें तो बेशुमार ही है...!!!
ये...मोहब्बत भी आग जैसी है...
लग जाये तो बुझती नहीं और बुझ जाए तो जलन होती है!!
लग जाये तो बुझती नहीं और बुझ जाए तो जलन होती है!!