"भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, शहीद भगत सिंह जी का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के बंगा गाँव में हुआ था। उन्होंने बहुत कम उम्र में देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष किया। भगत सिंह जी ने 'साइमन कमीशन' के विरोध के दौरान लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए ब्रिटिश पुलिस अधिकारी सॉन्डर्स को मारा और देश के लिए फांसी का सामना किया। उनकी क्रांतिकारी विचारधारा और साहस ने भारतीय युवाओं में स्वतंत्रता के प्रति जागरूकता उत्पन्न की। आज उनकी जयंती पर हम उन्हें नमन करते हैं और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेते हैं।"
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महात्मा गांधी, जिन्हें "राष्ट्रपिता" के रूप में जाना जाता है, का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उनकी शिक्षाएं सत्य, अहिंसा, और स्वराज पर आधारित थीं। महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसात्मक संघर्ष और सत्याग्रह की शक्ति का प्रदर्शन किया। उनके नेतृत्व में देश ने ब्रिटिश शासन से मुक्ति पाई। गांधी जी ने विश्व में शांति और मानवता के प्रतीक के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी जयंती पर हम सभी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेते हैं।
आइए, गांधी जी के आदर्शों पर चलकर समाज में शांति, सद्भावना और समर्पण की भावना को आगे बढ़ाएं।
आइए, गांधी जी के आदर्शों पर चलकर समाज में शांति, सद्भावना और समर्पण की भावना को आगे बढ़ाएं।
लाल बहादुर शास्त्री जी, भारत के दूसरे प्रधानमंत्री और एक अद्वितीय नेता थे, जिन्होंने अपनी सादगी, निष्ठा और दृढ़ता से देश को एक नई दिशा दी। उनका प्रसिद्ध नारा "जय जवान जय किसान" आज भी हर भारतीय के दिल में गूंजता है। यह नारा देश के सैनिकों और किसानों के योगदान को समान रूप से सम्मानित करता है। शास्त्री जी का जीवन संघर्ष और साहस का प्रतीक था, और उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2 अक्टूबर को उनकी जयंती पर हम सभी को उनके महान योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन करना चाहिए। उनकी सादगी और देशभक्ति आज भी हर भारतीय को प्रेरित करती है।
लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।
लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।