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था मे बच्‍चे अपने समवयस्‍क समूह के सक्रिय सदस्‍य हो जाते है।

उत्‍तर – किशोरावस्‍था

प्रश्‍न 31 – बच्‍चे के संज्ञानात्‍मक विकास को सबसे अच्‍छे तरीके से कहॉ परिभाषित किया जा सकता है।

उत्‍तर – विद्यालय एवं कक्षा में

प्रश्‍न 32 – पियाजे के अनुसार बौद्धिक विकास का निर्धारक तत्‍व नही है।

उत्‍तर – सामाजिक संचरण

श्‍न 33 – बालकों की सोच अमूर्तता की अपेक्षा मूर्त अनुभवों एवं प्रत्‍ययों से होती है। यह अवस्‍था है।

उत्‍तर – 7 से 12 वर्ष तक

प्रश्‍न 34 – संवेदी पेशीय अवस्‍था होती है।

उत्‍तर – 0 - 2 वर्ष तक

प्रश्‍न 35 – एक 13 वर्षीय बालक बात-बात में अपने बड़ों से झगड़ा करने लगता है और हमेशा स्‍वयं को सही साबित करने की कोशिश करता है वह विकास की कौन सी अवस्‍था है।

उत्‍तर – किशोरावस्‍था

प्रश्‍न 36 – ‘खिलौनों की आयु कहा जाता है।‘

उत्‍तर – पूर्व बाल्‍यावस्‍था को

प्रश्‍न 37 – उत्‍तर बाल्‍यावस्‍था में बालक भौतिक वस्‍तुओं के किस आवश्‍यक तत्‍व में परिवर्तन समझने लगता है।

उत्‍तर – द्रव्‍यमान,  संख्‍या और क्षेत्र

प्रश्‍न 38 – दूसरे वर्ष के अंत तक शिशु का शब्‍द भंडार हो जाता है।

उत्‍तर – 100 शब्‍द

प्रश्‍न 39 – शर्म तथा गर्व जैसी भावना का विकास किस अवस्‍था में होता है।

उत्‍तर – बाल्‍यावस्‍था

प्रश्‍न 40 – मैक्‍डूगल के अनुसार मूल प्रवृति ‘जिज्ञासा’ का संबंध कौन संवेग से है।

उत्‍तर – आश्चर्य

प्रश्‍न 41 – शैशवावस्‍था की मुख्‍य विशेषता नही है।

उत्‍तर – चिन्‍तन प्रक्रिया

प्रश्‍न 42 – किसी विद्यार्थी कह सबसे महत्‍वपूर्ण विशेषता है।

उत्‍तर – आज्ञाकारिता

प्रश्‍न 43 – मानवीय मूल्‍यों, जो प्रकृति में सार्वत्रिक हैं, के विकास का अर्थ है-

उत्‍तर – अभिव्‍यक्ति

प्रश्‍न 44 – किस स्‍तर के बच्‍चे अपने समकक्षी वर्ग के सक्रिय सदस्‍य बन जाते है।

उत्‍तर – किशोरावस्‍था

प्रश्‍न 45 – विकास शुरू होता है।

उत्‍तर – प्रसवपूर्ण अवस्‍था से

प्रश्‍न 46 – बहुविध बुद्धि सिद्धांत के अनुसार सभी प्रकार के पशुओं, खनिजों और पेड़-पौधों को पहचाने और वर्गीकृत करने की योग्‍यता .................. कहलाती है।

उत्‍तर – संज्ञानात्‍मक गतिविधि


प्रश्‍न 47 –पियाजे के अधिगम के संज्ञानात्‍मक सिद्धांत के अनुसार, वह प्रक्रिया जिसके द्वारा संज्ञानात्‍मक संरचना को संशोधित किया जाता है ................. कहलाती है।

उत्‍तर – समावेशन  

प्रश्‍न 48 – कोहलबर्ग के अनुसार सही और गलत प्रश्‍नों के बारे में निर्णय लेने में शामिल चिंतन प्रक्रिया को कहा जाता है।

उत्‍तर – नैतिक तर्कणा

प्रश्‍न 49 – एक व्‍यक्ति अपने समकक्ष व्‍यक्तियों के समूह के प्रति आक्रामक व्‍यवहार करता है और विद्यालय के मानदंडों को नही मानता। इस विद्यार्थी को ..................... में सहायता की आवश्‍यकता है।

उत्‍तर – भावात्‍मक क्षेत्र

प्रश्‍न 50 – शिक्षक को यह सलाह दी जाती है कि वे उपने शिक्षार्थियों को सामूहिक गतिविधियों में शामिल करें, क्‍योंकि सीखने को सुगम बनाने के अतिरिक्‍त, ये.................... में भी सहायता करती है।

उत्‍तर – समाजीकरn

प्रश्‍न 51 – ब्रूनर किस समप्रदाय के समर्थक थे।

उत्‍तर – संज्ञानवादी

प्रश्‍न 52 – कौन सा सिद्धान्‍त जीव विधि के हर क्ष्‍ोत्र पर बल देता है।

उत्‍तर – क्षेत्रीय सिद्धान्‍त

प्रश्‍न 53 – गेस्‍टाल्‍ट का अर्थ क्‍या है।

उत्‍तर – सम्‍पूर्ण या समग्र

प्रश्‍न 54 – प्रतिस्‍थापन का सिद्धान्‍त किस वैज्ञानिक ने दिया।

उत्‍तर – गुथरी ने

प्रश्‍न 55 – स्‍वसिद्धान्‍त किसने दिया ।

उत्‍तर – कार्ल रोजर ने

प्रश्‍न 56 –आवश्‍यकता का पद सोपान सिद्धान्‍त किसने दिया।

उत्‍तर – आब्राहिम मौसले ने

प्रश्‍न 57 – अधिगम का अर्थ क्‍या है ।

उत्‍तर – सीखन

प्रश्‍न 58 – अधिगम से क्‍या तात्‍पर्य है।

उत्‍तर –मानव व्‍यवहार में होने वाला स्‍थाई परिवर्तन अधिगम कहलाता है।

प्रश्‍न 59 – अधिगम पूर्ण कब होगा।

उत्‍तर – मानव व्‍यवहार में स्‍थाई परिवर्तन हो जाये।

प्रश्‍न 60 – संज्ञान किसे कहते है।

उत्‍तर – किसी ज्ञान को ग्रहण करना ही संज्ञान कहलाता है।


प्रश्‍न 61 – व्‍यवहारवादी मनोविज्ञान के जनक कौन है।

उत्‍तर – वाटसन ।

प्रश्‍न 62 – मनोविज्ञान के जनक कौन है।

उत्‍तर – सिंगमड फ्रायड 

प्रश्‍न 63 – मनोविशलेषणात्‍मक मनोविज्ञान के जनक कौन है।

उत्‍तर – सिंगमड फ्रायड
प्रश्‍न 64 – अंधो की लिपि के जनक कौन है   

उत्‍तर – लुई ब्रेल


प्रश्‍न 65 – L . K . G व U . K . G  पद्धति के जनक कौन है।

उत्‍तर – फ्रोबेल


प्रश्‍न 66 – नर्सरी पद्धति के जनक कौन है।

उत्‍तर – मारिया मान्‍टेस

प्रश्‍न 68 - अनुकूलित अनुक्रिया या क्‍लासिकी अुनबन्‍ध सिद्धान्‍त किसने दिया ।

उत्‍तर – पैवलॉव ने


प्रश्‍न 69 – क्रिया प्रसूत अनुबन्‍ध सिद्धान्‍त किसने दिया ।

उत्‍तर – स्किनर ने


प्रश्‍न 70 – जीनप्‍याजे किस विचारधारा के समर्थक थे।

उत्‍त
र – संज्ञानात्‍मक


प्रश्‍न 71 – जीनप्‍याजे किस देश के निवासी थे।

उत्‍तर – स्विट्जरलैण्‍ड के


प्रश्‍न 72 – जीनप्‍याजे ने अपने प्रयोग किस-किस पर किये।

उत्‍तर – जीनप्‍याजे ने अपने प्रयोग अपनी दो पुत्री व एक पुत्र पर किये ।


प्रश्‍न 73 – वह कौन मनोवैज्ञानिक है जो पहले जीवविज्ञान के प्रोफेसर थे बाद मे मनोविज्ञान के प्रोफेसर बने ।

उत्‍तर – जीनप्‍याजे


प्रश्‍न 74 – स्‍कीमा सिद्धान्‍त के जनक कौन है।

उत्‍तर – जीनप्‍याजे


प्रश्‍न 75 – कोहलर किस समप्रदाय के समर्थक थे।

उत्‍तर – संज्ञानवादी


प्रश्‍न 76 – कोहलबर्ग का विकास सिद्धांत किससे संबंधित है।

उत्‍तर – नैतिक विकास


प्रश्‍न 77 – ................ के अतिरिक्‍त बुद्धि के निम्‍नलिखित पक्षों को स्‍टर्नबर्ग के त्रितंत्र सिद्धांत में संबोधित किया गया है।

उत्‍तर – सामाजिक

प्रश्‍न 78 – थ, फ, च ध्‍वनियॉं है।

उत्‍तर – स्‍वनिम


प्रश्‍न 79 – बालकों की सोच अमूर्तता की अपेक्षा मूर्त अनुभवों एवं प्रत्‍ययों से होती है। यह अवस्‍था है-

उत्‍तर – 7 से 12 वर्ष तक

प्रश्‍न 80 – मानव विकास किन दोनों योगदान का परिणाम है।

उत्‍तर – वंशानुक्रम एवं वातावरण का


प्रश्‍न 81 – निम्‍न में से कौन पियाजे के अनुसार बौद्धिक विकास का निर्धारक तत्‍व नही है।

उत्‍तर – सामाजिक संचरण

प्रश्‍न 82 – समस्‍या के अर्थ को जानने की योग्‍यता,वातावरण के दोषों, कमियों एवं रिक्तियों के प्रति सजगता वि‍शेषता है।

उत्‍तर – सृजनशील बालकों की

प्रश्‍न 83 – एक क्रिकेट खिलाड़ी अपनी गेंदबाजी के कौशल को विकसित कर लेता है, पर यह उसके बल्‍लेबाली के कौशल को प्रभावित नही करता। इसे कहते है-

उत्‍तर – शून्‍य प्रशिक्षण अंतरण

प्रश्‍न 84 – गिलफोर्ड ने ‘अभिसारी चिंतन’ पद का प्रयोग किसके समान अर्थ में किया जाता है।

उत्‍तर – सृजनात्‍मकता

प्रश्‍न 85 – व्‍यक्ति एवं बुद्धि में वंशानुक्रम की -

उत्‍तर – नाममात्र की भूमिका है।

प्रश्‍न 86 – जिन इच्‍छाओं की पूर्ति नही होती, उनमें से भंडारगृह किसका है।

उत्‍तर – इदम्

प्रश्‍न 87 – बालक के सामाजिक विकास में सबसे महत्‍वपूर्ण कारक कौन सा है।

उत्‍तर – वातावरण

प्रश्‍न 88 – लड़कियों में बाह्य परिवर्तन किस अवस्‍था में होने लगता है।

उत्‍तर – किशोरावस्‍था

प्रश्‍न 89 – भाषा विकास के क्रम में अंतिम क्रम है-

उत्‍तर – भाषा विकास की पूर्णावस्‍था

प्रश्‍न 90 – विकासात्‍मक बालमनोविज्ञान का जनक किसे माना गया है।

उत्‍तर – जीन पियाजे को

प्रश्‍न 91 – संवेगात्मक स्थिरता का लक्षण है

उत्‍तर – समायोजित

प्रश्‍न 92 – संवेग शब्‍द का शाब्दिक अर्थ है-

उत्‍तर – उत्‍तेजना या भावों में उथल पुथल

प्रश्‍न 93 – लैमार्क ने अध्‍ययन किया था?

उत्‍तर – वंशानुक्रम का

प्रश्‍न 94 – बालक के सामाजिकरण का प्रथम घटक है।

उत्‍तर – परिवार

प्रश्‍न 95 – प्राकृतिक चयन के सिद्धांत का संबंध है।

उत्‍तर – डार्विन से

प्रश्‍न 96 – अब शिक्षा हो गई है।

उत्‍तर – बाल केन्द्रित  

प्रश्‍न 97 – पैतृक गुणों के हस्‍तांतरण के सिद्धांतों को स्‍पष्‍ट किया था।

उत्‍तर – मैण्‍डल ने

प्रश्‍न 98 – ‘बालक की अभिबृद्धि जैवकीय नियमों के अनुसार होती है’ यह कथन है-

उत्‍तर – क्रोगमैन का

प्रश्‍न 99 – बालविकास का अर्थ है।

उत्‍तर – बालक का गुणात्‍मक परिमाणात्‍मक परिवर्तन

प्रश्‍न 100 – अधिगम का पुनरावृत्ति का सिद्धांत दिया है।

उत्‍तर – पैट्रिक पावलाव ने
Imp for ctet
CTET ट्रिक 🤗🤗

परिस्थितियां चाहे कुछ भी हों, बच्चे को नुकसान नही होना चाहिए, बच्चा बच गया,
समझो CTET पास हो गया!!
😝😍😍😝

8 दिसम्बर 2019
अग्रिम शुभकामनाएं..💐💐
Ias
📚 पराचीनकाल की महत्वपूर्ण पुस्तकें व लेखक 📚

1-अष्टाध्यायी पाणिनी
2-रामायण वाल्मीकि
3-महाभारत वेदव्यास
4-अर्थशास्त्र चाणक्य
5-महाभाष्य पतंजलि
6-सत्सहसारिका सूत्र नागार्जुन
7-बुद्धचरित अश्वघोष
8-सौंदरानन्द अश्वघोष
9-महाविभाषाशास्त्र वसुमित्र
10- स्वप्नवासवदत्ता भास
11-कामसूत्र वात्स्यायन
12-कुमारसंभवम् कालिदास
13-अभिज्ञानशकुंतलम् कालिदास
14-विक्रमोउर्वशियां कालिदास
15-मेघदूत कालिदास
16-रघुवंशम् कालिदास
17-मालविकाग्निमित्रम् कालिदास
18-नाट्यशास्त्र भरतमुनि
19-देवीचंद्रगुप्तम विशाखदत्त
20-मृच्छकटिकम् शूद्रक
21-सूर्य सिद्धान्त आर्यभट्ट
22-वृहतसिंता बरामिहिर
23-पंचतंत्र। विष्णु शर्मा
24-कथासरित्सागर सोमदेव
25-अभिधम्मकोश वसुबन्धु
26-मुद्राराक्षस विशाखदत्त
27-रावणवध। भटिट
28-किरातार्जुनीयम् भारवि
29-दशकुमारचरितम् दंडी
30-हर्षचरित वाणभट्ट
31-कादंबरी वाणभट्ट
32-वासवदत्ता सुबंधु
33-नागानंद हर्षवधन
34-रत्नावली हर्षवर्धन
35-प्रियदर्शिका हर्षवर्धन
36-मालतीमाधव भवभूति
37-पृथ्वीराज विजय जयानक
38-कर्पूरमंजरी राजशेखर
39-काव्यमीमांसा राजशेखर
40-नवसहसांक चरित पदम् गुप्त
41-शब्दानुशासन राजभोज
42-वृहतकथामंजरी क्षेमेन्द्र
43-नैषधचरितम श्रीहर्ष
44-विक्रमांकदेवचरित बिल्हण
45-कुमारपालचरित हेमचन्द्र
46-गीतगोविन्द जयदेव
47-पृथ्वीराजरासो चंदरवरदाई
48-राजतरंगिणी कल्हण
49-रासमाला सोमेश्वर
50-शिशुपाल वध माघ
51-गौडवाहो वाकपति
52-रामचरित सन्धयाकरनंदी
53-द्वयाश्रय काव्य हेमचन्द्र
भारत में महत्वपूर्ण समितियों और आयोगों की सूची

1. अभिजीत सेन समिति (2002): दीर्घकालिक खाद्य नीति
2. आबिद हुसैन समिति: लघु उद्योग पर
3. अजीत कुमार समिति: सेना वेतनमान
4. अथरेया समिति: आईडीबीआई का पुनर्गठन
5. बेसल समिति: बैंकिंग पर्यवेक्षण
6. भूरेलाल समिति: मोटर वाहन कर में वृद्धि
7. बिमल जालान समिति: पूंजी बाजार बुनियादी ढांचा संस्थानों (MII) के कामकाज पर रिपोर्ट
8. बिमल जालान कमेटी (2018): आरबीआई के पास मौजूद कैपिटल रिजर्व की समीक्षा के लिए
9. सी. बाबू राजीव समिति: शिप एक्ट 1908 और शिप ट्रस्ट अधिनियम 1963 में सुधार
10. सी. रंगराजन समिति (2012): गरीबी रेखा के निर्धारण के लिए 
11. चंद्र शेखर समिति: वेंचर कैपिटल
12. चंद्रात्रे समिति की रिपोर्ट (1997): सुरक्षा विश्लेषण और निवेश प्रबंधन
13. K.B. कोर कमेटी: कैश क्रेडिट सिस्टम के संचालन की समीक्षा करने के लिए
14. दवे समिति (2000): असंगठित क्षेत्र के लिए पेंशन योजना
15. दीपक पारेख समिति: पीपीपी मॉडल के माध्यम से बुनियादी ढांचे के लिए वित्त की व्यवस्था
16. सुमा वर्मा समिति (2006): बैंकिंग लोकपाल
17. जी. वी. रामकृष्ण समिति: विनिवेश पर
18. गोइपोरिया समिति: प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों में ग्राहक सेवा में सुधार
19. हनुमंत राव समिति: उर्वरक
20. जे. आर. वर्मा समिति: करंट अकाउंट कैरी फॉरवर्ड प्रैक्टिस

21. जानकीरमण समिति: प्रतिभूति लेनदेन
22. जे. जे. ईरानी समिति: कंपनी कानून सुधार
23. के. सी. चक्रवर्ती समिति: भारत में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण करने के लिए
24. के. कस्तूरीरंगन (2017): राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने के लिए 
25. केलकर समिति (2002): कर संरचना सुधार
26. कोठारी आयोग (1964): भारत में शैक्षिक क्षेत्र के सभी पहलुओं की जांच करना
27. खान वर्किंग ग्रुप: वित्त विकास संस्थान
28. खुसरो समिति: कृषि ऋण प्रणाली
29. कुमारमंगलम बिड़ला रिपोर्ट: कॉरपोरेट गवर्नेंस
30. एमबी शाह कमेटी: विदेशों में जमा काले धन की जांच के लिए
31. महाजन समिति (1997): चीनी उद्योग
32. मालेगाम समिति: प्राथमिक बाजार में सुधार और यूटीआई का पुनर्गठन
33. मल्होत्रा समिति: बीमा क्षेत्र की व्यापक रूपरेखा
34. मराठे समिति: शहरी सहकारी बैंकों के विकास में बाधाओं को दूर करना 
35. माशेलकर समिति (2002): ऑटो ईंधन नीति
36. मैकिन्से रिपोर्ट: एसबीआई के साथ 7 एसोसिएट बैंकों का विलय
37. मीरा सेठ समिति: हथकरघा का विकास
38. नचिकेत मोर समिति: छोटे व्यवसायों और कम आय वाले परिवारों को वित्तीय सेवा से जोड़ना 
39. नरसिम्हन समिति (1991): बैंकिंग क्षेत्र सुधार
40. एन.एन. वोहरा समिति (1993): संगठित अपराधियों, माफिया और नेताओं के बीच के संबंधों की जांच के लिए
41. पारेख समिति: इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग
42. पर्सी मिस्त्री समिति: मुंबई को अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाना
43. पी. जे. नायक समिति: बैंकों के बोर्ड के शासन का मूल्यांकन करने और निदेशकों, साथ ही साथ उनके कार्यकाल का चयन करने के लिए मानदंडों की जांच करना
44. प्रसाद पैनल: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और सेवाएँ
45. राधा कृष्णन आयोग (1948): विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना
46. आर. वी. गुप्ता समिति: लघु बचत
47. राजा चेल्या समिति: कर सुधार
48. रेखी समिति: अप्रत्यक्ष कर
49. आर.वी. गुप्ता समिति: कृषि ऋण
50. सरकारिया आयोग: केंद्र-राज्य संबंध
51. के. संथानम समिति: सीबीआई की स्थापना
52. एस. पी. तलवार समिति: कमजोर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक का पुनर्गठन
53. सुरेश तेंदुलकर समिति: गरीबी रेखा को पुनर्परिभाषित करना और उसकी गणना सूत्र
54. सप्त ऋषि समिति (जुलाई 2002): घरेलू चाय उद्योग का विकास
55. शाह समिति: गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NFBCs) से संबंधित सुधार
56. शिवरामन समिति (1979): नाबार्ड की स्थापना
57. एस.एन. वर्मा समिति (1999): वाणिज्यिक बैंकों का पुनर्गठन
58. स्वामीनाथन आयोग (2004): किसानों के सामने आने वाली समस्याओं का पता लगाना
59. सुखमय चक्रवर्ती समिति (1982): भारतीय मौद्रिक प्रणाली के कामकाज का आकलन करने के लिए
60. टंडन समिति: बैंकों द्वारा कार्यशील पूंजी वित्तपोषण की प्रणाली
61. तारापोर समिति (1997): पूंजी खाता परिवर्तनीयता पर रिपोर्ट
62. उदेश कोहली समिति: विद्युत क्षेत्र में फण्ड की आवश्यकता का विश्लेषण
63. यू.के. शर्मा समिति: आरआरबी में नाबार्ड की भूमिका
64. वाघुल समिति: भारत में मुद्रा बाजार
65. वासुदेव समिति: एनबीएफसी सेक्टर में सुधार
66. वाई. बी. रेड्डी समिति (2001): आयकर छूट की समीक्षा
67. न्यायमूर्ति ए.के. माथुर आयोग: 7 वां वेतन आयोग
68. बलवंतराय मेहता समिति (1957): पंचायती राज संस्थाएँ


@studynotesbest
करेंट अफेयर्स एक पंक्ति में: 24 दिसंबर 2019

• राष्ट्रीय किसान दिवस जिस दिन मनाया जाता है-23 दिसंबर

• 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में जिसे सर्वश्रेष्ठ हिंदी फीचर फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया है- अंधाधुन

• पुस्तक ‘R N Kao: Gentleman Spymaster’ जिसके द्वारा लिखी गई है- नितिन गोखले

• वह टीम जिसने हाल ही में पहली ‘बिग बाउट इंडियन बॉक्सिंग लीग’ का खिताब जीता है- गुजरात जाइंटस

• इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने हाल ही में जिस विधानसभा सदस्य की सदस्यता फर्जी दस्तावेज के आधार पर चुनाव लड़ने के कारण रद्द कर दी है- अब्दुल्ला आज़म खान

• हाल ही में जिस राज्य वन्यजीव बोर्ड द्वारा कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व (Corbett Tiger Reserve) में गैंडों को लाने से संबंधित प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई है- उत्तराखंड

• फुटबॉल की नियामक संस्था-फीफा ने जिस देश को लगातार दूसरी बार वर्ष की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम के पुरस्कार से सम्मानित किया है- बेल्जियम

• भारतीय मूल के जिस अमेरिकी नागरिक को अमेरिका की नेशनल साइंस फाउंडेशन (NSF) का निदेशक बनाया गया है- सेतुरमण पंचनाथन

• वह देश जिसके राष्ट्रपति मिगुएल डियाज कैनल ने हाल ही में 43 साल बाद देश में प्रधानमंत्री नियुक्त किया है- क्यूबा

• भारत में प्रतिवर्ष जिस दिन ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ मनाया जाता है-22 दिसंबर

@studynotesbest
👀 जोखिम तो लेना ही पड़ेगा..!

Motivational Update🤘🏿

एक पुरानी प्रचलित कथा के अनुसार एक राजा अपने पड़ोसी राज्य में यहां घूमने गया। पड़ोसी राजा ने खूब अच्छी तरह मेहमान राजा की मेजबानी की। कुछ दिन वहां रहने के बाद राजा अपने राज्य में लौटने लगा तो पड़ोसी राजा ने उसे दो सुंदर कबूतर उपहार में दिए।

राजा उन दोनों कबूतरों के लेकर अपने महल में आ गया। वहां एक सेवक को कबूतरों की देखभाल में नियुक्त कर दिया। सेवक सुबह-शाम कबूतरों के लिए दाना-पानी का इंतजाम कर देता। कुछ दिन बाद जब राजा उन कबूतरों का हाल जानने पहुंचा।
👍👍

सेवक ने बताया कि एक कबूतर तो बहुत ऊंचाई तक उड़ता है, लेकिन दूसरा पेड़ की एक शाखा पर ही बैठा रहता है। ये जानकर राजा को बहुत दुख हुआ कि दूसरा कबूतर उड़ क्यों नहीं रहा है।

राजा ने तुरंत अपने मंत्रियों को बुलवाया, लेकिन कोई भी ये नहीं समझ पा रहा था कि दूसरे कबूतर को क्या हुआ है। तभी किसी ने राजा को सलाह दी कि पक्षियों के जानकार को बुलवाना चाहिए। मंत्रियों ने तुरंत ही एक गरीब को किसान को बुलवा लिया।
.👍👍

किसान पक्षियों का जानकार था, उसने कबूतर के आसपास का क्षेत्र देखा और जिस पेड़ की शाखा पर वह बैठा रहता था, वह शाखा ही काट दी।

इसके बाद दूसरा कबूतर भी आसमान में बहुत ऊंचाई तक उड़ने लगा। किसान ने राजा को बताया कि ये कबूतर इस शाखा के मोह में फंसा हुआ था, उड़ने की जोखिम लेने से डरता था, जब ये शाखा ही काट दी गई तो उसके पास उड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।

इस कारण वह अब ऊंचाई तक उड़ने लगा है। ये देखकर राजा प्रसन्न हो गया और उसने किसान स्वर्ण मुद्राओं से सम्मानित किया।
👍👍

👍 कथा की सीख
इस कथा का मूल संदेश ये है कि जो लोग जोखिम लेने से डरते हैं, अपने आराम वाले काम को छोड़ना नहीं चाहते, वे ऊंचाई तक उड़ नहीं सकते यानी कोई सफलता नहीं हासिल कर पाते हैं। अगर आप भी कुछ बड़ा करना चाहते हैं तो जोखिम लेना पड़ेगा।
👍👍
🗣 Big Breaking....💥


आने वाले शिक्षक भर्ती परीक्षा में टीईटी / सीटेट का 1/4 जुड़ेगा!

(अगर ये न्यूज़ फर्जी है; तो बहुत अच्छा! लेकिन अगर सही है और जो इसको सही मानकर सीरियस होकर पढ़ाई किए होंगे उनका शिक्षक भर्ती में सिलेक्शन के चांसेज काफी बढ़ जाएंगे)

🗣 और ये up है यहां सब कुछ संभव है.....
________😇😇____________

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बाल मनोविज्ञान

🔹तुम मुझे एक बालक दे दो मै उसे ऐसा बनाऊगा जैसा तुम चाहते हो? ये कथन किसका है- *जे.बी.वाटसन का*
🔹किशोरावस्था को तुफानी अवस्था किसने कहा है- *स्टेनलेहाल ने*
🔹किशोरावस्था, शैशवावस्था की पुनरावृत्ति है, किसका कथन है- *रॉस का*
🔹गेस्टाल्टवाद के संस्थापक कौन है- *वार्दीमर*
🔹दूध के दांतों की कितनी संख्या होती है- *20*
🔹उत्तरप्रदेश बेसिक शिक्षा परियोजना कब से प्रभावी है- *5 अक्टूवर 1981 से*
🔹मनुष्य को जो कुछ भी बनना होता है, वह 4- 5 वर्षो में बन जाता है, किसने कहा है— *फ़्रायड*
🔹जीवन के प्रथम 2 वर्षों में बालक अपने भावी जीवन का शिलान्यास करता है — *स्टैंग*
🔹किस अवस्था को मानव जीवन का स्वर्णिम समय कहा गया है- *बाल्यावस्था को*
🔹बाल्यावस्था जीवन का अनोखा काल है, किसका कथन है - *कोल एड बुस का*
🔹बालक के हाथ-पैर और नेत्र उसके प्रारम्भिक शिक्षक होते है " कथन है? *रुसो का*
🔹" बीसवी सदी को 'बालक की शताब्दी " किसने कहा है- *क्रो एवं क्रो ने*
🔸सीखने का अनोखाकाल- *शैशवावस्था को*
🔸जीवन का अनोखाकाल- *बाल्यावस्था को*
🔸गिरोह(गैंग) वाली अवस्था- *बाल्यावस्था को*
बालक का मस्तिष्क कोरा स्लेट होता है,किसका कथन हैं- *प्लेटो*
बालक का मस्तिष्क कोरा कागज होता है,किसका कथन हैं- *जॉन लॉक*
बालक का मन कोरा कागज होता है,किसका कथन हैं-
*रुसो*
"स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क होता है" किसका कथन है- *अरस्तु*
मनोविज्ञान के जनक - *अरस्तु*
बाल मनोविज्ञान के जनक- *पेस्टालॉजी*
शिक्षा मनोविज्ञान के जनक- *थार्नडाईक*
अधिगम मनोविज्ञान के जनक- *एबिंगहास*
आधुनिक मनोविज्ञान के- *विलियम जेम्स*
प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के - *विलियम वुण्ट*
"शिक्षा एक त्रिध्रुवीय प्रक्रिया है ।"
किसने कहा- *जॉन डीवी*
"शिक्षा एक द्विध्रुवीय प्रक्रिया है ।"
किसने कहा- *जॉन एडम्स*
"मुल्यांकन एक त्रिमुखी प्रक्रिया है" किसने कहा- *ब्लूम ने*
वंशानुक्रम माता और पिता से संतान को प्राप्त होने वाले गुणों का नाम है " किसका कथन है? *रूथ वेनेडिक्ट का*
शैशवावस्था सीखने का अादर्श काल हैं, किसका कथन है? *वेलेन्टाईन का*
मनोवैज्ञानिक फ्रायड ने स्वप्रेम की भावना " नार्सिज्म किस अवस्था के लिए कहा है?? *शैशवावस्था*
वृद्धि और विकास के दो प्रमुख तत्व क्या हैं? *वंशानुक्रम और वातावरण*
वाट्सन के अनुसार मूल संवेग कौन-कौन से है? *भय, क्रोध, प्रेम*
शैशवावस्था में पूर्ण मस्तिष्क का विकास कितना प्रतिशत हो जाता हैं? *90℅*
3 से 6 वर्ष की अवस्था मे बालक अर्ध स्वप्न की अवस्था में रहता है "किसका कथन है? *थार्नडाईक का*
सांवेगिक विकास किस अवस्था मे सबसे ज्यादा होता है- *शैशवावस्था*
दोहरा कारक सिद्धान्त- *फ्रेडरिक हर्जबर्ग*
द्वि कारक सिद्धान्त- *स्पीयरमैन*
अधिगम का हृदय एवं स्वर्ण पथ किसे कहा जाता है- *अभिप्रेरणा को*
स्किनर के अनुसार-
*अभिप्रेरणा सीखने का सर्वोत्तम राजमार्ग है*....
" बीसवी सदी को 'बालक की शताब्दी " कहा है - *क्रो एवं क्रो ने*
किस अवस्था में शारीरिक व मानसिक विकास दोनों तीव्र गति से होता है- *शैशवावस्था में*
"जलोटा परीक्षण" किससे संबंधित है? *शाब्दिक बुद्धि परीक्षण...12 से 14 वर्ष*
प्रेरणा का प्रश्न क्यों का प्रश्न है? किसका कथन है? *क्रेंच व क्रचफील्ड*
किसका कथन है कि "धर्म मनुष्य के लिए अफीम के समान है "- *माक्सॅ का*
किसने कहा कि "शिक्षा का कार्य मानव समाज को सुसंस्कृत बनाना है "- *श्री अरविन्दो*
सम्प्रेषण के कितने प्रकार है- *दो- शाब्दिक व अशाब्दिक.


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सर चेतन भगत की कहानी अपनी औकात को Cross करो



दोस्तों सर चेतन भगत का नाम आपने सुना ही होगा वैसे तो ये किसी परिचय की मोहताज नहीं है अपनी एक स्पीच में इन्होंने अपनी एक कहानी बताई थी अगर आप इसे 16 से 28 की उम्र में समझ गए तो आप जीवन में बेहद सफल होंगे . उन्होंने कहा – मैं एक मिडिल क्लास परिवार से था , मैंने 15 साल की उम्र में 10th के एग्जाम दिए , जिसमे मेरे 76 % आये थे . 76 % कोई बहुत ज्यादा नहीं थे।

जब मैं घर आया तो , घर पर मेरे मामा आये हुए थे और सभी डाइनिंग टेबल पर बैठे थे फिर जब मैंने घर पर नम्बर बताए तो मामा जी ने कहा – कोई बात नहीं कुछ ना कुछ तो कर ही लेगा मैं समझ गया इन्हें मुझसे ज्यादा hope नहीं है मेरे दिमाग मे मेरी औकात घूम रही थी कि बेटे 76 % वाली औकात है बस तुम्हारी।


रात में जब मैं अपने कमरे में गया तो मैंने प्लान बनाया की मैं अपनी लाइफ में क्या करूँगा ? फिर अपनी औकात के हिसाब से मैंने सोचा मैं एक दिन std बूथ ( फ़ोन सेंटर ) खोलूंगा और अगर मैं सफल हो गया तो एक दिन मैं 4 std बूथ का मालिक बनूँगा ( अच्छा हुआ उस वक़्त मेरा सपना पूरा नहीं हुआ वरना आज मैं जिओ के सिम बेच रहा होता )।

मैंने घर वालो को अपना प्लान बताया, मामा जी ने कहा हाँ ठीक है इतना तो तू कर ही लेगा मैं फिर से अपने कमरे में गया और मैंने फिर से सोचा अभी मेरी उम्र सिर्फ 15 साल है और अभी से मेरी औकात के हिसाब से Std बूथ का थप्पा लग गया की तुम्हारी औकात सिर्फ इतनी है Std बूथ खोलो और जीवन बिताओ।

मैंने सोचा कम नम्बर आने की वजह से गड़बड़ हो गई अब मुझे कुछ तो करना होगा कुछ तो ऐसा करना ही होगा जिससे लोगों को लगे कि हाँ इसमें कोई तो बात है ये कुछ और भी कर सकता है फिर मैने पता किया इंडिया का सबसे मुश्किल कॉलेज कौनसा है जहाँ एडमिशन आसनी से नहीं मिलती।

फिर मुझे पता चला IIT सबसे बड़ा है अगर यहाँ आपका एड्मिसन हो जाये तो बहुत बड़ी बात है पर इसके लिये 2 साल की तैयारी थी . मैंने खुद से कहा अब कुछ भी हो जाये ये मुझे करना ही पड़ेगा मैंने अपनी उस Std बूथ वाली औकात को Cross करने के लिए मेहनत करके IIT में एड्मिसन ले ही लिया।

एडमिशन के बाद मामा जी फिर से घर आये उन्होंने कहा – कुछ ना कुछ तो था इस लड़के में मुझे शुरू से पता था उस वक़्त मामा जी को मैं कुछ और लगता था लेकिन अब मामा जी अपनी पहले की बात से मुखर रहे थे जब आपकी औकात Cross हो जाती है तो लोग आपको मानने भी लग जाते है।

एक बार जब मैंने अपनी औकात Cross कर ली तो मैंने जानने की कोशिश की आखिर मैंने ऐसा कैसे किया फिर वही तरीका मैंने पहली बुक लिखने में किया वही तरीका मैंने फिल्मों में जाने के लिए इस्तेमाल किया ही फिर मैंने एक pattern बनाया आखिर success उन लोगों को कैसे मिलती है जो अपने जन्म से ही जीनियस या अमीर नहीं है।

अगर आप चाहते हो कि सब जगह लोग आपको successful मानें तो आपको सिर्फ और सिर्फ एक चीज़ करनी होगी – कुछ ऐसा करो जिससे आपकी औकात पार हो जाए सबकी अपनी अपनी औकात होती है उसके बराबर रहोगे तब तक लोग आपको सफल नहीं मानेंगे आपको कुछ और अचीव करना पड़ेगा जो आपकी फैमली ने अचीव किया है उससे आपको और नेस्ट लेवल आगे जाना पड़ेगा तभी दुनिया आपको successful मानेगी।
🔴 कोरोना से बचाव के लिए नोएडा के एक स्कूल में परीक्षा रद्द, दूसरा 6 दिन के लिए बंद
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🔰 विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में कोरोना वायरस के लक्षणों के संदेह के बाद मंगलवार को नोएडा के एक स्कूल ने अपनी वार्षिक परीक्षाओं को रद्द कर दिया। स्कूल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों में कोरोना वायरस के लक्षणों का संदेह जताया गया था जिसके बाद एहतियातन यह कदम उठाया गया।

🌐 इसी वजह से स्कूल की परीक्षाओं को रद्द किया गया है ताकि ये विषाणु अन्य बच्चों में संक्रमित न हो। अधिकारी का कहना है कि स्कूल इस विषय को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में है। सोशल मीडिया पर नोएडा में कोरोना वायरस की खबर के वायरल होने के बाद स्कूल ने यह कदम उठाया। स्कूल प्रशासन ने सभी अभिभावकों को एक ईमेल भेजा है जिसमें परीक्षाओं को रद्द करने की जानकारी दी है। हालांकि, स्कूल की परीक्षाएं कब होंगी इसे लेकर अभी स्कूल प्रशासन ने कोई जानकारी नहीं दी है। इस बीच नोएडा में किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षणों की पुष्टि नहीं हुई है।

🌐 वहीं, एक अन्य स्कूल ने भी छह दिनों की छुट्टी की घोषणा की है, ताकि बच्चों को इस खतरनाक वायरस से बचाया जा सके। दरअसल, नोएडा के जिस स्कूल ने अपनी वार्षिक परीक्षाओं को रद्द किया है वहां के 40 विद्यार्थियों को कोरोना के संदेह के बाद निगरानी में रखा गया है। इन सभी को 28 दिनों की निगरानी में रखा गया है। गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

🌐 गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी इस स्कूल के संपर्क में हैं। आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस की पहली पुष्टि सोमवार को हुई थी। दिल्ली के मयूर विहार में रहने वाला एक व्यक्ति हाल ही में इटली से लौटा था और उसमें कोरोना वायरस के लक्षणों की पुष्टि हुई थी। इसी व्यक्ति के बच्चे की जन्मदिन पार्टी में नोएडा और दिल्ली के कई बच्चे और उनके अभिभावक शामिल हुए थे। संक्रमित व्यक्ति का बच्चा नोएडा के उसी स्कूल में पढ़ता है, जहां परीक्षाएं रद्द हुई हैं।  आपको बता दें कि दुनियाभर में 70 देश कोरोना वायरस की चपेट में हैं। 31 सौ से ज्यादा लोगों की इस वायरस से मृत्यु हो चुकी है और 90 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।

🌐 लक्षण: बुखार फिर सूखी खाँसी और 3 दिन से ज्यादा ये रहे तो तुरंत इसकी जांच कराएं। सांस लेने में तकलीफ हो तो पहले दिन ही जांच कराएं

🔴 कोई ये ना सोचे कि अब कोरोना हो गया तो मर जाएंगे पूरे परिवार को हो जाएगा और कोई गलत कदम उठा लें। समय पर इसका इलाज मिलने से आप ठीक हो जाएंगे । सतर्क रहें।
सभी कहते है कि लड़कियां दिल तोड़ती है ...
अरे सोचो ये नारी ही है जो परिवारों को जोड़ती है.....
अपनों पे आये हर दुःख को मोड़ती है....
सबसे ज्यादा अपनोँ से करती है प्यार...
इससे मत करो गलत व्यवहार....
जब नारी अपने प्रचण्ड रूप में आ जाएगी...
पूरे जग में तबाही मच जाएगी....
सभी नारी का आदर करो...
अगर न कर सको तो अभी मरो...
❤️अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनायें💖
आज कुछ ठान के, सोचना शुरू तो कर।
दूर भी है मंजिल, तो क्या है फिकर?

दस कदम भी बढ़ाया, तो क्यों है निराश?
कुछ तो पहुंचा है तू, अपनी मंजिल के पास।

माना कि सही रास्ता पहचानना है थोड़ा मुश्किल।
धूप में तप, बारिश में भींग, सर्द में ठिठुर, अब नही रहा तू बुज़दिल।

अब तो तूने जाना है, तेरे भीतर भी ओजस्वी बलवान है।
तू भी है सशक्त, और तू भी शक्तिमान है।

कल तक जो मंजिल ओझल थी, आज तो बिल्कुल प्रत्यक्ष है।
कल तक जो परिश्रम सपने थे, आज वही सरल जीवन है।

और अब विश्वास है, मंजिल भी आसान है।
बस सोचने का ही था डर, और अब सोच ही संसार है।

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