🔥 शांति से पहले क्रांति 🔥
ये मेरी बातें सिर्फ़ बातें नहीं हैं कि जिनको सुनकर तुम थोड़ी देर के लिए तनावमुक्त हो जाओ, तुम्हें थोड़ी राहत, थोड़ा सुकून मिल जाए। मेरी ये बातें शान्ति से पहले क्रान्ति का आवाहन हैं। ये आंतरिक युद्ध का शंखनाद है। और कोई इन्हें अगर ध्यान से सुनेगा तो उसे क्रान्ति में कूदना ही पड़ेगा। और जब क्रान्ति में कूदोगे तब मैं पूछूँगा कि दुनिया में जितना संघर्ष कर रहे थे, दुनिया में जितनी लड़ाई चल रही थी, अब बताओ बेटा, उससे कम चल रही है कि ज़्यादा चल रही है।
दूसरों के ख़िलाफ़ लड़ना कहीं ज़्यादा आसान है अपने ख़िलाफ़ लड़ने से। दूसरों को कुछ सिद्ध कर देना, जता देना, साबित कर देना कहीं ज़्यादा आसान है अपनी ही साक्षी दृष्टि के सामने अपनी सत्यता प्रमाणित करने से। दूसरों को तो बहुत होता है न, कि जता आते हो कि हम बड़े आदमी हैं, हम बड़े सच्चे आदमी हैं, हम बेहतर, बढ़िया आदमी हैं। ये आसान है। ख़ुद को ये प्रमाणित करो तो जानें।
बाहर वाला तो चलता ही रहेगा, भीतर वाला काम करो। जब भीतर वाला काम सही चलता है, तो तुम पाते हो कि बाहर वाला काम बहुत आसान हो गया। जो बड़ी लड़ाई लड़ रहा है और बड़ी लड़ाई जीत रहा है उसके लिए अब छोटी लड़ाई कैसी हो जाएगी? बच्चों का खेल। उसको तो बहुत आसानी से जीत लेगा न। भीतर वाली लड़ाई जीत लो, बाहर की सब लड़ाइयाँ तुम पाओगे कि तुम्हारे लिए बहुत आसान हो गयी हैं।
➖➖➖
🔥 यह उद्धरण *"संघर्ष"* पुस्तक से लिया गया है।
🔥 संघर्ष हाल ही में *उभरती नेशनल बेस्टसेलर* के रूप में सामने आई है।
📚 सीमित प्रतियाँ बची हैं स्टॉक में। अपनी प्रति जल्द-से-जल्द लें: 📚 https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
ये मेरी बातें सिर्फ़ बातें नहीं हैं कि जिनको सुनकर तुम थोड़ी देर के लिए तनावमुक्त हो जाओ, तुम्हें थोड़ी राहत, थोड़ा सुकून मिल जाए। मेरी ये बातें शान्ति से पहले क्रान्ति का आवाहन हैं। ये आंतरिक युद्ध का शंखनाद है। और कोई इन्हें अगर ध्यान से सुनेगा तो उसे क्रान्ति में कूदना ही पड़ेगा। और जब क्रान्ति में कूदोगे तब मैं पूछूँगा कि दुनिया में जितना संघर्ष कर रहे थे, दुनिया में जितनी लड़ाई चल रही थी, अब बताओ बेटा, उससे कम चल रही है कि ज़्यादा चल रही है।
दूसरों के ख़िलाफ़ लड़ना कहीं ज़्यादा आसान है अपने ख़िलाफ़ लड़ने से। दूसरों को कुछ सिद्ध कर देना, जता देना, साबित कर देना कहीं ज़्यादा आसान है अपनी ही साक्षी दृष्टि के सामने अपनी सत्यता प्रमाणित करने से। दूसरों को तो बहुत होता है न, कि जता आते हो कि हम बड़े आदमी हैं, हम बड़े सच्चे आदमी हैं, हम बेहतर, बढ़िया आदमी हैं। ये आसान है। ख़ुद को ये प्रमाणित करो तो जानें।
बाहर वाला तो चलता ही रहेगा, भीतर वाला काम करो। जब भीतर वाला काम सही चलता है, तो तुम पाते हो कि बाहर वाला काम बहुत आसान हो गया। जो बड़ी लड़ाई लड़ रहा है और बड़ी लड़ाई जीत रहा है उसके लिए अब छोटी लड़ाई कैसी हो जाएगी? बच्चों का खेल। उसको तो बहुत आसानी से जीत लेगा न। भीतर वाली लड़ाई जीत लो, बाहर की सब लड़ाइयाँ तुम पाओगे कि तुम्हारे लिए बहुत आसान हो गयी हैं।
➖➖➖
🔥 यह उद्धरण *"संघर्ष"* पुस्तक से लिया गया है।
🔥 संघर्ष हाल ही में *उभरती नेशनल बेस्टसेलर* के रूप में सामने आई है।
📚 सीमित प्रतियाँ बची हैं स्टॉक में। अपनी प्रति जल्द-से-जल्द लें: 📚 https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
acharyaprashant.org
Acharya Prashant
Acharya Prashant, the world's most followed spiritual teacher, has over 64 million YouTube subscribers, 100 Million watch hours, and 6 Billion views on social media. Discover his profound impact!
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
जवानी की दहाड़!
👉🏻 लालच, डर, मोह,
क्रोध, ईर्ष्या, अज्ञान -
भीतर बैठे इन दुश्मनों से
आज़ादी कैसे पाएँ?
👉🏻 लालच और डर के अलावा
ऊर्जा का दूसरा स्रोत कैसे पाएँ?
हमारी ओर से 3 सुझाव:
🔥 डर, कामना, संबंध जैसे रोज़ाना के मुद्दों को समझें:
https://shorturl.at/bcnE0
🔥 गीता व वेदान्त की सहायता से अपने मन को समझें:
https://shorturl.at/doF03
📚 पढ़ना पसंद करते हैं? तो जीवन पर आधारित ई-बुक्स से शुरुआत करें:
https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00013
क्रोध, ईर्ष्या, अज्ञान -
भीतर बैठे इन दुश्मनों से
आज़ादी कैसे पाएँ?
👉🏻 लालच और डर के अलावा
ऊर्जा का दूसरा स्रोत कैसे पाएँ?
हमारी ओर से 3 सुझाव:
🔥 डर, कामना, संबंध जैसे रोज़ाना के मुद्दों को समझें:
https://shorturl.at/bcnE0
🔥 गीता व वेदान्त की सहायता से अपने मन को समझें:
https://shorturl.at/doF03
📚 पढ़ना पसंद करते हैं? तो जीवन पर आधारित ई-बुक्स से शुरुआत करें:
https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00013
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
जिन्हें सही राह चलना हो...
ऑनलाइन जुड़ने के लिए फॉर्म भरें:
https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-sant-sarita
https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-sant-sarita
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
📚 विद्यार्थी जीवन, पढ़ाई और मौज [15000+ प्रतियाँ लोगों ने लीं] 📚
उनके लिए,
😤 जिनका ध्यान टूटता है
🧐 एकाग्रता जिनकी समस्या है
😴 समय पर जिनकी पकड़ नहीं
किसी भी जवान व्यक्ति के व्यक्तित्व को
निखारने और एक सही दिशा देने मे
यह दो पुस्तकें अति उपयोगी हैं 🎯
1. विद्यार्थी जीवन, पढ़ाई और मौज (नेशनल बेस्टसेलर)
2. संघर्ष (उभरती बेस्टसेलर)
पुस्तकों की बढ़ती माँग के चलते पुस्तकें जल्दी आउट ऑफ़ स्टॉक हो रही हैं। देर न करें।
📚 दोनों पुस्तकें यहाँ से लें: 📚
https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
🔥 कोई भी क्रांति साहित्य से ही आगे बढ़ती है, यदि आप अधिकतम लोगों के लिए न्यूनतम राशि में आचार्य जी का साहित्य उपलब्ध करवाना चाहते हैं तो अनुदान करें। अपना कर्तव्य निभाएँ: 🔥
https://acharyaprashant.org/en/contribute/contribute-books?cmId=m00013
उनके लिए,
😤 जिनका ध्यान टूटता है
🧐 एकाग्रता जिनकी समस्या है
😴 समय पर जिनकी पकड़ नहीं
किसी भी जवान व्यक्ति के व्यक्तित्व को
निखारने और एक सही दिशा देने मे
यह दो पुस्तकें अति उपयोगी हैं 🎯
1. विद्यार्थी जीवन, पढ़ाई और मौज (नेशनल बेस्टसेलर)
2. संघर्ष (उभरती बेस्टसेलर)
पुस्तकों की बढ़ती माँग के चलते पुस्तकें जल्दी आउट ऑफ़ स्टॉक हो रही हैं। देर न करें।
📚 दोनों पुस्तकें यहाँ से लें: 📚
https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
🔥 कोई भी क्रांति साहित्य से ही आगे बढ़ती है, यदि आप अधिकतम लोगों के लिए न्यूनतम राशि में आचार्य जी का साहित्य उपलब्ध करवाना चाहते हैं तो अनुदान करें। अपना कर्तव्य निभाएँ: 🔥
https://acharyaprashant.org/en/contribute/contribute-books?cmId=m00013
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
खाना ख़ुद क्यों नहीं बनाते?
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
₹129 में "10 सूत्र बच्चों की परवरिश के" पुस्तक आपके घर पर। सीमित प्रतियाँ उपलब्ध:
https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
ये कैसा प्रेम है?
Times of India recently interviewed Acharya Prashant on the burning issue of Israel - Hamas conflict.
The interviewer, a journalist with Times of India, visited BodhSthal for the in-person interview which lasted well over an hour.
He asked in-depth questions regarding the burning conflict starting from the history of Palestine and Israel to the significance of Jerusalem, moral implications of supporting Israel or Hamas, the role of religion in current world order, and other relevant issues regarding the conflict.
Being a listener of Acharya Prashant himself, the interviewer also took the opportunity to ask the about war in the context of Bhagwad Gita and few other queries related to Vedanta.
The interview will soon be released on Times of India's YouTube channel and other social media platforms. Stay tuned!
To invite Acharya Prashant for an interview or podcast, fill the below form: https://docs.google.com/forms/d/1K9Ow_Ez9A3ng2qwRlOjnvA-8zmPFgTaQQ09eBsDKR9c/edit?ts=651292e8
The interviewer, a journalist with Times of India, visited BodhSthal for the in-person interview which lasted well over an hour.
He asked in-depth questions regarding the burning conflict starting from the history of Palestine and Israel to the significance of Jerusalem, moral implications of supporting Israel or Hamas, the role of religion in current world order, and other relevant issues regarding the conflict.
Being a listener of Acharya Prashant himself, the interviewer also took the opportunity to ask the about war in the context of Bhagwad Gita and few other queries related to Vedanta.
The interview will soon be released on Times of India's YouTube channel and other social media platforms. Stay tuned!
To invite Acharya Prashant for an interview or podcast, fill the below form: https://docs.google.com/forms/d/1K9Ow_Ez9A3ng2qwRlOjnvA-8zmPFgTaQQ09eBsDKR9c/edit?ts=651292e8
🔥 क्रांति [बाहर भी, भीतर भी] 🔥
अब हार्डकॉपी में!
मात्र₹550 ₹129 में आपके घर पर
⏰ सिर्फ़ मध्यरात्रि तक ⏰
📚 अभी मँगाएँ: 📚 https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
🔥 कोई भी क्रांति साहित्य से ही आगे बढ़ती है, यदि आप अधिकतम लोगों के लिए न्यूनतम राशि में आचार्य जी का साहित्य उपलब्ध करवाना चाहते हैं तो अनुदान करें। अपना कर्तव्य निभाएँ: 🔥
https://acharyaprashant.org/en/contribute/contribute-books?cmId=m00013
[उन सभी का आभार जिन्होंने पुस्तकों के दाम कम रखने में हमारे हाथ मज़बूत किए हैं🙏🏻]
अब हार्डकॉपी में!
मात्र
⏰ सिर्फ़ मध्यरात्रि तक ⏰
📚 अभी मँगाएँ: 📚 https://acharyaprashant.org/en/books?cmId=m00013
🔥 कोई भी क्रांति साहित्य से ही आगे बढ़ती है, यदि आप अधिकतम लोगों के लिए न्यूनतम राशि में आचार्य जी का साहित्य उपलब्ध करवाना चाहते हैं तो अनुदान करें। अपना कर्तव्य निभाएँ: 🔥
https://acharyaprashant.org/en/contribute/contribute-books?cmId=m00013
[उन सभी का आभार जिन्होंने पुस्तकों के दाम कम रखने में हमारे हाथ मज़बूत किए हैं🙏🏻]
This media is not supported in your browser
VIEW IN TELEGRAM
बिगड़ गई भाषा, बर्बाद हुए बच्चे