इनका आभार कैसे व्यक्त करेंगे?
इनका ऋण कैसे चुकाएँगे?
यदि वे उपनिषदों के ऋषि थे
जिन्होंने हमें आत्मा का ज्ञान दिया
तो वे हमारे संत ही थे
जिन्होंने उस ज्ञान को हमारे लिए
‘सहज’ बनाया।
आचार्य जी को उपनिषद बहुत प्रिय हैं,
लेकिन वे स्वयं को
कबीर साहब का ‘फ़ैन’ कहते हैं,
कुछ तो बात होगी, हैं न? 😇
एक बार कबीर साहब के दोहे उनके सामने थे
तो उनको देखकर वे बोले,
“कबीर साहब यदि एक कमरे में हैं तो
वहाँ उपलब्ध हर वस्तु में वे तुम्हें परमात्मा दिखा सकते हैं
कभी चक्की, कभी चींटी, कभी मक्खी, कभी चादर
उनके लिए हर जगह परमात्मा हैं!”
मज़ाक-मज़ाक में उन्होंने ये भी कहा कि
यदि उनके समय पर रेलगाड़ी रही होती
तो सैकड़ों दोहे तो वे रेल पर ही कह गए होते!
हम सब उस वक्त खूब हँसे थे
लेकिन आचार्य जी द्वारा कही गई
उस बात को सुनकर हमारे भीतर
संतों के लिए आदर और बढ़ गया।🙏
आर्थिक-सामाजिक-राजनीतिक स्थिति
कैसी भी रही हो पूरे देश की
लेकिन भक्ति संतों की एक पूरी श्रृंखला रही
जिसने
आपके लिए, हमारे लिए, सभी के लिए
“समाधि को सहज बनाया”।
भीतर बैठे जानवर को कण-कण में छुपे
नारायण से मिलवाया।
देश की हर गली, हर नुक्कड़ पर
‘उसका’ गीत गाया।
लालची और डरे हुए मन को भी
भजना सिखाया।
संतों के साथ समय बिताने के
इस सुनहरे मौके को ना गँवाएँ:
संतों पर आधारित वीडियो श्रृंखला, मात्र ₹11: https://acharyaprashant.org/en/courses/campaign/cc-2fd682?cmId=m00025
लेकिन आपके आर्थिक सहयोग के बिना न्यूनतम सहयोग राशि में अमूल्य बोध उपलब्ध करवा पाना हमारे लिए असंभव है।
इसलिए अपनी संस्था के काम को आगे बढ़ाने हेतु इन वीडियो श्रृंखला व पुस्तकों का लाभ लें और योगदान ज़रूर करें: https://acharyaprashant.org/hi/contribute/contribute-work-apr-2023?cmId=m00025
कटु तथ्य:- निशुल्क यूट्यूब वीडियो, न्यूनतम राशि पर उपलब्ध वीडियो श्रृंखला व पुस्तकों का लाभ उठाने वाले लोगों में से मात्र 0.1% लोग ही संस्था के काम को आगे बढ़ाने हेतु आर्थिक सहयोग देते हैं। यदि आचार्य जी की सीख ने आपकी सहायता की है, तो क्षमता-अनुसार योगदान ज़रूर करें!
इनका ऋण कैसे चुकाएँगे?
यदि वे उपनिषदों के ऋषि थे
जिन्होंने हमें आत्मा का ज्ञान दिया
तो वे हमारे संत ही थे
जिन्होंने उस ज्ञान को हमारे लिए
‘सहज’ बनाया।
आचार्य जी को उपनिषद बहुत प्रिय हैं,
लेकिन वे स्वयं को
कबीर साहब का ‘फ़ैन’ कहते हैं,
कुछ तो बात होगी, हैं न? 😇
एक बार कबीर साहब के दोहे उनके सामने थे
तो उनको देखकर वे बोले,
“कबीर साहब यदि एक कमरे में हैं तो
वहाँ उपलब्ध हर वस्तु में वे तुम्हें परमात्मा दिखा सकते हैं
कभी चक्की, कभी चींटी, कभी मक्खी, कभी चादर
उनके लिए हर जगह परमात्मा हैं!”
मज़ाक-मज़ाक में उन्होंने ये भी कहा कि
यदि उनके समय पर रेलगाड़ी रही होती
तो सैकड़ों दोहे तो वे रेल पर ही कह गए होते!
हम सब उस वक्त खूब हँसे थे
लेकिन आचार्य जी द्वारा कही गई
उस बात को सुनकर हमारे भीतर
संतों के लिए आदर और बढ़ गया।🙏
आर्थिक-सामाजिक-राजनीतिक स्थिति
कैसी भी रही हो पूरे देश की
लेकिन भक्ति संतों की एक पूरी श्रृंखला रही
जिसने
आपके लिए, हमारे लिए, सभी के लिए
“समाधि को सहज बनाया”।
भीतर बैठे जानवर को कण-कण में छुपे
नारायण से मिलवाया।
देश की हर गली, हर नुक्कड़ पर
‘उसका’ गीत गाया।
लालची और डरे हुए मन को भी
भजना सिखाया।
संतों के साथ समय बिताने के
इस सुनहरे मौके को ना गँवाएँ:
संतों पर आधारित वीडियो श्रृंखला, मात्र ₹11: https://acharyaprashant.org/en/courses/campaign/cc-2fd682?cmId=m00025
लेकिन आपके आर्थिक सहयोग के बिना न्यूनतम सहयोग राशि में अमूल्य बोध उपलब्ध करवा पाना हमारे लिए असंभव है।
इसलिए अपनी संस्था के काम को आगे बढ़ाने हेतु इन वीडियो श्रृंखला व पुस्तकों का लाभ लें और योगदान ज़रूर करें: https://acharyaprashant.org/hi/contribute/contribute-work-apr-2023?cmId=m00025
कटु तथ्य:- निशुल्क यूट्यूब वीडियो, न्यूनतम राशि पर उपलब्ध वीडियो श्रृंखला व पुस्तकों का लाभ उठाने वाले लोगों में से मात्र 0.1% लोग ही संस्था के काम को आगे बढ़ाने हेतु आर्थिक सहयोग देते हैं। यदि आचार्य जी की सीख ने आपकी सहायता की है, तो क्षमता-अनुसार योगदान ज़रूर करें!
acharyaprashant.org
Acharya Prashant
Acharya Prashant is a spiritual teacher rooted in Advait Vedanta. His unique spiritual literature is at par with the highest words that mankind has ever known. Equally, one could simply call him a teacher beyond any tradition. He is a veganism promoter, an…
To join, fill the form below:
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
'वर्तमान' पर राष्ट्रीय सहारा में आचार्य प्रशांत का प्रकाशित एक लेख।
पूरा लेख पढ़ने हेतु: https://cimg.acharyaprashant.org/images/img-2e7d46b7-f0fb-48ec-be76-6f19354ac88b/20/image.jpg
पूरा लेख पढ़ने हेतु: https://cimg.acharyaprashant.org/images/img-2e7d46b7-f0fb-48ec-be76-6f19354ac88b/20/image.jpg
आचार्य प्रशांत का योद्धा बनना है?
क्या आप सर्वश्रेष्ठ चुनौती स्वीकार कर सकते हैं?
ज़रूरत है ऐसे लोगों की जो आचार्य जी का संदेश जन-जन तक पहुँचाएँ!
आपकी संस्था महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियाँ कर रही है। यह अवसर आपके लिए है।
आपसे कुछ बुनियादी आवश्यकताएँ:
१. आपको आचार्य प्रशांत जी की शिक्षाओं की गहरी समझ हो।
२. अपनी बात समझाने में आपको महारत हो। बातचीत में कुशलता आपकी ताकत हो।
३. आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को फैलाने का आपका इरादा सच्चा हो।
यदि आप इन तीनों शर्तों को पूरा करते हैं,
तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरकर आवेदन करें:
https://forms.gle/wwcBc5wsh2UTxDWH6
क्या आप सर्वश्रेष्ठ चुनौती स्वीकार कर सकते हैं?
ज़रूरत है ऐसे लोगों की जो आचार्य जी का संदेश जन-जन तक पहुँचाएँ!
आपकी संस्था महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियाँ कर रही है। यह अवसर आपके लिए है।
आपसे कुछ बुनियादी आवश्यकताएँ:
१. आपको आचार्य प्रशांत जी की शिक्षाओं की गहरी समझ हो।
२. अपनी बात समझाने में आपको महारत हो। बातचीत में कुशलता आपकी ताकत हो।
३. आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को फैलाने का आपका इरादा सच्चा हो।
यदि आप इन तीनों शर्तों को पूरा करते हैं,
तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरकर आवेदन करें:
https://forms.gle/wwcBc5wsh2UTxDWH6
"The way to assured success"
Acharya Prashant's article published in The Pioneer.
To read more: https://www.pioneeredge.in/the-way-to-assured-success-acharya-prashant/
Acharya Prashant's article published in The Pioneer.
To read more: https://www.pioneeredge.in/the-way-to-assured-success-acharya-prashant/
To join, fill the form below:
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
"सच्चे पथ - प्रदर्शक की तरह हैं गुरु"
अमर उजाला में प्रकाशित आचार्य प्रशांत का एक लेख।
पूरा लेख पढ़ने हेतु: https://cimg.acharyaprashant.org/images/img-65545a8e-5f0a-4f12-8674-765141d6d749/40/image.jpg
अमर उजाला में प्रकाशित आचार्य प्रशांत का एक लेख।
पूरा लेख पढ़ने हेतु: https://cimg.acharyaprashant.org/images/img-65545a8e-5f0a-4f12-8674-765141d6d749/40/image.jpg
आचार्य प्रशांत का योद्धा बनना है?
क्या आप सर्वश्रेष्ठ चुनौती स्वीकार कर सकते हैं?
ज़रूरत है ऐसे लोगों की जो आचार्य जी का संदेश जन-जन तक पहुँचाएँ!
आपकी संस्था महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियाँ कर रही है। यह अवसर आपके लिए है।
आपसे कुछ बुनियादी आवश्यकताएँ:
१. आपको आचार्य प्रशांत जी की शिक्षाओं की गहरी समझ हो।
२. अपनी बात समझाने में आपको महारत हो। बातचीत में कुशलता आपकी ताकत हो।
३. आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को फैलाने का आपका इरादा सच्चा हो।
यदि आप इन तीनों शर्तों को पूरा करते हैं,
तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरकर आवेदन करें:
https://forms.gle/wwcBc5wsh2UTxDWH6
क्या आप सर्वश्रेष्ठ चुनौती स्वीकार कर सकते हैं?
ज़रूरत है ऐसे लोगों की जो आचार्य जी का संदेश जन-जन तक पहुँचाएँ!
आपकी संस्था महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियाँ कर रही है। यह अवसर आपके लिए है।
आपसे कुछ बुनियादी आवश्यकताएँ:
१. आपको आचार्य प्रशांत जी की शिक्षाओं की गहरी समझ हो।
२. अपनी बात समझाने में आपको महारत हो। बातचीत में कुशलता आपकी ताकत हो।
३. आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं को फैलाने का आपका इरादा सच्चा हो।
यदि आप इन तीनों शर्तों को पूरा करते हैं,
तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरकर आवेदन करें:
https://forms.gle/wwcBc5wsh2UTxDWH6
On 10th April'23, Acharya Prashant gave a TEDx talk in Sri Venkateshwara College, Delhi University on the theme “Spinning yarn of epiphany”
He delivered a truly epiphanic talk and pointed out how we are collectively missing the obvious.
Acharya Prashant redefined epiphany in today’s context and said that the epiphanic moment is the recognition of the obvious - the obvious destructive consumer culture, the obvious global warming, the obvious inequality in incomes, the obvious animal cruelty, the obvious deteriorating mental health, the obvious decline in creativity in the world, etc.
He ended his talk by stressing that now is the time to stand up and take notice.
He delivered a truly epiphanic talk and pointed out how we are collectively missing the obvious.
Acharya Prashant redefined epiphany in today’s context and said that the epiphanic moment is the recognition of the obvious - the obvious destructive consumer culture, the obvious global warming, the obvious inequality in incomes, the obvious animal cruelty, the obvious deteriorating mental health, the obvious decline in creativity in the world, etc.
He ended his talk by stressing that now is the time to stand up and take notice.
To join, fill the form below:
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?cmId=m00002
➖✨➖✨
Q & A with Acharya Prashant
Delhi NCR
15th and 22nd April,'23
कार्यशाला में जुड़ने के लिए फॉर्म भरें:
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?iid=event-02e452&cmId=m00002
➖✨➖
आचार्य प्रशांत कार्यशाला
दिल्ली NCR
29 - 30 अप्रैल,'23
https://acharyaprashant.org/en/enquiry-vedant-mahotsav?iid=event-02e452&cmId=m00002
➖✨➖
आचार्य प्रशांत कार्यशाला
दिल्ली NCR
29 - 30 अप्रैल,'23