हिंदी शायरी
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अपनी_तो_एक_हि पेहचान_है.
😀हस्ता_चेहरा_शराबी_आंखे_😉
★_ नवाबी_शान 😎 और दोस्तो के लिये Jäãñ ★
देख_पगली 👩 Mai तेरे ‎दिल का, हक़दार   बनना ‎चाहता हु, ‎चौकीदार नही.
# पगली एक दिन ऐसा_ आयेगा तू मुझे Request भेजना चाहेगी, लेकिन वहां सिर्फ एक ही Option होगा Follow me..!!
*दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है;*

*"बातें करने का अंदाज हुआ करता है;*

*जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती;*

*सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है!*
# शर्म 😛 उन्हे आती है जो शर्म 😛 से # शर्माते 😡 हैं.!!
हम 😎 तो बेशर्म 😺 हैं.. # शाला शर्म 😛 .. # खुद
हम 😎 से # शर्माती है.... 😎😎😎😎😎😎😜😜
*वक्त कभी दिखाई_नहीं देता,*


*लेकिन 😅 वक्त बहुत_कुछ 😎 दिखा_जाता हैं...*

👉🏻💔👌🏻✍🏻
💕💞 *याद आयेगी हर रोज, मगर तुझे आवाज न दूंगा...*
. 💕
*लिखूंगl तेरे ही लिये हर लब्ज़ मगर तेरा नाम न लूंगा*💕💔💞
✪⇉लगा कर. 💏इश्क़ की 💋 बाज़ी, 👂सूना है दिल दे 💞बैठी हो...😍😴🎗👈
💏 मोहब्बत 💘मार डालेगी, अभी 👸👈 तुuम फूल😘 जैसी 卄0...😍🏅👈🔫!!!!
"वो बोली I Hate You 💘
मेरी कसम खाकर बोलने को कहा तो पगली रोने लग गयी।"💘
# दुआ 😌 # दिल से # माँगी_जाती है # ज़ुबान 😌 से # नहीं,
# कबूल तो # उनकी 👫 भी # होती है जिनकी # ज़ुबान_नहीं ।।🎀👫🎏।।
आंधी🌊तूफ़ान se
वो😰डरते😱 hai 😮
जिनकेदिल👉me aur😈बसते🔻 hai 👍
मगर👉जिनकेदिलme Hum👌 बसते😘hai ;)
Wo_मौतको👀देखकर_भी😃"हँसते"💪hai 😉
*दिल आने की बात है यारो अपने बस की बात कहां....*

*प्यार अगर हो पत्थर से फिर हीरे की औकात कहाँ....*
*करनी हो पहचान अगर गमगीन शख्स की..*

*दोस्तों गौर से देखना वो मुस्कुराते बहुत है..!!*
*लफ्जों से इतना आशिकाना ठीक नहीं है ज़नाब.....!!*

*किसी के दिल के पार हुए तो इल्जाम क़त्ल का लगेगा.....!!*🌹
*कह दो ना इस "दर्द" को...."तुम्हारी" तरह बन जाये.....*
:
*ना मुझे "याद" करें...और ना मेरे "करीब" आये.......💔*
चेहरे से हसिन तो बहुत से मिल जाते है मगर जिनके..

दिल खूबसूरत हो ऎसे 👤लोग सिर्फ,,,, 🙏🏻किस्मत से ही 👫 मिला करते है....
*तक़दीर_लिखने👌*



*वाले_एक एहसान_करदे,👐*



*मेरे_दोस्त 😊की_तक़दीर 💞मैं_एक _*और मुस्कान ,😆लिख 😐 दे,*




*न 🙌मिले_कभी 💔दर्द 💔 उनको,*



*तू_चाहे ,तो_📍*

*उसकी_किस्मत🌠मैं_मेरी जान लिख दे.*
*💱🎼मुझे 👧👈उसकी ये नादान अदा😍 खूब 😘भाती हैं,*
*😔नाराज़ 👦मुझसे होती हैं और 😡गुस्सा 👤सबको 😠दिखाती हैं😘..*
*💜ख्वाब झूठे 💘ही सही मग़र...*

*तुमसे 💓मुलाकात तो करवाते हैं...*💜
*हमने लाख समझाया कि यूं ना मिलो गैरों से,,*
*वो हंस के कहने लगे तुम भी तो पहले गैर थे.!!*
*💕खुद को समेट के, 💕खुद में सिमट जाते हैं हम...💕!!*

*एक याद उसकी💕 आती है.. 💕फिर से बिखर जाते है हम...!!*💕