5_Computer_Science_Internet_Electronic_Mail_E_Mail_Notes.pdf
3.5 MB
Internet- Electronic Mail (E-Mail)
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♦️ ईमेल क्या है (What Is E-Mail )
👉 E-Mail का पूरा नाम Electronic मेल है, ईमेल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति दुनिया भर में कही भी किसी के पास Email भेज सकता है, किसी से भी संदेशो का आदान प्रदान कर सकता है।
👉 ईमेल संदेश के दो घातक होते है- ईमेल एड्रेस और मैसेज ईमेल करने के लिए वेबसाइट है जैसे – Gmail, Hotmail, Yahoo Mail पर Signup कर के नये ईमेल को यूजर द्वारा बनाया जा सकता है।
👉 जिसका प्रयोग कर के ईमेल कर सकते है ईमेल को फारवर्ड कर सकते हैं ईमेल को डिलीट, रिस्टोर किया जा सकता है। ईमेल का प्रयोग कर के साधारण टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट, ग्राफ़िक्स, ऑडियो, वीडियो और चित्र आदि भेज सकते है।
👉 E-Mail का पूरा नाम Electronic मेल है, ईमेल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति दुनिया भर में कही भी किसी के पास Email भेज सकता है, किसी से भी संदेशो का आदान प्रदान कर सकता है।
👉 ईमेल संदेश के दो घातक होते है- ईमेल एड्रेस और मैसेज ईमेल करने के लिए वेबसाइट है जैसे – Gmail, Hotmail, Yahoo Mail पर Signup कर के नये ईमेल को यूजर द्वारा बनाया जा सकता है।
👉 जिसका प्रयोग कर के ईमेल कर सकते है ईमेल को फारवर्ड कर सकते हैं ईमेल को डिलीट, रिस्टोर किया जा सकता है। ईमेल का प्रयोग कर के साधारण टेक्स्ट, डॉक्यूमेंट, ग्राफ़िक्स, ऑडियो, वीडियो और चित्र आदि भेज सकते है।
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♦️ कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार (Types of Computer Network )
Computer Network जे तीन मुख्य प्रकार
1. Local Area Network (LAN)
2. Metropolitan Area Network (MAN)
3. Wide Area Network (WAN)
Computer Network जे तीन मुख्य प्रकार
1. Local Area Network (LAN)
2. Metropolitan Area Network (MAN)
3. Wide Area Network (WAN)
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♦️ 1. लोकल एरिया नेटवर्क (Local Area Network)
👉 ऐसा नेटवर्क जिनकी Connectivity Limit Area में हो ( एक सीमित छेत्र में ) Local Area Network लगभग एक Kilometer में स्थित होता है। जैसे एक पूरी बिल्डिंग या उनका एक समहू ।
👉 Local Area Network (लोकल एरिया नेटवर्क) में जोड़े गए डिवाइस की संख्या अलग-अलग हो सकती है। इन डिवाइस को किसी केबल द्वारा जोड़ा जाता है। Local Area Network के द्वारा कई संगठन अपने Computer Terminology, Working Area, Efficient, Cost Effective होता है। ताकि वे आपस मे सूचनाओं को लेंन देन कर सके तथा सबको सभी साधनों का लाभ मिल सके।
👉 ऐसा नेटवर्क जिनकी Connectivity Limit Area में हो ( एक सीमित छेत्र में ) Local Area Network लगभग एक Kilometer में स्थित होता है। जैसे एक पूरी बिल्डिंग या उनका एक समहू ।
👉 Local Area Network (लोकल एरिया नेटवर्क) में जोड़े गए डिवाइस की संख्या अलग-अलग हो सकती है। इन डिवाइस को किसी केबल द्वारा जोड़ा जाता है। Local Area Network के द्वारा कई संगठन अपने Computer Terminology, Working Area, Efficient, Cost Effective होता है। ताकि वे आपस मे सूचनाओं को लेंन देन कर सके तथा सबको सभी साधनों का लाभ मिल सके।
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2. ♦️ मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क
(Metropolitan Area Network)
👉 जब बहुत सारे लोकल एरिया नेटवर्क एक पूरे सहर से जुड़े होते है अर्थार्त लोकल एरिया नेटवर्क किसी शाहर के अंदर एक दूसरे से जुड़े होते है तो इस प्रकार के नेटवर्क को Metropolitan Area Network कहते है।
👉 मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क की वर्किंग स्पीड 100 से 1000 Mbps होती है।
👉 ये काफ़ी महंगा होता है जो फाइबर ऑप्टिक केबल से जुड़ा होता है।
👉 इनका Connection ऑपरेटर और माइक्रोवेव लिंक द्वारा लिया जाता है।
👉 Metropolitan Area Network की दूरी आम तौर पर 200 किलोमीटर की होती है।
👉 Metropolitan Area Network के Nodes कोई भी हो सकते है अधिकतर Desktop Computer 3 Mini Computer होते है।
(Metropolitan Area Network)
👉 जब बहुत सारे लोकल एरिया नेटवर्क एक पूरे सहर से जुड़े होते है अर्थार्त लोकल एरिया नेटवर्क किसी शाहर के अंदर एक दूसरे से जुड़े होते है तो इस प्रकार के नेटवर्क को Metropolitan Area Network कहते है।
👉 मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क की वर्किंग स्पीड 100 से 1000 Mbps होती है।
👉 ये काफ़ी महंगा होता है जो फाइबर ऑप्टिक केबल से जुड़ा होता है।
👉 इनका Connection ऑपरेटर और माइक्रोवेव लिंक द्वारा लिया जाता है।
👉 Metropolitan Area Network की दूरी आम तौर पर 200 किलोमीटर की होती है।
👉 Metropolitan Area Network के Nodes कोई भी हो सकते है अधिकतर Desktop Computer 3 Mini Computer होते है।
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3. ♦️ वाइड एरिया नेटवर्क (Wide Area Network)
👉 वाइड एरिया नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर तथा उपकरण एक दूसरे से हजारों किलोमीटर दूरी पर भी स्थित हो सकते है।
Wide Area Network chl Working Area बहुत बड़ा होता है
👉 वाइड एरिया नेटवर्क बड़े आकार का होता है। इसमें डेटा का Transfer Rate Local Area Network की तुलना में कामहोत है।
👉 अधिक दूरी होने के कारण प्रायः इनमे माइक्रोवेव कम्युनिकेशन सिस्टम या Satellites कम्युनिकेशन का प्रयोग संदेश आगे भेजने वाले स्टेशनों की तरह किया जाता है।
👉 Wide Area Network की दूरी असीमित होती है।
👉 Wide Area Network की इंटरनेट स्पीड 10 से 100 Mbps होती है।
👉 Wide Area Network के नोड्स कोई भी हो सकते है, अधिकतर डेस्कटॉप कंप्यूटर ही होते है।
👉 वाइड एरिया नेटवर्क से जुड़े हुए कंप्यूटर तथा उपकरण एक दूसरे से हजारों किलोमीटर दूरी पर भी स्थित हो सकते है।
Wide Area Network chl Working Area बहुत बड़ा होता है
👉 वाइड एरिया नेटवर्क बड़े आकार का होता है। इसमें डेटा का Transfer Rate Local Area Network की तुलना में कामहोत है।
👉 अधिक दूरी होने के कारण प्रायः इनमे माइक्रोवेव कम्युनिकेशन सिस्टम या Satellites कम्युनिकेशन का प्रयोग संदेश आगे भेजने वाले स्टेशनों की तरह किया जाता है।
👉 Wide Area Network की दूरी असीमित होती है।
👉 Wide Area Network की इंटरनेट स्पीड 10 से 100 Mbps होती है।
👉 Wide Area Network के नोड्स कोई भी हो सकते है, अधिकतर डेस्कटॉप कंप्यूटर ही होते है।
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♦️ कंप्यूटर नेटवर्क मॉडल (Models of Computer Networking)
कंप्यूटर नेटवर्क के दो मुख्य मॉडल होते है
#1 पियर टू पियर नेटवर्क (Peer-to Peer Network)
दो या दो से अधिक ऐसे कंप्यूटर का नेटवर्क जो आपस मे कम्युनिकेशन के लिए एक ऐसा प्रोग्राम का उपयोग करता हैं। इसे P2p नेटवर्क कहते हैं।
#2 क्लाइंट/सर्वर नेटवर्क (Client/Server Network)
ऐसा नेटवर्क, जिसमे एक कंप्यूटर सर्वर तथा बाकी कंप्यूटर क्लाइंट की तरह कार्य करता है। क्लाइंट/सर्वर नेटवर्क कहलाता है। क्लाइंट कंप्यूटर सर्वर से किसी सर्विस के लिए रिक्वेस्ट करता है तथा सर्वर रिक्वेस्ट के लिए Response देता है।
कंप्यूटर नेटवर्क के दो मुख्य मॉडल होते है
#1 पियर टू पियर नेटवर्क (Peer-to Peer Network)
दो या दो से अधिक ऐसे कंप्यूटर का नेटवर्क जो आपस मे कम्युनिकेशन के लिए एक ऐसा प्रोग्राम का उपयोग करता हैं। इसे P2p नेटवर्क कहते हैं।
#2 क्लाइंट/सर्वर नेटवर्क (Client/Server Network)
ऐसा नेटवर्क, जिसमे एक कंप्यूटर सर्वर तथा बाकी कंप्यूटर क्लाइंट की तरह कार्य करता है। क्लाइंट/सर्वर नेटवर्क कहलाता है। क्लाइंट कंप्यूटर सर्वर से किसी सर्विस के लिए रिक्वेस्ट करता है तथा सर्वर रिक्वेस्ट के लिए Response देता है।
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♦️ इंटरनेट (इंटरनेट)
इंटरनेट का पूरा नाम इंटरनेशनल नेटवर्क है, इंटरनेट 1950 में Vint Cerf द्वारा जारी किया गया इन्हें इंटरनेट का पिता कहा जाता है।
इंटरनेट "नेटवर्कों का नेटवर्क" है जिसे ग्रुप ऑफ नेटवर्क भी कहा जाता है जिसमे लाखों निजी व सार्वजनिक लोकल से लेकर ग्लोबल स्कोप वाले नेटवर्क जुड़े होते है।
इंटरनेट का पूरा नाम इंटरनेशनल नेटवर्क है, इंटरनेट 1950 में Vint Cerf द्वारा जारी किया गया इन्हें इंटरनेट का पिता कहा जाता है।
इंटरनेट "नेटवर्कों का नेटवर्क" है जिसे ग्रुप ऑफ नेटवर्क भी कहा जाता है जिसमे लाखों निजी व सार्वजनिक लोकल से लेकर ग्लोबल स्कोप वाले नेटवर्क जुड़े होते है।
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Forwarded from Dr. Bhim Rao Ambedkar (Thought's And Quotes)
"पवित्रता या अपवित्रता अपने आप पर निर्भर करती है, कोई भी दूसरे को पवित्र नहीं कर सकता "
- बुद्ध
- बुद्ध
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♦️ डाटा निरूपण (Data Representation) क्या है ?
👉 यूजर कंप्यूटर में जो भी डाटा या कमांड सपोर्ट करता है कंप्यूटर उनको प्राप्त करने के बाद आउटपुट देता है और यह आउटपुट आपको टेक्स्ट वीडियो ऑडियो या फोटो के रूप में मिलते हैं लेकिन कंप्यूटर डाटा निरूपण के लिए बाइनरी भाषा का प्रयोग करता है, बाइनरी भाषा या द्वयाधारी संख्या का प्रयोग मशीनी भाषा ( Machine language) में प्रोग्राम लिखने के लिये होता है मशीनी भाषा बायनरी कोड में लिखी जाती है जिसके केवल दो अंक होते हैं 0 और 1 चूंकि कम्प्यूटर मात्र बाइनरी संकेत अर्थात 0 और 1 को ही समझता है और कंप्यूटर का सर्किट यानी परिपथ इन बायनरी कोड को पहचान लेता है और इसे विधुत संकेतो ( Electrical signals ) मे परिवर्तित कर लेता है
👉 सभी डाटा और निर्देशों को पहले बायनरी भाषा में बदलना पड़ता है यानी डाटा को 0 और 1 के रुप में प्रस्तुत करना पड़ता है यह प्रक्रिया ही डाटा निरूपण (Data representation)कहलाती है।
👉 यूजर कंप्यूटर में जो भी डाटा या कमांड सपोर्ट करता है कंप्यूटर उनको प्राप्त करने के बाद आउटपुट देता है और यह आउटपुट आपको टेक्स्ट वीडियो ऑडियो या फोटो के रूप में मिलते हैं लेकिन कंप्यूटर डाटा निरूपण के लिए बाइनरी भाषा का प्रयोग करता है, बाइनरी भाषा या द्वयाधारी संख्या का प्रयोग मशीनी भाषा ( Machine language) में प्रोग्राम लिखने के लिये होता है मशीनी भाषा बायनरी कोड में लिखी जाती है जिसके केवल दो अंक होते हैं 0 और 1 चूंकि कम्प्यूटर मात्र बाइनरी संकेत अर्थात 0 और 1 को ही समझता है और कंप्यूटर का सर्किट यानी परिपथ इन बायनरी कोड को पहचान लेता है और इसे विधुत संकेतो ( Electrical signals ) मे परिवर्तित कर लेता है
👉 सभी डाटा और निर्देशों को पहले बायनरी भाषा में बदलना पड़ता है यानी डाटा को 0 और 1 के रुप में प्रस्तुत करना पड़ता है यह प्रक्रिया ही डाटा निरूपण (Data representation)कहलाती है।
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♦️ Operating System क्या है
👉 Operating System एक Software है जो Computer और User के बीच एक रिलेशन बनाता है जिससे कि कंप्यूटर चल सके अर्थार्त Computer के Hardware 3 User (Computer चालक ) के बीच में एक Interface का काम करता है जिसे हमरा कंप्यूटर का संचालन हो सके और Operating System का छोटा नाम Os है जिसे हम सभी (Operating System) शब्द का उचारण जल्दी करते है मतलब Operating System को OS (ओ०एस०) भी कहते है।
👉 अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो Computer को Operate करने ( चलाने) के लिए ये ऑपरेटिंग सिस्टम ही एक जरिया देता है जिससे आप कंप्यूटर को चला पाते है।
👉 ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम (Software Programs ) है जिसे बिना कंप्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware) के चलाया जाना व्यर्थ है बिना ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) के कंप्यूटर कोई काम का नहीं अर्थात इसकी सरल परिभाषा है ऐसे सॉफ्टवेयर जो हार्डवेयर को कंट्रोल करें ("Software that Controls the Hardware") उसे ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) कहते हैं ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) के कई प्रकार है।
👉 Operating System एक Software है जो Computer और User के बीच एक रिलेशन बनाता है जिससे कि कंप्यूटर चल सके अर्थार्त Computer के Hardware 3 User (Computer चालक ) के बीच में एक Interface का काम करता है जिसे हमरा कंप्यूटर का संचालन हो सके और Operating System का छोटा नाम Os है जिसे हम सभी (Operating System) शब्द का उचारण जल्दी करते है मतलब Operating System को OS (ओ०एस०) भी कहते है।
👉 अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो Computer को Operate करने ( चलाने) के लिए ये ऑपरेटिंग सिस्टम ही एक जरिया देता है जिससे आप कंप्यूटर को चला पाते है।
👉 ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम (Software Programs ) है जिसे बिना कंप्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware) के चलाया जाना व्यर्थ है बिना ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) के कंप्यूटर कोई काम का नहीं अर्थात इसकी सरल परिभाषा है ऐसे सॉफ्टवेयर जो हार्डवेयर को कंट्रोल करें ("Software that Controls the Hardware") उसे ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) कहते हैं ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) के कई प्रकार है।
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👉 ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) को कंट्रोल प्रोग्राम भी कहते हैं क्योंकि यह कंट्रोल करता है सभी Computer System को और यूजर द्वारा दिए गए निर्देश या कमांड को आउटपुट या एग्जीक्यूट (execute) करता है बिना किसी गलतियों के
👉 कंप्यूटर में जब भी कोई यूजर किसी भी फाइल को हिंदी या अंग्रेजी भाषा में पढ़ रहा होता है में तो वाह सभी डाटा यूजर द्वारा पढ़े गए कंप्यूटर में स्टोर (Store) होता है जो (0 & 1) जीरो और एक के अंतर्गत मेमोरी में किया जाता है क्योंकि कंप्यूटर (binary digits) बाइनरी डिजिट को समझता है बाइनरी डिजिट जीरो और एक होता है।
👉 कंप्यूटर में जब भी कोई यूजर किसी भी फाइल को हिंदी या अंग्रेजी भाषा में पढ़ रहा होता है में तो वाह सभी डाटा यूजर द्वारा पढ़े गए कंप्यूटर में स्टोर (Store) होता है जो (0 & 1) जीरो और एक के अंतर्गत मेमोरी में किया जाता है क्योंकि कंप्यूटर (binary digits) बाइनरी डिजिट को समझता है बाइनरी डिजिट जीरो और एक होता है।
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Linux क्या है? (What Is Linux)
👉 Linux Operating System gch Open Source और पॉपुलर System सॉफ्टवेयर है जिसे कंप्यूटर और यूजर के बिक एक Interface बनाता है जिससे कि हमारा कंप्यूटर काम कर सके Linux Operating System सॉफ्टवेयर Gpl Version 2 सिंपल Gui Based Os है।
👉 दूसरे शब्दों में कहा जाए तो Linux एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसे हर को डाउनलोड कर इस्तमाल कर सकता है पर जैसा कि हम सब जानते है लिनक्स एक Open Source System Software है । और यह GUI Based Software है।
👉 लिनक्स एक ऐसा ऑपरेटिंग System सॉफ्टवेयर है जिसे हर कोई चला नही सकता हालांकि यह Open Source है। ओर फिर भी इसे आप नही चला सकते इसको चलाने के लिए Command की जानकारी होना जरूरी है। तभी आप लिनक्स को चला सकते है |
👉 मुख्य रूप से लिनक्स एक Reliable Secure और Error Free ऑपरेटिंग System सॉफ्टवेयर है।
👉 Linux Operating System gch Open Source और पॉपुलर System सॉफ्टवेयर है जिसे कंप्यूटर और यूजर के बिक एक Interface बनाता है जिससे कि हमारा कंप्यूटर काम कर सके Linux Operating System सॉफ्टवेयर Gpl Version 2 सिंपल Gui Based Os है।
👉 दूसरे शब्दों में कहा जाए तो Linux एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसे हर को डाउनलोड कर इस्तमाल कर सकता है पर जैसा कि हम सब जानते है लिनक्स एक Open Source System Software है । और यह GUI Based Software है।
👉 लिनक्स एक ऐसा ऑपरेटिंग System सॉफ्टवेयर है जिसे हर कोई चला नही सकता हालांकि यह Open Source है। ओर फिर भी इसे आप नही चला सकते इसको चलाने के लिए Command की जानकारी होना जरूरी है। तभी आप लिनक्स को चला सकते है |
👉 मुख्य रूप से लिनक्स एक Reliable Secure और Error Free ऑपरेटिंग System सॉफ्टवेयर है।
♦️ यूजर इंटरफेस क्या है
👉 जब आप किसी भी डिवाइस या मशीन को चलाते हैं तो चलाने से पहले उस पर बना कुछ चिन्ह या निशान देखे होंगे की कोई भी डिवाइस या मशीन कैसे काम करती है चाहे वह डिवाइन आपका कंप्यूटर या स्मार्टफोन या फिर वाशिंग मशीन ही क्यों ना हो सभी डिवाइस या मशीन पर कुछ ना कुछ निशान बने होते हैं ताकि आपको पता चले कैसे चलाना है
👉 ऐसे इंस्ट्रक्शन को आप माउस कीबोर्ड टच स्क्रीन इत्यादि को अपने हाथों का इस्तेमाल करके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमांड अप्लाई करते हैं तो उस डिवाइस और आपके बीच कम्युनिकेट होने को ही यूजर इंटरफेयर कहते है।
👉 अगर कम शब्दों में बात की जाए तो यूजर इंटरफेस उसे कहते हैं जिसे आप आसानी से चला सके जैसे आप अपने स्मार्टफोन को आसानी से चला पाते हैं जिसमें आपको कोई भी परेशानी नहीं होती है अर्थात किसी भी फंक्शन या ऑप्शन को आसानी से चला पाते हैं उसे ही यूजर इंटरफेस कहते है।
👉 बिना किसी परेशानी के किसी भी डिवाइस को या इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स को ऑपरेट कर पाना ही यूजर इंटरफेस कहलाता है।
👉 जब आप किसी भी डिवाइस या मशीन को चलाते हैं तो चलाने से पहले उस पर बना कुछ चिन्ह या निशान देखे होंगे की कोई भी डिवाइस या मशीन कैसे काम करती है चाहे वह डिवाइन आपका कंप्यूटर या स्मार्टफोन या फिर वाशिंग मशीन ही क्यों ना हो सभी डिवाइस या मशीन पर कुछ ना कुछ निशान बने होते हैं ताकि आपको पता चले कैसे चलाना है
👉 ऐसे इंस्ट्रक्शन को आप माउस कीबोर्ड टच स्क्रीन इत्यादि को अपने हाथों का इस्तेमाल करके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमांड अप्लाई करते हैं तो उस डिवाइस और आपके बीच कम्युनिकेट होने को ही यूजर इंटरफेयर कहते है।
👉 अगर कम शब्दों में बात की जाए तो यूजर इंटरफेस उसे कहते हैं जिसे आप आसानी से चला सके जैसे आप अपने स्मार्टफोन को आसानी से चला पाते हैं जिसमें आपको कोई भी परेशानी नहीं होती है अर्थात किसी भी फंक्शन या ऑप्शन को आसानी से चला पाते हैं उसे ही यूजर इंटरफेस कहते है।
👉 बिना किसी परेशानी के किसी भी डिवाइस को या इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स को ऑपरेट कर पाना ही यूजर इंटरफेस कहलाता है।
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♦️ यूजर इंटरफेस के प्रकार (Types Of User Interface In Hindi)
यूजर इंटरफेस के 5 मुख्य प्रकार है:
♦️ ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (Graphical User Interface)
♦️ वेब यूज़र इंटरफ़ेस - (Web User Interface)
♦️ टच स्क्रीन इंटरफेस – (Touch Screen Interface)
♦️ कमांड लाइन इंटरफेस (Command Line Interface)
♦️ हार्डवेयर यूजर इंटरफ़ेस - Hardware User Interface
यूजर इंटरफेस के 5 मुख्य प्रकार है:
♦️ ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (Graphical User Interface)
♦️ वेब यूज़र इंटरफ़ेस - (Web User Interface)
♦️ टच स्क्रीन इंटरफेस – (Touch Screen Interface)
♦️ कमांड लाइन इंटरफेस (Command Line Interface)
♦️ हार्डवेयर यूजर इंटरफ़ेस - Hardware User Interface
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♦️ 1. ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (Graphical User Interface)
👉 ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (Graphical User Interface) का Short Form GUI होता है ग्राफिकल यूजर इंटरफेस जैसा कि आप सबको इसके नाम से ही पता चलता है यह एक कंप्यूटर आधारित इंटरफ़ेस होता है जिसे हम माउस और कीबोर्ड द्वारा कंप्यूटर में कमांड देते हैं जिसका आउटपुट हमें मॉनिटर के स्क्रीन पर मिलता है यहां पर सभी प्रकार के आइकन, मेनू होता है।
👉 जिससे किसी के भी द्वारा कमांड या ऑपरेट किया जा सकता है GUI System के आने के बाद स्मार्टफोन या कंप्यूटर को चलाना आसान हो गया है।
👉 ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (Graphical User Interface) का Short Form GUI होता है ग्राफिकल यूजर इंटरफेस जैसा कि आप सबको इसके नाम से ही पता चलता है यह एक कंप्यूटर आधारित इंटरफ़ेस होता है जिसे हम माउस और कीबोर्ड द्वारा कंप्यूटर में कमांड देते हैं जिसका आउटपुट हमें मॉनिटर के स्क्रीन पर मिलता है यहां पर सभी प्रकार के आइकन, मेनू होता है।
👉 जिससे किसी के भी द्वारा कमांड या ऑपरेट किया जा सकता है GUI System के आने के बाद स्मार्टफोन या कंप्यूटर को चलाना आसान हो गया है।
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♦️ 2. वेब यूज़र इंटरफ़ेस - Web User Interface
👉 वेब यूज़र इंटरफ़ेस - Web User Interface उसे कहते हैं जब हम इंटरनेट पर कोई भी इंफॉर्मेशन खोज ते हैं तो वहां दिखाई देने वाले इंफॉर्मेशन हमारे सर्च किए गए अनुसार जो रिजल्ट प्राप्त होता है उससे वेब यूजर इंटरफेस कहते हैं।
👉 वेब यूज़र इंटरफ़ेस - Web User Interface दूसरे शब्दों में कहां जाए तो यह भी केक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस का काम करता है।
👉 किसी भी वेबसाइट का यूजर इंटरफेस या लेआउट वेबसाइट के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
👉 वेब यूज़र इंटरफ़ेस - Web User Interface उसे कहते हैं जब हम इंटरनेट पर कोई भी इंफॉर्मेशन खोज ते हैं तो वहां दिखाई देने वाले इंफॉर्मेशन हमारे सर्च किए गए अनुसार जो रिजल्ट प्राप्त होता है उससे वेब यूजर इंटरफेस कहते हैं।
👉 वेब यूज़र इंटरफ़ेस - Web User Interface दूसरे शब्दों में कहां जाए तो यह भी केक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस का काम करता है।
👉 किसी भी वेबसाइट का यूजर इंटरफेस या लेआउट वेबसाइट के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
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