👨🏻⚕ डॉ. क्राफ्ट एविंग की कलम से....।
▪डॉ. क्राफट एर्विंग ने लिखा हैः "यह कली की सुंदरता एवं महक को नष्ट कर देता है जिसे पूर्ण फूल एवं पवित्र होने पर ही खिलना चाहिए परंतु ये कुण्ठित बुद्धिवाले इन्द्रिय-तृप्ति के लिए महान भूल करते हैं... इससे नैतिकता, स्वास्थ्य, चिन्तनशक्ति, चारित्र्य एवं कल्पनाशक्ति तथा जीवन की अनुभूति नष्ट हो जाती है।"
▪डॉ. क्राफट एर्विंग ने लिखा हैः "यह कली की सुंदरता एवं महक को नष्ट कर देता है जिसे पूर्ण फूल एवं पवित्र होने पर ही खिलना चाहिए परंतु ये कुण्ठित बुद्धिवाले इन्द्रिय-तृप्ति के लिए महान भूल करते हैं... इससे नैतिकता, स्वास्थ्य, चिन्तनशक्ति, चारित्र्य एवं कल्पनाशक्ति तथा जीवन की अनुभूति नष्ट हो जाती है।"
🔰लोग IAS, IPS बनने के लिए रात दिन पढ़ाई के लगे पड़े है ,खाना खाने,सोने तक का वक़्त नही है , और तेरे पास गंदी चीज़े पढ़ने ,देखने ,सुनने ,सोचने का इतना वक़्त पड़ा है ❓
🔴अरे,बीतने वाला हर पल तुझे तेरी कब्र में धकेल रहा है अब नही जागा तो तेरी खैर नही। 😱
🔘उठ ,जाग तेरा जन्म किसलिए हुआ है , खुद से सवाल तो पूछ ❓
📣ऐसे ही अपना कीमती वक़्त मिट्टी में मिलाता रहा तो तेरा भविष्य क्या होगा ❓
उठ खड़ा हो वापिस सफलता तुम्हे पुकार रही है ।🏆
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Forwarded from Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
🔰 ब्रह्मचर्य के लिए भोजन के नियम🔰
Golden Food Rules for Brahmacharya
👇👇👇
"रसेन्द्रियों【 tongue】 को जीते बिना जननेन्द्रियों को जितना असंभव है।"
1. प्याज़ (onion) लहसून (garlic) को तुरंत छोड़ देवे। ये ब्रह्मचारी के लिए विष के समान है ।
2.मासाहार का भी त्याग कर देवे। मासाहार के साथ ब्रह्मचर्य की कल्पना भी नही की जा सकती।
3. दूध और फल ब्रह्मचर्य के सबसे श्रेष्ठ भोजन है ।
4.लाल मिर्च का सम्पूर्ण त्याग कर देवे , जरूरत हो तो थोड़ी हरी मिर्च ले लेवे , धीरे धीरे उसे भी छोड़ देवे।
5. ज्यादा मसाला , तला भुना भोजन न लेवे
6.रात का खाना 7 बजे से पहले ले लेवे , काफी हल्का हो ।
7. भगवान /परमात्मा की याद में बना हुआ खाना ही खाये ,किसी कामी,विकारी के हाथ का जो ब्रह्मचर्य का पालन नही करता है ,बना हुआ न खाए।【most इम्पोर्टेन्ट】
8.हरी सब्जियां खाएं ,सीजन के फल भी।
9.ज्यादा खट्टी चीज़े , ज्यादा मीठा न खाए।
10 . सात्विक भोजन ही ब्रह्मचर्य का आधार है ।
11.मौन में भोजन ग्रहण करे।
12 .मोबाइल ,टीवी देखते हुए भोजन न करे।
13. घर का खाना ही खाये ,बाहर के खाने का त्याग करे।
14. धीरे धीरे चबा कर खाएं【32 बार:आयुर्वेद के अनुसार】
15.भिंडी ,मूंग दाल बहुत सहायक है ।
16. उठते ही 2-3 गिलास पानी पिये【उषापान】
17 . खाने के 1 घंटे बाद पानी पिये।
18 .खाना खुशी और शांति की स्थिति में खाये, गुस्से आदि भावो से नही ।
19. महीने में कम से कम एक दिन उपवास करे।
20.भूख से ज्यादा , अच्छी /मनपसंद चीज मिलने पर ठूस ठूस कर न खाए।
नोट: ये जरूरी नही की आप सभी नियम एक झटके से अपना लेंगे ,समय के साथ धीरे धीरे अपने आपको ढाले , इसे कठिन जानकर हिम्मत न हारे। आपका जीवन हीरा 【Diamond】 बन रहा है ।
और अधिक जानकारी के लिए ⏩ @brahmacharya
Golden Food Rules for Brahmacharya
👇👇👇
"रसेन्द्रियों【 tongue】 को जीते बिना जननेन्द्रियों को जितना असंभव है।"
1. प्याज़ (onion) लहसून (garlic) को तुरंत छोड़ देवे। ये ब्रह्मचारी के लिए विष के समान है ।
2.मासाहार का भी त्याग कर देवे। मासाहार के साथ ब्रह्मचर्य की कल्पना भी नही की जा सकती।
3. दूध और फल ब्रह्मचर्य के सबसे श्रेष्ठ भोजन है ।
4.लाल मिर्च का सम्पूर्ण त्याग कर देवे , जरूरत हो तो थोड़ी हरी मिर्च ले लेवे , धीरे धीरे उसे भी छोड़ देवे।
5. ज्यादा मसाला , तला भुना भोजन न लेवे
6.रात का खाना 7 बजे से पहले ले लेवे , काफी हल्का हो ।
7. भगवान /परमात्मा की याद में बना हुआ खाना ही खाये ,किसी कामी,विकारी के हाथ का जो ब्रह्मचर्य का पालन नही करता है ,बना हुआ न खाए।【most इम्पोर्टेन्ट】
8.हरी सब्जियां खाएं ,सीजन के फल भी।
9.ज्यादा खट्टी चीज़े , ज्यादा मीठा न खाए।
10 . सात्विक भोजन ही ब्रह्मचर्य का आधार है ।
11.मौन में भोजन ग्रहण करे।
12 .मोबाइल ,टीवी देखते हुए भोजन न करे।
13. घर का खाना ही खाये ,बाहर के खाने का त्याग करे।
14. धीरे धीरे चबा कर खाएं【32 बार:आयुर्वेद के अनुसार】
15.भिंडी ,मूंग दाल बहुत सहायक है ।
16. उठते ही 2-3 गिलास पानी पिये【उषापान】
17 . खाने के 1 घंटे बाद पानी पिये।
18 .खाना खुशी और शांति की स्थिति में खाये, गुस्से आदि भावो से नही ।
19. महीने में कम से कम एक दिन उपवास करे।
20.भूख से ज्यादा , अच्छी /मनपसंद चीज मिलने पर ठूस ठूस कर न खाए।
नोट: ये जरूरी नही की आप सभी नियम एक झटके से अपना लेंगे ,समय के साथ धीरे धीरे अपने आपको ढाले , इसे कठिन जानकर हिम्मत न हारे। आपका जीवन हीरा 【Diamond】 बन रहा है ।
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Joseph Murphy
आपके अवचेतन मन की शक्ति (ऑडियो बुक) अंगेजी में
पॉवर ऑफ subconscious mind [English ]
Audio book 🔉📣
आप इस पुस्तक को जरूर पढ़े/सुने , आपको अपने मन की शक्तियों को बढ़ाने में बहुत सहायता मिलेगी ।👍
पॉवर ऑफ subconscious mind [English ]
Audio book 🔉📣
आप इस पुस्तक को जरूर पढ़े/सुने , आपको अपने मन की शक्तियों को बढ़ाने में बहुत सहायता मिलेगी ।👍
गंदी, चरित्रभ्रष्ट करने वाली फिल्मों के द्वारा चरित्र बिगड़ता है। ये गंदे विज्ञापन, उपन्यास, चरित्र भ्रष्ट करने वाला साहित्य और संग बंद हो जाय तो रामराज्य ही आ जाय। आजकल के अश्लील चलचित्रों ने तो युवक-युवतियों का ब्रह्मचर्य ही नष्ट कर दिया है ! यदि ब्रह्मचर्य और संयम हो तो बीमारीयाँ नहींवत् हो जाती हैं, डॉक्टरों के अधीन नहीं बनते। विद्यार्थी लगातार कई वर्ष अनुत्तीर्ण ही नहीं होते। ब्रह्मचर्य और संयम के अभाव में उनका बल, बुद्धि, तेज हीन होने के कारण मस्तिष्क काम करने से थक जाता है, परिणाम यह होता है कि वे कई वर्ष लगातार परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण होते रहते हैं और बार-बार उन्हीं कक्षाओं में उत्तीर्ण होने की कोशिश करते रहते हैं।
गंदे सिनेमा ने तो सत्यानाश कर दिया है। देखो कि इस सिनेमा से कितने घर बरबाद हो गये हैं ! कैसे बुरे चित्र एवं वासनाओं से भरे गाने चित्त को खराब करते हैं ! मन खराब तो शरीर खराब । शरीर को बीमारीयाँ आकर घेर लेती हैं। पैसे भी दो और बीमारियाँ भी लो, ऐसे सिनेमा से क्या लाभ ! आजकल केवल पैसे कमाने के लिए बुरी से बुरी फिल्म का निर्माण करके लोगों का खाना खराब किया जा रहा है।
एक बार विनोबा भावे को सिनेमा में ले गये। वहाँ बुरे चित्र दिखाने लगे तो विनोबा दरी बिछाकर सो गये। तुम भी ऐसी फिल्में न देखो। सिनेमा देखने से विचार, संकल्प खराब होते हैं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने चरित्र पर ध्यान दें। धन गया तो कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य गया तो कुछ-कुछ गया किंतु चरित्र गया तो सब कुछ गया। अतः चरित्र ही है जो मनुष्य को महान बनाता है।
ऐसी ही ज्ञानवर्धक सूचनाओ के लिए तुरंत जॉइन करे 🔜@Brahmacharya
गंदे सिनेमा ने तो सत्यानाश कर दिया है। देखो कि इस सिनेमा से कितने घर बरबाद हो गये हैं ! कैसे बुरे चित्र एवं वासनाओं से भरे गाने चित्त को खराब करते हैं ! मन खराब तो शरीर खराब । शरीर को बीमारीयाँ आकर घेर लेती हैं। पैसे भी दो और बीमारियाँ भी लो, ऐसे सिनेमा से क्या लाभ ! आजकल केवल पैसे कमाने के लिए बुरी से बुरी फिल्म का निर्माण करके लोगों का खाना खराब किया जा रहा है।
एक बार विनोबा भावे को सिनेमा में ले गये। वहाँ बुरे चित्र दिखाने लगे तो विनोबा दरी बिछाकर सो गये। तुम भी ऐसी फिल्में न देखो। सिनेमा देखने से विचार, संकल्प खराब होते हैं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने चरित्र पर ध्यान दें। धन गया तो कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य गया तो कुछ-कुछ गया किंतु चरित्र गया तो सब कुछ गया। अतः चरित्र ही है जो मनुष्य को महान बनाता है।
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Forwarded from James Wayne
योगदर्शनम्_by_स्वामी_सत्यपति_परिव्राजक.pdf
4.2 MB
दोस्तो, आप इस चैनल का लिंक (t.me/brahmacharya ) ज्यादा से ज्यादा युवाओ के साथ शेयर करे । जिससे उनका भविष्य भी उज्जवल बन सके।ये आपके द्वारा की गई उनकी सच्ची सहायता होगी।
Films ki ,jokes की ,वीडियोस की लिंक हम काफी शेयर करते है। ऐसी जीवन को नई दिशा देने वाली लिंक जरूर शेयर करे। अगर आप एक भी भटके युवा को सही रास्ते पर ले आये तो वो पूरी जिंदगी आपको दुआ देगा। 👍
Films ki ,jokes की ,वीडियोस की लिंक हम काफी शेयर करते है। ऐसी जीवन को नई दिशा देने वाली लिंक जरूर शेयर करे। अगर आप एक भी भटके युवा को सही रास्ते पर ले आये तो वो पूरी जिंदगी आपको दुआ देगा। 👍
Forwarded from Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
Brahmacharya in Krishna Consciousness.pdf
436.3 KB
Brahmacharya in Krishna Consciousness.pdf
मनुष्य कितना भी पतित हो वह महान बन सकता है !
सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन किया जाए, अगर ऐसा 10-15 मिनट सुबह शाम करे, अच्छी किताबो का पाठ करें, और भगवान को याद करे ,उनसे बातें करें,प्रेरणा ले फिर अंतर में डुबकी मारे तो कितना भी पतित,कैसा भी गिरा हुआ व्यक्ति हो,उसका पतन बंद होने लगेगा,मन पवित्र होने लगेगा। वह मंगल के रास्ते चल पड़ेगा। खुद को सही रास्ते पर लाकर जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है ।
सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन किया जाए, अगर ऐसा 10-15 मिनट सुबह शाम करे, अच्छी किताबो का पाठ करें, और भगवान को याद करे ,उनसे बातें करें,प्रेरणा ले फिर अंतर में डुबकी मारे तो कितना भी पतित,कैसा भी गिरा हुआ व्यक्ति हो,उसका पतन बंद होने लगेगा,मन पवित्र होने लगेगा। वह मंगल के रास्ते चल पड़ेगा। खुद को सही रास्ते पर लाकर जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है ।
मनुष्य कितना भी पतित हो वह महान बन सकता है !
सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन किया जाए, अगर ऐसा 10-15 मिनट सुबह शाम करे, अच्छी किताबो का पाठ करें, और भगवान को याद करे ,उनसे बातें करें,प्रेरणा ले फिर अंतर में डुबकी मारे तो कितना भी पतित,कैसा भी गिरा हुआ व्यक्ति हो,उसका पतन बंद होने लगेगा,मन पवित्र होने लगेगा। वह मंगल के रास्ते चल पड़ेगा। खुद को सही रास्ते पर लाकर जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है ।
सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन किया जाए, अगर ऐसा 10-15 मिनट सुबह शाम करे, अच्छी किताबो का पाठ करें, और भगवान को याद करे ,उनसे बातें करें,प्रेरणा ले फिर अंतर में डुबकी मारे तो कितना भी पतित,कैसा भी गिरा हुआ व्यक्ति हो,उसका पतन बंद होने लगेगा,मन पवित्र होने लगेगा। वह मंगल के रास्ते चल पड़ेगा। खुद को सही रास्ते पर लाकर जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है ।
Forwarded from Brahmacharya™ (ब्रह्मचर्य) Celibacy
Brahmacharya_Vrat_Ka_Paalan_&_Kaam.pdf
33.9 MB
ब्रह्मचर्य व्रत का पालन और काम विकार पर विजय BK जगदीश भाई
सदैव प्रसन्न रहो
जो हो चुका वह बीत गया | बीती सो बीती, बीती ताही बिसार दे, आगे की सुधि लेय | एक तो रोग, फिर उसका चिंतन और भी रुग्ण बना देता है | इसलिये पहला काम तो यह करो कि दीनता के विचारों को तिलांजलि देकर प्रसन्न और प्रफुल्लित रहना प्रारंभ कर दो |( Past is Past)
पीछे कितना जीवन शक्ति का नाश हो चुका है, उसकी चिंता छोड़कर अब कैसे उसका रक्षण हो सके, उसके लिये उपाय करने हेतु कमर कस लो |
ध्यान रहे : जीवन शक्ति का दमन नहीं करना है, उसे ऊर्ध्वगामी बनाना है | इस शक्ति के ऊर्ध्वगमन के कुछ प्रयोग हम समझ लें | रचनात्मक कार्यों में ,आध्यात्मिकता में , समाज सेवा जैसे महान कार्यों में खुद को लगाएं।
जो हो चुका वह बीत गया | बीती सो बीती, बीती ताही बिसार दे, आगे की सुधि लेय | एक तो रोग, फिर उसका चिंतन और भी रुग्ण बना देता है | इसलिये पहला काम तो यह करो कि दीनता के विचारों को तिलांजलि देकर प्रसन्न और प्रफुल्लित रहना प्रारंभ कर दो |( Past is Past)
पीछे कितना जीवन शक्ति का नाश हो चुका है, उसकी चिंता छोड़कर अब कैसे उसका रक्षण हो सके, उसके लिये उपाय करने हेतु कमर कस लो |
ध्यान रहे : जीवन शक्ति का दमन नहीं करना है, उसे ऊर्ध्वगामी बनाना है | इस शक्ति के ऊर्ध्वगमन के कुछ प्रयोग हम समझ लें | रचनात्मक कार्यों में ,आध्यात्मिकता में , समाज सेवा जैसे महान कार्यों में खुद को लगाएं।