What Is a Supernova?
Supernova occurs at the end of a star's lifetime. As the star runs out of nuclear fuel, some of its mass flows into its core. Eventually, the core is so heavy that it cannot withstand its own gravitational force. The core collapses, which results in the giant explosion known as supernova.
Supernova occurs at the end of a star's lifetime. As the star runs out of nuclear fuel, some of its mass flows into its core. Eventually, the core is so heavy that it cannot withstand its own gravitational force. The core collapses, which results in the giant explosion known as supernova.
🔰कर सहायक/ 36 हजार आजमाएंगे भाग्य, एक सीट के लिए 224 में मुकाबला🔰
36 Thousand Aspirants to appear in Tax Assistant
🔰14 अक्टूबर को 96 केंद्रों पर होगी कर सहायक भर्ती परीक्षा🔰
जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से रविवार, 14 अक्टूबर को कर सहायक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसमें 36252 अभ्यर्थी भाग्य आजमाएंगे। इस भर्ती में एक सीट के लिए 224 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला होगा। बोर्ड ने मार्च-2018 में कर सहायक के 162 पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी।
🔰2 पारियों में होगी परीक्षा🔰
परीक्षा दो पारियों में होगी। अभ्यर्थियों की संख्या कम होने के कारण राज्य में परीक्षा केवल जयपुर में होगी। इसके लिए 96 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. बीएल जाटावत का कहना है कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्र में प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों को जांच से गुजरना होगा। जांच के बाद ही प्रवेश की इजाजत होगी।
🔰क्या लेकर जाएं केंद्र पर🔰
वेबसाइट से निकाले गए ई-प्रवेश पत्र के साथ साथ अभ्यर्थियों को अपनी नवीनतम 2.5 सेमी गुणा 2.5 सेमी साइज की 2 रंगीन फोटो और नीली स्याही के पारदर्शी बॉल पेन के साथ ही प्रवेश की अनुमति होगी। अभ्यर्थियों को फोटो युक्त मूल पहचान पत्र भी साथ लाना होगा। इसमें वोटर आईडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पेनकार्ड आदि ला सकते हैं।
🔰बोर्ड ने किया आगाह, इनको साथ लेकर नहीं आए अभ्यर्थी🔰
बोर्ड ने अभ्यर्थियों से कहा है कि नीली स्याही के पारदर्शी बॉल पेन के अलावा किसी प्रकार का दूसरा पेन साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। अभ्यर्थी घड़ी पहनकर भी नहीं आए।
मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन, माइक्रोफोन, पेजर, पानी की बोतल, पर्स, बैग, ज्योमैट्री बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, तख्ती, पैड, गत्ता, पैन ड्राइव, रबर, स्कैनर, व्हाइटनर या कोई हथियार साथ लेकर नहीं आए। क्योंकि केंद्र पर इनको सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नहीं होगी।
36 Thousand Aspirants to appear in Tax Assistant
🔰14 अक्टूबर को 96 केंद्रों पर होगी कर सहायक भर्ती परीक्षा🔰
जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से रविवार, 14 अक्टूबर को कर सहायक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसमें 36252 अभ्यर्थी भाग्य आजमाएंगे। इस भर्ती में एक सीट के लिए 224 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला होगा। बोर्ड ने मार्च-2018 में कर सहायक के 162 पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी।
🔰2 पारियों में होगी परीक्षा🔰
परीक्षा दो पारियों में होगी। अभ्यर्थियों की संख्या कम होने के कारण राज्य में परीक्षा केवल जयपुर में होगी। इसके लिए 96 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. बीएल जाटावत का कहना है कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्र में प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों को जांच से गुजरना होगा। जांच के बाद ही प्रवेश की इजाजत होगी।
🔰क्या लेकर जाएं केंद्र पर🔰
वेबसाइट से निकाले गए ई-प्रवेश पत्र के साथ साथ अभ्यर्थियों को अपनी नवीनतम 2.5 सेमी गुणा 2.5 सेमी साइज की 2 रंगीन फोटो और नीली स्याही के पारदर्शी बॉल पेन के साथ ही प्रवेश की अनुमति होगी। अभ्यर्थियों को फोटो युक्त मूल पहचान पत्र भी साथ लाना होगा। इसमें वोटर आईडी, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पेनकार्ड आदि ला सकते हैं।
🔰बोर्ड ने किया आगाह, इनको साथ लेकर नहीं आए अभ्यर्थी🔰
बोर्ड ने अभ्यर्थियों से कहा है कि नीली स्याही के पारदर्शी बॉल पेन के अलावा किसी प्रकार का दूसरा पेन साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। अभ्यर्थी घड़ी पहनकर भी नहीं आए।
मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन, माइक्रोफोन, पेजर, पानी की बोतल, पर्स, बैग, ज्योमैट्री बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, तख्ती, पैड, गत्ता, पैन ड्राइव, रबर, स्कैनर, व्हाइटनर या कोई हथियार साथ लेकर नहीं आए। क्योंकि केंद्र पर इनको सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था नहीं होगी।
📣राजस्थान/ दीपावली से पहले मिलेगा राज्य कर्मचारियों को बोनस📣
फाइल मंजूरी के लिए निर्वाचन आयोग को भेजी
4.5 लाख कर्मचारियों को मिलेगा फायदा
Dainik Bhaskar
Oct 13, 2018, 02:15 AM IST
जयपुर. प्रदेश में अाचार संहिता के बीच राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए जल्द ही बोनस का ऐलान हो सकता है। वित्त विभाग ने 4800 ग्रेड पे तक वाले करीब साढ़े चार लाख कर्मचारियों के लिए बोनस की फाइल को मंजूरी दे दी है। इसे निर्वाचन विभाग के पास भेजा गया।
फिलहाल, निर्वाचन विभाग ने मंजूरी के लिए इसे निर्वाचन आयोग को भेजा है। वहां से मंजूरी मिलते ही सरकार अगले सप्ताह तक कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस की घोषणा कर देगी। बोनस के आदेश राज्य कर्मियों के अलावा पंचायत व जिला परिषद कर्मचारियों तथा वर्क चार्ज कर्मचारियों के लिए भी लागू होंगे।
फाइल मंजूरी के लिए निर्वाचन आयोग को भेजी
4.5 लाख कर्मचारियों को मिलेगा फायदा
Dainik Bhaskar
Oct 13, 2018, 02:15 AM IST
जयपुर. प्रदेश में अाचार संहिता के बीच राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए जल्द ही बोनस का ऐलान हो सकता है। वित्त विभाग ने 4800 ग्रेड पे तक वाले करीब साढ़े चार लाख कर्मचारियों के लिए बोनस की फाइल को मंजूरी दे दी है। इसे निर्वाचन विभाग के पास भेजा गया।
फिलहाल, निर्वाचन विभाग ने मंजूरी के लिए इसे निर्वाचन आयोग को भेजा है। वहां से मंजूरी मिलते ही सरकार अगले सप्ताह तक कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस की घोषणा कर देगी। बोनस के आदेश राज्य कर्मियों के अलावा पंचायत व जिला परिषद कर्मचारियों तथा वर्क चार्ज कर्मचारियों के लिए भी लागू होंगे।
"सोते समय जो आखिरी विचार होता है उठते समय पहला विचार भी वही होता है और वो विचार पूरे दिन की नींव (फाउंडेशन) होता है । अतः अच्छे विचारों के साथ सोये ।" शुभरात्रि । 🙏💐
🔰 पिता की मौत, सरकारी स्कुल मे पढ़ी, घर तैयारी की, 4 नौकरी छोड़ RAS बनी🔰 👇🏼👇🏼
AJAY SHANKAR COMMITTEE
Union Ministry of Railways had constituted a Committee to review the existing Public Private Partnership (PPP) Cell in the Railway Board
The Committee recommended measures needed to make the PPP Cell more customer friendly, effective and result oriented.
Union Ministry of Railways had constituted a Committee to review the existing Public Private Partnership (PPP) Cell in the Railway Board
The Committee recommended measures needed to make the PPP Cell more customer friendly, effective and result oriented.
🔰तितली (Titli)तूफान है क्या? आखिर क्यों इस चक्रवाती तूफान को 'तितली' कहा जा रहा है? 🔰
1. बंगाल की खाड़ी से चले तूफान 'तितली' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. तूफान को नाम इसलि दिया जाता है ताकि आम लोगों और वैज्ञानिकों में इसे लेकर असमंजस न बना रहे.
2. दुनिया भर में तूफानों के नाम 5 कमेटियां फाइनल करती हैं. इन कमेटियों के नाम हैं: (1) इस्केप टाइफून कमेटी (2) इस्केप पैनल ऑफ ट्रॉपिकल साइक्लोन (3) आरए 1 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी (4) आरए- 4 (5) आरए- 5 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी.
3. सबसे पहले विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने चक्रवातों के नाम रखने की शुरुआत की. वहीं, भारत में तूफानों का नाम देने का चलन 2004 से शुरू हुआ. भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाइलैंड ने भी तूफानों का नाम देने का फॉर्मूला तैयार किया. इन 8 देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं.
4. इन सभी आठ देशों ने वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (World Meteorological Organization) को तूफानों के नाम की लिस्ट दी हुई है. इसमें भारत ने 'अग्नि', 'बिजली', 'मेघ', 'सागर' और 'आकाश' जैसे नाम दिए. वहीं, पाकिस्तान ने 'निलोफर', 'बुलबुल' और 'तितली' जैसे नाम दिए. इन्हीं नामों में से वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन तूफान का नाम रखती है.
5. इन आठ देशों में अगर चक्रवात आता है तो भेजे गए नामों में बारी-बारी एक नाम चुना जाता है. भारत में 10 साल तक एक नाम दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता. साथ ही ज्यादा तबाही मचाने वाले चक्रवातों के नाम को निरस्त कर दिया जाता है. इस बार पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए तूफान का नाम चुना जाना था. इसलिए भारत में आए इस तूफान को तितली नाम दिया गया है.
6. अमेरिका हर साल तूफानों के 21 नामों की सूची तैयार करता है. हालांकि अंग्रेजी के हर एल्फाबेट से एक नाम रखा जाता है. लेकिन Q,U,X,Y और Z एल्फाबेट से तूफान का नाम रखने की परंपरा नहीं है. अगर एक साल में 21 से ज्यादा तूफान आएं तो फिर उनका नाम ग्रीक अल्फाबेट अल्फा, बीटा, गामा के नाम से रख दिया जाता है. इन नामों में ऑड-ईवन का फॉर्मूला अपनाया जाता है. जैसे ऑड सालों में चक्रवात का नाम औरतों के नाम पर रखा जाता है, जबकि ईवन सालों में आए तूफान के नाम पुरुषों पर आधारित होते हैं. कहने का मतलब है कि ऑड साल जैसे कि 2019, 2021 और 2023 में आने वाले तूफानों के नाम औरतों के नाम पर रखे जाएंगे. वहीं ईवन साल जैसे कि 2018, 2020 और 2022 में आने वाले तूफानों के नाम पुरुषों के नाम पर आधारित होंगे.
7. बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ तूफान तितली उत्तर-पश्चिमी की तरफ बढ़ रहा है. ओडिशा के बाद सबसे ज्यादा खतरा आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर है.
8. मौसम विभाग ने ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर जैसे जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है.
9.ओडिशा में 125 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जो 165 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं.
1. बंगाल की खाड़ी से चले तूफान 'तितली' का नाम पाकिस्तान ने दिया है. तूफान को नाम इसलि दिया जाता है ताकि आम लोगों और वैज्ञानिकों में इसे लेकर असमंजस न बना रहे.
2. दुनिया भर में तूफानों के नाम 5 कमेटियां फाइनल करती हैं. इन कमेटियों के नाम हैं: (1) इस्केप टाइफून कमेटी (2) इस्केप पैनल ऑफ ट्रॉपिकल साइक्लोन (3) आरए 1 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी (4) आरए- 4 (5) आरए- 5 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी.
3. सबसे पहले विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने चक्रवातों के नाम रखने की शुरुआत की. वहीं, भारत में तूफानों का नाम देने का चलन 2004 से शुरू हुआ. भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाइलैंड ने भी तूफानों का नाम देने का फॉर्मूला तैयार किया. इन 8 देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं.
4. इन सभी आठ देशों ने वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (World Meteorological Organization) को तूफानों के नाम की लिस्ट दी हुई है. इसमें भारत ने 'अग्नि', 'बिजली', 'मेघ', 'सागर' और 'आकाश' जैसे नाम दिए. वहीं, पाकिस्तान ने 'निलोफर', 'बुलबुल' और 'तितली' जैसे नाम दिए. इन्हीं नामों में से वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन तूफान का नाम रखती है.
5. इन आठ देशों में अगर चक्रवात आता है तो भेजे गए नामों में बारी-बारी एक नाम चुना जाता है. भारत में 10 साल तक एक नाम दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता. साथ ही ज्यादा तबाही मचाने वाले चक्रवातों के नाम को निरस्त कर दिया जाता है. इस बार पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए तूफान का नाम चुना जाना था. इसलिए भारत में आए इस तूफान को तितली नाम दिया गया है.
6. अमेरिका हर साल तूफानों के 21 नामों की सूची तैयार करता है. हालांकि अंग्रेजी के हर एल्फाबेट से एक नाम रखा जाता है. लेकिन Q,U,X,Y और Z एल्फाबेट से तूफान का नाम रखने की परंपरा नहीं है. अगर एक साल में 21 से ज्यादा तूफान आएं तो फिर उनका नाम ग्रीक अल्फाबेट अल्फा, बीटा, गामा के नाम से रख दिया जाता है. इन नामों में ऑड-ईवन का फॉर्मूला अपनाया जाता है. जैसे ऑड सालों में चक्रवात का नाम औरतों के नाम पर रखा जाता है, जबकि ईवन सालों में आए तूफान के नाम पुरुषों पर आधारित होते हैं. कहने का मतलब है कि ऑड साल जैसे कि 2019, 2021 और 2023 में आने वाले तूफानों के नाम औरतों के नाम पर रखे जाएंगे. वहीं ईवन साल जैसे कि 2018, 2020 और 2022 में आने वाले तूफानों के नाम पुरुषों के नाम पर आधारित होंगे.
7. बंगाल की खाड़ी से शुरू हुआ तूफान तितली उत्तर-पश्चिमी की तरफ बढ़ रहा है. ओडिशा के बाद सबसे ज्यादा खतरा आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों पर है.
8. मौसम विभाग ने ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर जैसे जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है.
9.ओडिशा में 125 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं, जो 165 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं.
RSMSSB LDC Answer Key Exam 2018 जल्द होगी जारी, परिणाम भी इसी महीने संभव!
RSMSSB LDC Answer Key Exam 2018 : बोर्ड द्वारा 11255 पदों पर आयोजित की गई ऑफलाइन भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी किया जाएगा। परिणाम जारी होने से पहले चयन बोर्ड द्वारा उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। भर्ती में लाखों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। बोर्ड द्वारा RSMSSB LDC भर्ती के लिए इसके लिए तैयारियां तेजी से चल रही है। प्रदेश के प्रमुख शहरों में परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से चार चरणों में आयोजित की गई थी। RSMSSB LDC Exam का आयोजन 12 अगस्त से 16 सितम्बर तक किया गया। लिखित परीक्षा के चरणों में अभ्यर्थियों की अनुपस्थिति भी बहुत ज्यादा रही। देखा जाए तो राजस्थान अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा सभी भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जल्द जारी करके नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इसी महीने के अंतिम सप्ताह तक उत्तर कुंजी जारी होने की संभावना है।
RSMSSB Junior Assistant cutoff इसबार 45 से 50 प्रतिशत तक जा सकती है। टाइपिंग टेस्ट के लिए 5 गुणा अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए जाएंगे। अभ्यर्थी को न्यूनतम पासिंग मार्क्स 40 प्रतिशत लाना अनिवार्य है। दोनों पेपर में 40 प्रतिशत लाने वाले अभ्यर्थी वरीयता सूची के लिए पात्र होंगे। वरीयता सूची में टाइपिंग गति परीक्षा के लिए उन्ही अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा जिनके उत्तीर्णांक सबसे ज्यादा है। टाइपिंग गति परीक्षा नवंबर महीने में शुरू होने की संभावना है।
इसबार देखा जाए तो RSMSSB LDC Exam में सभी चरणों के प्रश्न पत्र आसान थे। अभ्यर्थियों के अनुसार प्रश्न ना ज्यादा कठिन थे और ना ही ज्यादा आसान थे। अभ्यर्थियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती नकारात्मक अंकन है। नकारात्मक अंकन 1/3 के तहत होगा। ज्यादातर अभ्यर्थी इसी नकारात्मक अंकन का शिकार हो सकते हैं। RSMSSB LDC Answer Key इसी महीने तीसरे या अंतिम सप्ताह में जारी की सकती है। अभ्यर्थी सभी प्रकार की अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in
RSMSSB LDC Answer Key Exam 2018 : बोर्ड द्वारा 11255 पदों पर आयोजित की गई ऑफलाइन भर्ती परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी किया जाएगा। परिणाम जारी होने से पहले चयन बोर्ड द्वारा उत्तर कुंजी जारी की जाएगी। भर्ती में लाखों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। बोर्ड द्वारा RSMSSB LDC भर्ती के लिए इसके लिए तैयारियां तेजी से चल रही है। प्रदेश के प्रमुख शहरों में परीक्षा ऑफलाइन माध्यम से चार चरणों में आयोजित की गई थी। RSMSSB LDC Exam का आयोजन 12 अगस्त से 16 सितम्बर तक किया गया। लिखित परीक्षा के चरणों में अभ्यर्थियों की अनुपस्थिति भी बहुत ज्यादा रही। देखा जाए तो राजस्थान अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा सभी भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जल्द जारी करके नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इसी महीने के अंतिम सप्ताह तक उत्तर कुंजी जारी होने की संभावना है।
RSMSSB Junior Assistant cutoff इसबार 45 से 50 प्रतिशत तक जा सकती है। टाइपिंग टेस्ट के लिए 5 गुणा अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए जाएंगे। अभ्यर्थी को न्यूनतम पासिंग मार्क्स 40 प्रतिशत लाना अनिवार्य है। दोनों पेपर में 40 प्रतिशत लाने वाले अभ्यर्थी वरीयता सूची के लिए पात्र होंगे। वरीयता सूची में टाइपिंग गति परीक्षा के लिए उन्ही अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा जिनके उत्तीर्णांक सबसे ज्यादा है। टाइपिंग गति परीक्षा नवंबर महीने में शुरू होने की संभावना है।
इसबार देखा जाए तो RSMSSB LDC Exam में सभी चरणों के प्रश्न पत्र आसान थे। अभ्यर्थियों के अनुसार प्रश्न ना ज्यादा कठिन थे और ना ही ज्यादा आसान थे। अभ्यर्थियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती नकारात्मक अंकन है। नकारात्मक अंकन 1/3 के तहत होगा। ज्यादातर अभ्यर्थी इसी नकारात्मक अंकन का शिकार हो सकते हैं। RSMSSB LDC Answer Key इसी महीने तीसरे या अंतिम सप्ताह में जारी की सकती है। अभ्यर्थी सभी प्रकार की अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in
Sivramakrishnan committee
To select capital city for andhra . Amravati selected.
To select capital city for andhra . Amravati selected.
V V daga committee
Bombay High Court on 2 September 2014 set up V V Daga Committee to conduct forensic audit of NSEL and liquidate the assets of its defaulting borrowers in the over 5500 crore rupees payments scam.
Bombay High Court on 2 September 2014 set up V V Daga Committee to conduct forensic audit of NSEL and liquidate the assets of its defaulting borrowers in the over 5500 crore rupees payments scam.
What is land pooling?
Land pooling results in equitable and efficient land development. It is actually a means of readjusting uneven land distribution by bringing fragmented land holdings together to constitute a larger land parcel. Consequently, infrastructure is developed on the land, and it is then returned to the original owner/s after applying a formula.
By turning landowners into stakeholders in land development through unlocking of their land value and passing on the majority of the benefits to them, the state creates a model of social empowerment and growth while ensuring sustainable development.
Land pooling results in equitable and efficient land development. It is actually a means of readjusting uneven land distribution by bringing fragmented land holdings together to constitute a larger land parcel. Consequently, infrastructure is developed on the land, and it is then returned to the original owner/s after applying a formula.
By turning landowners into stakeholders in land development through unlocking of their land value and passing on the majority of the benefits to them, the state creates a model of social empowerment and growth while ensuring sustainable development.
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🔰आज सम्माननीय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साहब का जन्मदिन है। 🔰
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*जन्म: 15 अक्टूबर 1931,रामेश्वरम तमिलनाडु
*मृत्यु: 27 जुलाई, 20 15, शिलोंग, मेघालय*
*पद/कार्य: भारत के पूर्व राष्ट्रपति*
*उपलब्धियां: एक वैज्ञानिक और इंजिनियर के तौर पर उन्होंने रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया*
*डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम एक प्रख्यात भारतीय वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण संगठनों (डीआरडीओ और इसरो) में कार्य किया। उन्होंने वर्ष 1998 के पोखरण द्वितीय परमाणु परिक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ कलाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और मिसाइल विकास कार्यक्रम के साथ भी जुड़े थे। इसी कारण उन्हें ‘मिसाइल मैन’ भी कहा जाता है। वर्ष 2002 में कलाम भारत के राष्ट्रपति चुने गए और 5 वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षण, लेखन, और सार्वजनिक सेवा में लौट आए। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।*
*प्रारंभिक जीवन*
*अवुल पकिर जैनुलअबिदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुसलमान परिवार मैं हुआ। उनके पिता जैनुलअबिदीन एक नाविक थे और उनकी माता अशिअम्मा एक गृहणी थीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थे इसलिए उन्हें छोटी उम्र से ही काम करना पड़ा। अपने पिता की आर्थिक मदद के लिए बालक कलाम स्कूल के बाद समाचार पत्र वितरण का कार्य करते थे। अपने स्कूल के दिनों में कलाम पढाई-लिखाई में सामान्य थे पर नयी चीज़ सीखने के लिए हमेशा तत्पर और तैयार रहते थे। उनके अन्दर सीखने की भूख थी और वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे।*
*डॉ कलाम देश के ऐसे तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले ही भारत रत्न ने नवाजा जा चुका था। इससे पहले डॉ राधाकृष्णन और डॉ जाकिर हुसैन को राष्ट्रपति बनने से पहले ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जा चुका था।*
*उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें ‘जनता का राष्ट्रपति’ कहा गया।*
*लगभग 40 विश्वविद्यालयों ने उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी और भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया।
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🔰आज सम्माननीय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साहब का जन्मदिन है। 🔰
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*जन्म: 15 अक्टूबर 1931,रामेश्वरम तमिलनाडु
*मृत्यु: 27 जुलाई, 20 15, शिलोंग, मेघालय*
*पद/कार्य: भारत के पूर्व राष्ट्रपति*
*उपलब्धियां: एक वैज्ञानिक और इंजिनियर के तौर पर उन्होंने रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया*
*डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम एक प्रख्यात भारतीय वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। उन्होंने देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण संगठनों (डीआरडीओ और इसरो) में कार्य किया। उन्होंने वर्ष 1998 के पोखरण द्वितीय परमाणु परिक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ कलाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और मिसाइल विकास कार्यक्रम के साथ भी जुड़े थे। इसी कारण उन्हें ‘मिसाइल मैन’ भी कहा जाता है। वर्ष 2002 में कलाम भारत के राष्ट्रपति चुने गए और 5 वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षण, लेखन, और सार्वजनिक सेवा में लौट आए। उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।*
*प्रारंभिक जीवन*
*अवुल पकिर जैनुलअबिदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुसलमान परिवार मैं हुआ। उनके पिता जैनुलअबिदीन एक नाविक थे और उनकी माता अशिअम्मा एक गृहणी थीं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थे इसलिए उन्हें छोटी उम्र से ही काम करना पड़ा। अपने पिता की आर्थिक मदद के लिए बालक कलाम स्कूल के बाद समाचार पत्र वितरण का कार्य करते थे। अपने स्कूल के दिनों में कलाम पढाई-लिखाई में सामान्य थे पर नयी चीज़ सीखने के लिए हमेशा तत्पर और तैयार रहते थे। उनके अन्दर सीखने की भूख थी और वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे।*
*डॉ कलाम देश के ऐसे तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले ही भारत रत्न ने नवाजा जा चुका था। इससे पहले डॉ राधाकृष्णन और डॉ जाकिर हुसैन को राष्ट्रपति बनने से पहले ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जा चुका था।*
*उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें ‘जनता का राष्ट्रपति’ कहा गया।*
*लगभग 40 विश्वविद्यालयों ने उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी और भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया।
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🔰 कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) 🔰
👉कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए प्रमुख ऊर्जा स्रोत हैं।
👉ये C, H, O से बने कार्बनिक पदार्थ है।
👉 इनको पॉली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड या किटोन जाता है। जो हाइड्रोलिसिस यानि जल-अपघटन होने पर या तो एल्डिहाइड या किटोन उत्पन्न करते हैं।
◆कार्बोहाइड्रेट जो स्वाद में मीठे होते हैं उन्हें शर्करा या सेकेराइड (saccharides) कहा जाता है।
🌹 *कार्बोहाइड्रेट के प्रकार*
कार्बोहाइड्रेट को तीन भागों में विभक्त किया गया है। –
1⃣मोनोसेकेराइड
2⃣डाईसेकेराइड
3⃣पॉलीसेकेराइड
*1-मोनोसेकेराइड*
ये सेकेराइड की एकलक इकाई (monomer unit) से मिलकर बने होते है। इनका जल-अपघटन नहीं किया जा सकता ये रंगहीन, जल में घुलनशील (water soluble), क्रिस्टलीय होते है।
👉 इनका सामान्य सूत्र CnH2nOn या (CH20)nहोता है।
🔷 *ग्लूकोज (Glucose)*
👉यह जंतुओं में पाए जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण कार्बोहाइड्रेट है।
👉 इसको Grape sugar, Blood sugar या Dextrose sugar भी कहा जाता है।
🔷 *फ्रुक्टोज (Fructose)*
यह शहद तथा मीठे फलों में पायी जाती है। इसलिए इसको Fruit sugar या लेवुलोज़ (Laevulose) sugar भी कहा जाता है।
*यह सबसे मीठी शर्करा है।*
🔷 *गैलेक्टोज*
👉यह दूध में पायी जाने वाली लैक्टोज शर्करा है।
👉 इसको Brain sugar भी कहा जाता है।
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*2-डाईसेकेराइड*
👉दो मोनोसेकेराइड इकाईयां जल के एक अणु का निष्कासन करके ग्लाइकोसिडिक बंध द्वारा जुड़कर डाईसेकेराइड का निर्माण करती है।
👉 इनका जल-अपघटन (Hydrolysis) हो सकता है।
🔷 *माल्टोज*
👉यह दो ग्लूकोज इकाईयां के जुड़ने से बनती है।
👉इसे माल्ट शर्करा भी कहते है।
👉 यह स्टार्च के पाचन से बनती है।
*alfa D-glucose + alfa D- glucose = Maltose*
🔷 *सुक्रोज*
👉यह ग्लूकोज तथा फ्रुक्टोज इकाईयां के जुड़ने से बनती है।
👉 इसे गन्ना शर्करा, टेबल शर्करा, प्रतीप शर्करा, चुकंदर शर्करा, रसोईघर की शर्करा या व्यापारिक शर्करा भी कहते है।
*alfa D-glucose + beta D-fructose = Sucrose*
🔷 *लैक्टोज*
👉इसे दूध शर्करा भी कहते है।
👉यह ग्लूकोज तथा गैलेक्टोज इकाईयां के जुड़ने से बनती
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
*3-पॉलीसेकेराइड*
👉यह लगभग 10 से अधिक मोनो सेकेराइड इकाईयां जुड़कर जटिल कार्बोहाइड्रेट पॉलीसेकेराइड बनाती हैं।
👉इनको सामान्यतया ग्लाइकेन भी कहा जाता है।
👉 इनका जल-अपघटन हो सकता है।
👉ये जल में अघुलनशील (water insoluble) होती है।
👉 *ये मीठी नहीं होती।*
🔷 *Starch*- जब ग्लूकोस की अल्फा इकाइयां आपस मे ग्लाइकोसिडिक बॉन्ड द्वारा जुडती है तो स्टॉर्च का निर्माण होता है
🔷 *Cellulose* -यह पृथ्वी पर सर्वाधिक पाया जाने वाला कार्बनिक पदार्थ है।
👉पादपों की कोशिका भित्ति सेलूलोज़ की ही बनी होती है।
👉सेलूलोज़ के द्वारा Rayon रेशे भी बनाये जाते है।
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🏆🏆🏆🏆🏆🏆🏆
🔰 कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) 🔰
👉कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए प्रमुख ऊर्जा स्रोत हैं।
👉ये C, H, O से बने कार्बनिक पदार्थ है।
👉 इनको पॉली हाइड्रोक्सी एल्डिहाइड या किटोन जाता है। जो हाइड्रोलिसिस यानि जल-अपघटन होने पर या तो एल्डिहाइड या किटोन उत्पन्न करते हैं।
◆कार्बोहाइड्रेट जो स्वाद में मीठे होते हैं उन्हें शर्करा या सेकेराइड (saccharides) कहा जाता है।
🌹 *कार्बोहाइड्रेट के प्रकार*
कार्बोहाइड्रेट को तीन भागों में विभक्त किया गया है। –
1⃣मोनोसेकेराइड
2⃣डाईसेकेराइड
3⃣पॉलीसेकेराइड
*1-मोनोसेकेराइड*
ये सेकेराइड की एकलक इकाई (monomer unit) से मिलकर बने होते है। इनका जल-अपघटन नहीं किया जा सकता ये रंगहीन, जल में घुलनशील (water soluble), क्रिस्टलीय होते है।
👉 इनका सामान्य सूत्र CnH2nOn या (CH20)nहोता है।
🔷 *ग्लूकोज (Glucose)*
👉यह जंतुओं में पाए जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण कार्बोहाइड्रेट है।
👉 इसको Grape sugar, Blood sugar या Dextrose sugar भी कहा जाता है।
🔷 *फ्रुक्टोज (Fructose)*
यह शहद तथा मीठे फलों में पायी जाती है। इसलिए इसको Fruit sugar या लेवुलोज़ (Laevulose) sugar भी कहा जाता है।
*यह सबसे मीठी शर्करा है।*
🔷 *गैलेक्टोज*
👉यह दूध में पायी जाने वाली लैक्टोज शर्करा है।
👉 इसको Brain sugar भी कहा जाता है।
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*2-डाईसेकेराइड*
👉दो मोनोसेकेराइड इकाईयां जल के एक अणु का निष्कासन करके ग्लाइकोसिडिक बंध द्वारा जुड़कर डाईसेकेराइड का निर्माण करती है।
👉 इनका जल-अपघटन (Hydrolysis) हो सकता है।
🔷 *माल्टोज*
👉यह दो ग्लूकोज इकाईयां के जुड़ने से बनती है।
👉इसे माल्ट शर्करा भी कहते है।
👉 यह स्टार्च के पाचन से बनती है।
*alfa D-glucose + alfa D- glucose = Maltose*
🔷 *सुक्रोज*
👉यह ग्लूकोज तथा फ्रुक्टोज इकाईयां के जुड़ने से बनती है।
👉 इसे गन्ना शर्करा, टेबल शर्करा, प्रतीप शर्करा, चुकंदर शर्करा, रसोईघर की शर्करा या व्यापारिक शर्करा भी कहते है।
*alfa D-glucose + beta D-fructose = Sucrose*
🔷 *लैक्टोज*
👉इसे दूध शर्करा भी कहते है।
👉यह ग्लूकोज तथा गैलेक्टोज इकाईयां के जुड़ने से बनती
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*3-पॉलीसेकेराइड*
👉यह लगभग 10 से अधिक मोनो सेकेराइड इकाईयां जुड़कर जटिल कार्बोहाइड्रेट पॉलीसेकेराइड बनाती हैं।
👉इनको सामान्यतया ग्लाइकेन भी कहा जाता है।
👉 इनका जल-अपघटन हो सकता है।
👉ये जल में अघुलनशील (water insoluble) होती है।
👉 *ये मीठी नहीं होती।*
🔷 *Starch*- जब ग्लूकोस की अल्फा इकाइयां आपस मे ग्लाइकोसिडिक बॉन्ड द्वारा जुडती है तो स्टॉर्च का निर्माण होता है
🔷 *Cellulose* -यह पृथ्वी पर सर्वाधिक पाया जाने वाला कार्बनिक पदार्थ है।
👉पादपों की कोशिका भित्ति सेलूलोज़ की ही बनी होती है।
👉सेलूलोज़ के द्वारा Rayon रेशे भी बनाये जाते है।
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🔰सचिवालय से आ रही बड़ी खबर, तय समय पर होंगी #RPSC की आगामी परीक्षाएं, RPSC की आगामी परीक्षाओं में नहीं आचार संहिता की अड़चन, सैकेंड ग्रैड शिक्षक परीक्षा सहित अन्य परीक्षाओं का रास्ता साफ, RPSC चेयरमैन दीपक उप्रेती ने सीएस डीबी गुप्ता से की मुलाकात
🔰राज्य सरकार ने लिया बड़ा नीतिगत निर्णय, #RAS 2016 के अभ्यर्थियों को अभी ज्वॉइनिंग नहीं, सुप्रीम कोर्ट में 1 मामला चल रहा है पेंडिंग, ओबीसी के 189 अभ्यर्थियों के गलत चयन का मामला, इस मामले में जब तक निर्णय न हो, तब तक ज्वॉइनिंग के बारे में फैसला नहीं, सीएस से भी हुई नीतिगत मंत्रणा
🔰#RAS भर्ती 2018 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम इसी सप्ताह, राज्य लोक सेवा आयोग की तैयारियां पूरी, करीब 5 लाख अभ्यर्थी हुए थे परीक्षा में शामिल, #RPSC चेयरमैन दीपक उप्रेती ने दी जानकारी
🔰#Jaipur : आचार संहिता में छूट के मामलों को लेकर बैठक, सीएस की अध्यक्षता में हुई बैठक, आधा दर्जन विभागों के मामलों को लेकर हुआ विचार, तबादले,पदस्थापन,रिलीविंग से जुड़े हैं मामले, कुछ मामलों को भेजा जा रहा ECI को।
🔰सचिवालय से आ रही बड़ी खबर, तय समय पर होंगी #RPSC की आगामी परीक्षाएं, RPSC की आगामी परीक्षाओं में नहीं आचार संहिता की अड़चन, सैकेंड ग्रैड शिक्षक परीक्षा सहित अन्य परीक्षाओं का रास्ता साफ, RPSC चेयरमैन दीपक उप्रेती ने सीएस डीबी गुप्ता से की मुलाकात
🔰राज्य सरकार ने लिया बड़ा नीतिगत निर्णय, #RAS 2016 के अभ्यर्थियों को अभी ज्वॉइनिंग नहीं, सुप्रीम कोर्ट में 1 मामला चल रहा है पेंडिंग, ओबीसी के 189 अभ्यर्थियों के गलत चयन का मामला, इस मामले में जब तक निर्णय न हो, तब तक ज्वॉइनिंग के बारे में फैसला नहीं, सीएस से भी हुई नीतिगत मंत्रणा
🔰#RAS भर्ती 2018 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम इसी सप्ताह, राज्य लोक सेवा आयोग की तैयारियां पूरी, करीब 5 लाख अभ्यर्थी हुए थे परीक्षा में शामिल, #RPSC चेयरमैन दीपक उप्रेती ने दी जानकारी
🔰#Jaipur : आचार संहिता में छूट के मामलों को लेकर बैठक, सीएस की अध्यक्षता में हुई बैठक, आधा दर्जन विभागों के मामलों को लेकर हुआ विचार, तबादले,पदस्थापन,रिलीविंग से जुड़े हैं मामले, कुछ मामलों को भेजा जा रहा ECI को।
Abdul Kalam – “The Missile Man Of India”
सर एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा कथन उनका अनुसरण एक बार जरूर किया जाये तो आपकी सफलता निश्चित ही आपके कदम चूमेगी...
1. सपने सच हों,इसके लिए सपने देखना जरूरी है।
2. हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए
3. अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो,अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो,असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो। ये वो महान गुण हैं,जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो।
4. भगवान उसी की मदद करता है, जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह सिद्धान्त स्पष्ट होना चाहिए।
5. इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं
6. तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पे ना पहुँच जाओ-तुम अद्वितीय हो। ज़िन्दगी में एक लक्ष्य रखो, लगातार ज्ञान प्राप्त करो,कड़ी मेहनत करो और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो।
7. अपनी पहली सफलता के बाद बाद आराम मत करो क्योकि आप दूसरी बार में असफल हुए तो बहुत से होंठ यह कहने के इंतजार मे होगें की आपकी पहली सफलता केवल एक तुक्का थी।
8. महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
9. जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है,बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है| कठिनाइयों को यह जान लेने दो की आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।
आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत,असफलता नामक बिमारी को मारने के लिए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सफल व्यक्ति बनाती है।
आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते पर आप अपनी आदते बदल सकते है और निश्चित रूप से आपकी आदते आपका भविष्य बदल देगी?
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए,आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
हम सभी के पास एक समान प्रतिभा नहीं होती, लेकिन हम सभी के पास अपनी प्रतिभा को विकसित करने समान अवसर होते हैं।
इन चार सिद्धांतों का पालन करके कुछ भी हासिल किया जा सकता हैं –
महान लक्ष्य बनाना , ज्ञान अर्जित करना, कड़ी मेहनत करना, दृढ़ रहना
अलग तरह से सोचने का साहस रखें, कुछ नया करने (अविष्कार) करने का साहस रखें, अनजाने रास्तों पर चलने का साहस रखें,असंभव को खोजने का साहस रखें,समस्याओं पर जीत हासिल करने का साहस रखें
सर एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा कथन उनका अनुसरण एक बार जरूर किया जाये तो आपकी सफलता निश्चित ही आपके कदम चूमेगी...
1. सपने सच हों,इसके लिए सपने देखना जरूरी है।
2. हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए
3. अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो,अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो,असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो। ये वो महान गुण हैं,जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो।
4. भगवान उसी की मदद करता है, जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह सिद्धान्त स्पष्ट होना चाहिए।
5. इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने कि लिए ये ज़रूरी हैं
6. तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पे ना पहुँच जाओ-तुम अद्वितीय हो। ज़िन्दगी में एक लक्ष्य रखो, लगातार ज्ञान प्राप्त करो,कड़ी मेहनत करो और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो।
7. अपनी पहली सफलता के बाद बाद आराम मत करो क्योकि आप दूसरी बार में असफल हुए तो बहुत से होंठ यह कहने के इंतजार मे होगें की आपकी पहली सफलता केवल एक तुक्का थी।
8. महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
9. जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है,बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है| कठिनाइयों को यह जान लेने दो की आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।
आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत,असफलता नामक बिमारी को मारने के लिए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सफल व्यक्ति बनाती है।
आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते पर आप अपनी आदते बदल सकते है और निश्चित रूप से आपकी आदते आपका भविष्य बदल देगी?
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए,आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
हम सभी के पास एक समान प्रतिभा नहीं होती, लेकिन हम सभी के पास अपनी प्रतिभा को विकसित करने समान अवसर होते हैं।
इन चार सिद्धांतों का पालन करके कुछ भी हासिल किया जा सकता हैं –
महान लक्ष्य बनाना , ज्ञान अर्जित करना, कड़ी मेहनत करना, दृढ़ रहना
अलग तरह से सोचने का साहस रखें, कुछ नया करने (अविष्कार) करने का साहस रखें, अनजाने रास्तों पर चलने का साहस रखें,असंभव को खोजने का साहस रखें,समस्याओं पर जीत हासिल करने का साहस रखें
🎓RAS MAINS 🎓
🔰🔰🔰🔰🔰🔰🔰🔰🔰🔰🔰
🎓राजस्थान इतिहास🎓
GS Ist Paper
(अतिलघूरात्मक प्रश्न)
*प्रश्न-1 "फड़"*
*उत्तर- किसी कपड़े पर लोक देवता का चित्रण कर के उसके माध्यम से ऐतिहासिक और पौराणिक कथा का प्रस्तुतीकरण किया जाना "फड" कहलाता है।*
*प्रश्न-2 "विगत"*
*उत्तर- विगत इतिहास परक ग्रंथ लेखन की शैली है। 'मारवाड़ रा परगना री विगत' इस शैली की प्रमुख रचना है।*
*प्रश्न-3 "बिहारी मल"*
*उत्तर- बिहारी जयपुर नरेश मिर्जा जयसिंह के दरबारी कवि थे जिन्होंने "बिहारी सतसई" नामक ग्रंथ की रचना की। यह हिंदी साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ के प्रत्येक दोहे पर राजा जयसिंह बिहारी को एक अशर्फी देता था*
*प्रश्न-4 " चंदबरदाई"*
*उत्तर- चंदबरदाई पृथ्वीराज के समकालीन,उनके मित्र एवं राज कवि थे। "पृथ्वीराज रासो" नामक एक हिंदी और राजस्थान के प्रसिद्ध महाकाव्य के रचयिता के रूप में चंदबरदाई प्रसिद्ध हुए। चंद्र बरदाई भट्ट जाति के चारण कवि थे इन्हीं के प्रसिद्ध दोहे "चार बांस चौबीस गज" के अनुमान से पृथ्वीराज चौहान ने शब्दभेदी बाण से मोहम्मद गोरी को मारा था*
*(लघुरात्मक प्रश्न)*
*प्रश्न-5 "रूपायन संस्थान"*
*उत्तर- बोरुंदा गांव में (जोधपुर) 1960 में स्थापित संस्था "रुपयान" एक सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्था के रूप में कार्यरत है। राजस्थानी लोकगीतों,कथाओं एवं भाषाओं की परंपरागत धरोहर को खोज कर यह संस्था उन्हें क्रमबद्ध स्वरूप प्रदान कर रही है।*
*प्रश्न-6 राजस्थान में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाओं के नाम बताएं*
*उत्तर- 1961 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार यहां 73 प्रकार की बोलियां बोली जाती है। जिनमें मारवाड़ी,मेवाड़ी, मेवाती,हाडोती,ढूंढाड़ी आदि प्रमुख है।*
*प्रश्न-7 राजस्थानी लोक साहित्य की विशेषताएं बताएं..?*
*उत्तर- लोक साहित्य लिखित न होकर प्रायः मौखिक रूप से विकसित होता है। लोक साहित्य में लोक मानस की संस्कृति झलकती है। लोक साहित्य की शैली सरल और अलंकरण रहित होती है। लोक साहित्य में नैतिक मूल्यों और रीति-रिवाजों समायोजन होता है।*
*प्रश्न-8 "अरबी फारसी शोध संस्थान"*
*उत्तर- अरबी फारसी शोध संस्थान की स्थापना "1978" में "टोंक" जिले में हुई। इस संस्था में अरबी और फारसी भाषाओं के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अनुसंधान कार्य करवाए जाते हैं।*
*प्रश्न-9 कन्हैयालाल सेठिया द्वारा रचित कृतियों के नाम बताएं।*
*उत्तर-*
*1. "पाथल और पीथल"*
*2. "धरती धोरां री"*
*3. " जमीन रो धणी कुण"*
*(अतिलघुरात्मक & लघुरात्मक प्रश्न)*
*प्रश्न-9 राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की उपलब्धियों का विवेचन कीजिए*
*उत्तर- राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की स्थापना 1957 में जोधपुर में की गई।*
*इस अकादमी का मुख्य लक्ष्य भारतीय नृत्य,नाटक एवं संगीत का परिपोषण एवं उन्नयन के साथ भारतीय संस्कृति को सुदृढ़ करना है।*
*नृत्य,नाटक एवं संगीत के विभिन्न विचारों तथा तकनीक के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करना*
*राजस्थान में रंगमंचों की स्थापना एवं विकास को प्रोत्साहित करना*
*नृत्य,नाटक एवं संगीत की शिक्षा का विकास करना*
*नृत्य,नाटक तथा संगीत के क्षेत्र में कार्यरत श्रेष्ठ संस्थाओं को सहायता प्रदान करना।*
*नये नाटकों के सृजन को पुरस्कार के रूप में सहायता देकर प्रोत्साहित करना।*
*लक्ष्यों के उन्नयन हेतु संस्था के लिए जमीन खरीद, रहन एवं संपत्ति निष्पादन का पूर्ण अधिकार अकादमी को होगा।*
Credit : #दिनेशजी
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Kannuaj remained a focal point for the three powerful dynasties, namely the Gurjara Pratiharas, Palas and Rashtrakutas, between the 8th and 10th centuries. The conflict between the three dynasties has been referred to as the Tripartite struggle by many historians.
Uniting for Consensus (UfC) is a movement, nicknamed the Coffee Club, that developed in the 1990s in opposition to the possible expansion of the United Nations Security Council. Under the leadership of Italy, it aims to counter the bids for permanent seats proposed by G4 nations (Brazil, Germany, India and Japan) and is calling for a consensus before any decision is reached on the form and size of the Security Council.