भारत में रेलवे के अंतर्गत सर्वप्रथम कम्प्यूटरीकृत आरक्षण व्यवस्था कहाँ लगायी गई ?
Anonymous Quiz
28%
कोलकाता
31%
मुम्बई
17%
चेन्नई
23%
नई दिल्ली
👍3🤔1😱1
कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (Computer Literacy Day) कब मनाया जाता है ?
Anonymous Quiz
18%
1 दिसम्बर
30%
22 दिसम्बर
43%
2 दिसम्बर
8%
19 दिसम्बर
👍2😁2🥰1😱1🎉1
NASA द्वारा विकसित सर्वाधिक तेज सुपर कम्प्यूटर है ?
Anonymous Quiz
13%
कल्पना चावला
24%
कोलम्बिया
24%
ब्लू जीन
39%
परम
😱2🤔1
पहला कम्प्यूटर भारत में कब और कहाँ लगाया गया ?
Anonymous Quiz
23%
आई.आई.टी., दिल्ली (1973)
38%
आई.आई.टी., बेंगलुरु (1971)
13%
IISCO, (1965)
25%
आई.एस.ओ., कोलकाता (1955)
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भारत का प्रथम कम्प्यूटरीकृत डाकघर है ?
Anonymous Quiz
34%
नई दिल्ली का
38%
कोलकाता का
20%
मुम्बई का
8%
चेन्नई का
😢3👏2👍1
ई-मेल (E-Mail) का जन्मदाता किसे माना जाता है ?
Anonymous Quiz
22%
बिल गेट्स
20%
टिमोथी बिल
32%
लिंकन गोलिटसबर्ग
26%
रे टामलिंसन
🤔3👍2👏1
कम्प्यूटर भाषा COBOL किसके लिये उपयोगी है ?
Anonymous Quiz
32%
ग्राफिक कार्य
45%
व्यावसायिक कार्य
19%
वैज्ञानिक कार्य
4%
इनमें कोई नहीं
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ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? (What is Operating System in Hindi)
👉 ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) भी एक सॉफ्टवेयर होता है जिसे हम छू नहीं सकते है ! अगर आप इस आर्टिकल को किसी मोबाइल में पढ़ रहें है, तो आपने इस आर्टिकल को खोलने के लिए सबसे पहले किसी ब्राउज़र को खोला होगा, जब आपने अपने ब्राउज़र को खोलने के लिए आपने अपने सरकीं पर अपने उंगली से टच किया होगा, तो इसी टच को आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम समझ जाता ही की उसे कोनसा एप्लीकेशन खोलना है !
👉 जब भी आप कोई भी अप्प्लॉकेशन को खोलते है तो उसे खेलने का काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !
जब आप अपने मोबाइल का लॉक खोलते है तो उस लॉक को पहचान कर लॉक को कहलाने का काम भी आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !
👉 आपका मोबाइल और कंप्यूटर बिना किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के ऑन भी नहीं हो सकता है ! कम्प्यूटर्स में लिनक्स , विंडोज तथा मैक ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है, और मोबाइल में सबसे ज्यादा एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है!
👉 ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) भी एक सॉफ्टवेयर होता है जिसे हम छू नहीं सकते है ! अगर आप इस आर्टिकल को किसी मोबाइल में पढ़ रहें है, तो आपने इस आर्टिकल को खोलने के लिए सबसे पहले किसी ब्राउज़र को खोला होगा, जब आपने अपने ब्राउज़र को खोलने के लिए आपने अपने सरकीं पर अपने उंगली से टच किया होगा, तो इसी टच को आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम समझ जाता ही की उसे कोनसा एप्लीकेशन खोलना है !
👉 जब भी आप कोई भी अप्प्लॉकेशन को खोलते है तो उसे खेलने का काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !
जब आप अपने मोबाइल का लॉक खोलते है तो उस लॉक को पहचान कर लॉक को कहलाने का काम भी आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है !
👉 आपका मोबाइल और कंप्यूटर बिना किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के ऑन भी नहीं हो सकता है ! कम्प्यूटर्स में लिनक्स , विंडोज तथा मैक ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है, और मोबाइल में सबसे ज्यादा एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम काम करता है!
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Operating System कौन से काम करता है?
👉 अगर आप को यह समझाना है की ऑपरेटिंग सिस्टम क्या काम करता है तो आप बस यह जान लीजिये की कम्यूटर में हो रहे हर काम को ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब ही आप कोई भी एप्लीकेशन जैसे की व्हाट्सप्प खोलते हैं, उसी समय आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम उस व्हाट्सप्प को RAM में load करता है !
👉 व्हाट्सप्प को लोड करने के बाद ही जैसे जैसे यूजर, मतलब आप व्हाट्सप्प को चलते हो वो सारे काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब आप कंप्यूटर या लैपटॉप से गूगल क्रोम या कोई भी अप्लीकेशन खोलते है और उसका इस्तेमाल करते है, उन सभी कामों को आपके कंप्यूटर का ऑपरेटिंग करता है !
👉 ऐसे और भी अधिक काम है जिसे की ऑपरेटिंग सिस्टम करता है, उन सभी कामों को निचे अच्छे से समझाया गया है !
1. File Management
2. User और Application के बीच तालमेल बनाना
3. Process Management
4. Memory Management
5. Security
6. Device Management
7. Maintaining System Performance
8. Error देखना
👉 अगर आप को यह समझाना है की ऑपरेटिंग सिस्टम क्या काम करता है तो आप बस यह जान लीजिये की कम्यूटर में हो रहे हर काम को ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब ही आप कोई भी एप्लीकेशन जैसे की व्हाट्सप्प खोलते हैं, उसी समय आपके मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम उस व्हाट्सप्प को RAM में load करता है !
👉 व्हाट्सप्प को लोड करने के बाद ही जैसे जैसे यूजर, मतलब आप व्हाट्सप्प को चलते हो वो सारे काम ऑपरेटिंग सिस्टम ही करता है ! जब आप कंप्यूटर या लैपटॉप से गूगल क्रोम या कोई भी अप्लीकेशन खोलते है और उसका इस्तेमाल करते है, उन सभी कामों को आपके कंप्यूटर का ऑपरेटिंग करता है !
👉 ऐसे और भी अधिक काम है जिसे की ऑपरेटिंग सिस्टम करता है, उन सभी कामों को निचे अच्छे से समझाया गया है !
1. File Management
2. User और Application के बीच तालमेल बनाना
3. Process Management
4. Memory Management
5. Security
6. Device Management
7. Maintaining System Performance
8. Error देखना
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👉 मदरबोर्ड क्या होता हैं – What is Motherboard in Hindi?
👉 मदरबोर्ड कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। जिसमे सभी आवश्यक उपकरण जुडे रहते हैं. इनमें CPU, RAM, HDD, Monitor, BIOS, CMOS, Mouse, Keyboard आदि उपकरण शामिल है जो Dedicated Ports के माध्यम से जुडे रहते हैं. मदरबोर्ड इन उपकरणों को Power Supply पहुँचाता है और आपस में Communication करवाता हैं।
👉 मदरबोर्ड कम्प्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। जिसमे सभी आवश्यक उपकरण जुडे रहते हैं. इनमें CPU, RAM, HDD, Monitor, BIOS, CMOS, Mouse, Keyboard आदि उपकरण शामिल है जो Dedicated Ports के माध्यम से जुडे रहते हैं. मदरबोर्ड इन उपकरणों को Power Supply पहुँचाता है और आपस में Communication करवाता हैं।
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☝️ एक कम्प्यूटर मदरबोर्ड
👉 कम्प्यूटर मदरबोर्ड एक Printed Circuit Board (PCB) होता है. जिसे Logical Board, System Board, Printed Wired Board (PWB), और Mainboard (Mobo) के नाम से भी जाना जाता है।
👉 मदरबोर्ड एक प्लास्टिक शीट होती हैं जिसमे उपकरणों को जोडने के लिए विभिन्न Ports बनाये जाते है. प्रत्येक पोर्ट का Connection मदरबोर्ड में Solder किया हुआ रहता हैं। जिसे हम अपनी आंखों से भी देख सकते हैं।
👉 कम्प्यूटर मदरबोर्ड एक Printed Circuit Board (PCB) होता है. जिसे Logical Board, System Board, Printed Wired Board (PWB), और Mainboard (Mobo) के नाम से भी जाना जाता है।
👉 मदरबोर्ड एक प्लास्टिक शीट होती हैं जिसमे उपकरणों को जोडने के लिए विभिन्न Ports बनाये जाते है. प्रत्येक पोर्ट का Connection मदरबोर्ड में Solder किया हुआ रहता हैं। जिसे हम अपनी आंखों से भी देख सकते हैं।
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कम्प्यूटर मदरबोर्ड के विभिन्न प्रकार – Motherboard Types
👉 यह उपकरण बहुत सारी विशेषताओं और क्षमताओं मे उपलब्ध हैं. और ये क्षमता और विशेषता मदरबोर्ड निर्माताओं के ऊपर निर्भर करती हैं.
👉 इसलिये मदरबोर्ड का कोई खास प्रकार उपलब्ध नही हैं. मगर इनकी बनावट के आधार पर इन्हे दो भागों में बांटा जा सकता है.
1. Integrated Motherboard
2. Non-Integrated Motherboard
👉 यह उपकरण बहुत सारी विशेषताओं और क्षमताओं मे उपलब्ध हैं. और ये क्षमता और विशेषता मदरबोर्ड निर्माताओं के ऊपर निर्भर करती हैं.
👉 इसलिये मदरबोर्ड का कोई खास प्रकार उपलब्ध नही हैं. मगर इनकी बनावट के आधार पर इन्हे दो भागों में बांटा जा सकता है.
1. Integrated Motherboard
2. Non-Integrated Motherboard
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👉 1. Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड में कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों को जोडने के लिए अलग से Ports बनाये जाते हैं उन्हे Integrated Motherboard कहते हैं.
आजकल यही मदरबोर्ड PCs, Laptops आदि में इस्तेमाल किये जाते हैं. इन मदरबोर्ड के माध्यम से आप अपने कम्प्यूटर के किसी पार्ट को आसानी से Upgrade भी कर सकते है।
👉 2. Non-Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड में आवश्यक उपकरणों को जोडने के लिए Ports नही होते हैं उन्हे Non-Integrated Motherboard कहा जाता हैं.
इन मदरबोर्ड में CPU, RAM आदि को Solder किया जाता हैं. और इन्हे बाद में Upgrade भी नही किया जा सकता हैं. Smartphones, Tables आदि में इसी प्रकार के मदरबोर्ड का इस्तेमाल होता हैं।
जिन मदरबोर्ड में कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों को जोडने के लिए अलग से Ports बनाये जाते हैं उन्हे Integrated Motherboard कहते हैं.
आजकल यही मदरबोर्ड PCs, Laptops आदि में इस्तेमाल किये जाते हैं. इन मदरबोर्ड के माध्यम से आप अपने कम्प्यूटर के किसी पार्ट को आसानी से Upgrade भी कर सकते है।
👉 2. Non-Integrated Motherboard
जिन मदरबोर्ड में आवश्यक उपकरणों को जोडने के लिए Ports नही होते हैं उन्हे Non-Integrated Motherboard कहा जाता हैं.
इन मदरबोर्ड में CPU, RAM आदि को Solder किया जाता हैं. और इन्हे बाद में Upgrade भी नही किया जा सकता हैं. Smartphones, Tables आदि में इसी प्रकार के मदरबोर्ड का इस्तेमाल होता हैं।
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♦️ मदरबोर्ड के कार्य – Functions of Motherboard
👉 कम्प्यूटर मदरबोर्ड सहायक उपकरणों को जोडने के लिए जगह उपलब्ध करवाता है. इसलिए इसे कम्प्यूटर की Backbone भी कहा जाता हैं।
👉 यह Connected Devices को Power Supply पहुँचाता है और उन्हे Manage भी करता हैं।
👉 एक उपकरण की दूसरे उपकरण के साथ बातचीत यानि Communication करवाता हैं।
👉 Computer की BIOS Settings और सूचना को सुरक्षित रखता है ताकि कम्प्यूटर आसानी से चालु हो सके।
👉 कम्प्यूटर मदरबोर्ड सहायक उपकरणों को जोडने के लिए जगह उपलब्ध करवाता है. इसलिए इसे कम्प्यूटर की Backbone भी कहा जाता हैं।
👉 यह Connected Devices को Power Supply पहुँचाता है और उन्हे Manage भी करता हैं।
👉 एक उपकरण की दूसरे उपकरण के साथ बातचीत यानि Communication करवाता हैं।
👉 Computer की BIOS Settings और सूचना को सुरक्षित रखता है ताकि कम्प्यूटर आसानी से चालु हो सके।
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♦️ Computer RAM क्या है
RAM का पूरा नाम Random Access Memory होता हैं. इसे Main Memory और प्राथमिक मेमोरी भी कहते हैं. RAM में CPU द्वारा वर्तमान में किये जा रहे कार्यों का डाटा और निर्देश स्टोर रहते हैं. यह मेमोरी CPU का भाग होती हैं. इसलिए इसका डाटा Direct Access किया जा सकता है.
इस कम्प्यूटर मेमोरी में डाटा और निर्देश Cells में Store रहता हैं. प्रत्येक Cell कुछ Rows एवं Columns से मिलकर बना होता हैं, जिसका अपना Unique Address होता हैं. इस युनिक एड्रेस को Cell Path भी कहते है।
CPU इन Cells से अलग-अलग डाटा प्राप्त कर सकता हैं. और वो भी बिना Sequent के मतलब RAM में उपलब्ध डाटा को Randomly Access किया जा सकता हैं. शायद इसी विशेषता के कारण इस मेमोरी का नाम Random Access Memory रखा गया हैं.
RAM एक Volatile Memory होती हैं. इसलिए इसमे Store Data हमेशा के लिए स्टोर नही रहता है. जब तक RAM में Power Supply On रहती है. तब तक डाटा रहता हैं. Computer Shut Down होने पर RAM का सारा डाटा स्वत: डिलित हो जाता हैं।
RAM का पूरा नाम Random Access Memory होता हैं. इसे Main Memory और प्राथमिक मेमोरी भी कहते हैं. RAM में CPU द्वारा वर्तमान में किये जा रहे कार्यों का डाटा और निर्देश स्टोर रहते हैं. यह मेमोरी CPU का भाग होती हैं. इसलिए इसका डाटा Direct Access किया जा सकता है.
इस कम्प्यूटर मेमोरी में डाटा और निर्देश Cells में Store रहता हैं. प्रत्येक Cell कुछ Rows एवं Columns से मिलकर बना होता हैं, जिसका अपना Unique Address होता हैं. इस युनिक एड्रेस को Cell Path भी कहते है।
CPU इन Cells से अलग-अलग डाटा प्राप्त कर सकता हैं. और वो भी बिना Sequent के मतलब RAM में उपलब्ध डाटा को Randomly Access किया जा सकता हैं. शायद इसी विशेषता के कारण इस मेमोरी का नाम Random Access Memory रखा गया हैं.
RAM एक Volatile Memory होती हैं. इसलिए इसमे Store Data हमेशा के लिए स्टोर नही रहता है. जब तक RAM में Power Supply On रहती है. तब तक डाटा रहता हैं. Computer Shut Down होने पर RAM का सारा डाटा स्वत: डिलित हो जाता हैं।
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RAM के विभिन्न प्रकार – Types of RAM
👉 Computer लगातार विकास कर रहा हैं. जिसके कारण इसके अन्य महत्वपूर्ण भागों को भी उन्नत होना पडा हैं. जिनमे RAM भी शामिल हैं. RAM भी विकास के कारण अलग-अलग कार्य विशेषताओं में उपलब्ध हुई हैं. जिन्हे दो प्रमुख प्रकार में बांट सकते हैं.
1 SRAM
2 DRAM
👉 Computer लगातार विकास कर रहा हैं. जिसके कारण इसके अन्य महत्वपूर्ण भागों को भी उन्नत होना पडा हैं. जिनमे RAM भी शामिल हैं. RAM भी विकास के कारण अलग-अलग कार्य विशेषताओं में उपलब्ध हुई हैं. जिन्हे दो प्रमुख प्रकार में बांट सकते हैं.
1 SRAM
2 DRAM
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1. SRAM
SRAM का पूरा नाम Static Random Access Memory होता हैं. जिसमें शब्द “Static” बताता हैं कि इस RAM में डाटा स्थिर रहता हैं. और उसे बार-बार Refresh करने की जरूरत नही पडती है.
यह RAM भी Volatile Memory होती हैं. इसलिए Power On रहने तक इसमे डाटा मौजूद रहता हैं. Power Off होते ही सारा डाटा स्वत: डिलिट हो जाता हैं. इस मेमोरी को Cache Memory के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं।
2. DRAM
DRAM का पूरा नाम Dynamic Random Access Memory होता हैं। जिसमे शब्द “Dynamic” का मतलब होता हैं चलायमान. अर्थात हमेशा परिवर्तित होते रहना. इसलिए इस RAM को लगातार Refresh करना पडता हैं. तभी इसमें डाटा स्टोर किया जा सकता है।
SRAM का पूरा नाम Static Random Access Memory होता हैं. जिसमें शब्द “Static” बताता हैं कि इस RAM में डाटा स्थिर रहता हैं. और उसे बार-बार Refresh करने की जरूरत नही पडती है.
यह RAM भी Volatile Memory होती हैं. इसलिए Power On रहने तक इसमे डाटा मौजूद रहता हैं. Power Off होते ही सारा डाटा स्वत: डिलिट हो जाता हैं. इस मेमोरी को Cache Memory के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं।
2. DRAM
DRAM का पूरा नाम Dynamic Random Access Memory होता हैं। जिसमे शब्द “Dynamic” का मतलब होता हैं चलायमान. अर्थात हमेशा परिवर्तित होते रहना. इसलिए इस RAM को लगातार Refresh करना पडता हैं. तभी इसमें डाटा स्टोर किया जा सकता है।
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♦️ कीबोर्ड के प्रकार – Types of Keyboard
एक कीबोर्ड पर कुंजीयों (Keys) की विशेष जमावट को ही कीबोर्ड लेआउट कहते है. कीबोर्ड लेआउट ही कीबोर्ड की बनावट, आकार तथा प्रकार को निर्धारित करता है।
आज कम्प्यूटर कीबोर्ड के विभिन्न लेआउट उपलब्ध हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों ने अपनी भाषा और लिपि के अनुसार Keyboard Layouts विकसित किये हैं।
हम इन सभी कीबोर्ड लेआउट को मोटे तौर पर दो वर्गों में बांट सकते है:
1. QWERTY Keyboard Layout
2. Non-QWERTY Keyboard Layout
एक कीबोर्ड पर कुंजीयों (Keys) की विशेष जमावट को ही कीबोर्ड लेआउट कहते है. कीबोर्ड लेआउट ही कीबोर्ड की बनावट, आकार तथा प्रकार को निर्धारित करता है।
आज कम्प्यूटर कीबोर्ड के विभिन्न लेआउट उपलब्ध हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों ने अपनी भाषा और लिपि के अनुसार Keyboard Layouts विकसित किये हैं।
हम इन सभी कीबोर्ड लेआउट को मोटे तौर पर दो वर्गों में बांट सकते है:
1. QWERTY Keyboard Layout
2. Non-QWERTY Keyboard Layout
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1. QWERTY Keyboard Layout
यह सबसे ज्यादा प्रचलित और उपयोग होने वाला कीबोर्ड लेआउट है. इसे दुनियाभर में अपनाया गया है. और आधुनिक कम्प्यूटर कीबोर्ड में इसी लेआउट को ही इस्तेमाल किया जाता है।
QWERTY Layout पर आधारित कुछ अन्य Keyboard Layouts:
QWERTY
QWERTZ
AZERTY
QZERTY
यह सबसे ज्यादा प्रचलित और उपयोग होने वाला कीबोर्ड लेआउट है. इसे दुनियाभर में अपनाया गया है. और आधुनिक कम्प्यूटर कीबोर्ड में इसी लेआउट को ही इस्तेमाल किया जाता है।
QWERTY Layout पर आधारित कुछ अन्य Keyboard Layouts:
QWERTY
QWERTZ
AZERTY
QZERTY
👍5❤1
2. Non-QWERTY Keyboard Layout
जिन कीबोर्ड में QWERTY Layout को कुंजीयों की जमावट के लिए इस्तेमाल नही किया जाता हैं, उन्हे Non-QWERTY Keyboard कहते हैं।
कुछ Non-QWERTY Keyboard Layouts.
Dvork
Colemak
Workman
जिन कीबोर्ड में QWERTY Layout को कुंजीयों की जमावट के लिए इस्तेमाल नही किया जाता हैं, उन्हे Non-QWERTY Keyboard कहते हैं।
कुछ Non-QWERTY Keyboard Layouts.
Dvork
Colemak
Workman
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